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अब रूस यूक्रेन के बीच युद्ध का कहर दुनिया के गरीब देशों पर, जानें रूस के किस फैसले से बढ़ेगी भुखमरी - वैश्विक खाद्य कमी

रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध की शुरुआत के बाद से ही दुनिया के गरीब देशों में अनाज की कीमतों में वृद्धि हुई है. जिससे लाखों गरीब लोगों को भुखमरी का सामना करना पड़ रहा है.

रूस यूक्रेन के बीच युद्ध
रूस यूक्रेन के बीच युद्ध
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Published : Oct 30, 2022, 7:54 AM IST

मॉस्को (रूस) : रूस ने शनिवार को यूक्रेन के साथ संयुक्त राष्ट्र की दलाली वाले अनाज सौदे में अपनी भागीदारी को खत्म कर दिया है. संयुक्त राष्ट्र के साथ रूस के इस समझौते को वैश्विक खाद्य कमी को दूर करने की कुंजी के रूप में माना जाता था. सीएनएन ने रूसी रक्षा मंत्रालय के बयान का हवाला देते हुए यह जानकारी दी. रिपोर्ट में बताया गया है कि रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध जारी है, रूस ने क्रीमिया पर शनिवार को यूक्रेन के ड्रोन हमले के बाद अनिश्चित काल के लिए सौदे को स्थगित कर दिया.

संयुक्त राष्ट्र में उप रूसी दूत दिमित्री पॉलींस्की ने कहा कि रूसी सैन्य जहाजों के खिलाफ एक यूक्रेनी ड्रोन हमले के प्रयास के बाद रूस ने आनाज सौदे में भागीदारी को खत्म कर दिया है. उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र महासचिव को जल्द ही आधिकारिक तौर पर इसकी सूचना दे दी जायेगी. संयुक्त राष्ट्र और तुर्की के साथ रूस और यूक्रेन के बीच हस्ताक्षरित अनाज सौदे ने 22 मिलियन यूक्रेनी अनाज के निर्यात का मार्ग प्रशस्त किया था.

पढ़ें: यूक्रेन के साथ UN की मध्यस्थता वाले निर्यात समझौते को निलंबित करेगा रूस

भुखमरी के खतरे का सामना कर रहे दुनिया के गरीब देशों में लाखों लोगों ने यह खबर सुनकर राहत की सांस ली थी कि अनाज की ये बेहद जरूरी मात्रा बाजार में पहुंच जाएगी और अनाज की कीमतें एक बार फिर सस्ती हो सकती हैं. हालांकि, दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए रूस के इस फैसले से दुनिया की मुश्किलें और बढ़ेंगी. यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के मद्देनजर, मास्को द्वारा काला सागर में बंदरगाहों की वास्तविक नाकाबंदी की गई थी, जबकि यूक्रेन ने रूसी हमलों को रोकने के लिए नौ सेना का भरपूर इस्तेमाल किया है.

यूक्रेनी अनाज का निर्यात करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले बंदरगाहों को वाणिज्यिक शिपिंग के लिए अवरुद्ध कर दिया गया था. मालूम हो कि यूक्रेन एक प्रमुख अनाज निर्यातक है. रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध की शुरुआत के बाद से ही दुनिया के गरीब देशों में अनाज की कीमतों में वृद्धि हुई है. जिससे लाखों गरीब लोगों को भुखमरी का सामना करना पड़ रहा है. जैसा कि यूक्रेन और रूस दोनों दुनिया में अनाज के सबसे बड़े निर्यातकों में से हैं, नाकाबंदी के कारण अनाज की कीमतें बढ़ गईं. यह डील अगले महीने खत्म होने वाली थी.

सीएनएन ने बताया कि इस बीच, शनिवार को, यूक्रेन और रूस के बीच एक अदला-बदली में युद्ध के 100 से अधिक कैदियों को रिहा कर दिया गया, जबकि रूसी हमलों के कारण बिजली की कटौती यूक्रेन की राजधानी में इस सप्ताह के अंत में भी जारी रही.

(एएनआई)

मॉस्को (रूस) : रूस ने शनिवार को यूक्रेन के साथ संयुक्त राष्ट्र की दलाली वाले अनाज सौदे में अपनी भागीदारी को खत्म कर दिया है. संयुक्त राष्ट्र के साथ रूस के इस समझौते को वैश्विक खाद्य कमी को दूर करने की कुंजी के रूप में माना जाता था. सीएनएन ने रूसी रक्षा मंत्रालय के बयान का हवाला देते हुए यह जानकारी दी. रिपोर्ट में बताया गया है कि रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध जारी है, रूस ने क्रीमिया पर शनिवार को यूक्रेन के ड्रोन हमले के बाद अनिश्चित काल के लिए सौदे को स्थगित कर दिया.

संयुक्त राष्ट्र में उप रूसी दूत दिमित्री पॉलींस्की ने कहा कि रूसी सैन्य जहाजों के खिलाफ एक यूक्रेनी ड्रोन हमले के प्रयास के बाद रूस ने आनाज सौदे में भागीदारी को खत्म कर दिया है. उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र महासचिव को जल्द ही आधिकारिक तौर पर इसकी सूचना दे दी जायेगी. संयुक्त राष्ट्र और तुर्की के साथ रूस और यूक्रेन के बीच हस्ताक्षरित अनाज सौदे ने 22 मिलियन यूक्रेनी अनाज के निर्यात का मार्ग प्रशस्त किया था.

पढ़ें: यूक्रेन के साथ UN की मध्यस्थता वाले निर्यात समझौते को निलंबित करेगा रूस

भुखमरी के खतरे का सामना कर रहे दुनिया के गरीब देशों में लाखों लोगों ने यह खबर सुनकर राहत की सांस ली थी कि अनाज की ये बेहद जरूरी मात्रा बाजार में पहुंच जाएगी और अनाज की कीमतें एक बार फिर सस्ती हो सकती हैं. हालांकि, दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए रूस के इस फैसले से दुनिया की मुश्किलें और बढ़ेंगी. यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के मद्देनजर, मास्को द्वारा काला सागर में बंदरगाहों की वास्तविक नाकाबंदी की गई थी, जबकि यूक्रेन ने रूसी हमलों को रोकने के लिए नौ सेना का भरपूर इस्तेमाल किया है.

यूक्रेनी अनाज का निर्यात करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले बंदरगाहों को वाणिज्यिक शिपिंग के लिए अवरुद्ध कर दिया गया था. मालूम हो कि यूक्रेन एक प्रमुख अनाज निर्यातक है. रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध की शुरुआत के बाद से ही दुनिया के गरीब देशों में अनाज की कीमतों में वृद्धि हुई है. जिससे लाखों गरीब लोगों को भुखमरी का सामना करना पड़ रहा है. जैसा कि यूक्रेन और रूस दोनों दुनिया में अनाज के सबसे बड़े निर्यातकों में से हैं, नाकाबंदी के कारण अनाज की कीमतें बढ़ गईं. यह डील अगले महीने खत्म होने वाली थी.

सीएनएन ने बताया कि इस बीच, शनिवार को, यूक्रेन और रूस के बीच एक अदला-बदली में युद्ध के 100 से अधिक कैदियों को रिहा कर दिया गया, जबकि रूसी हमलों के कारण बिजली की कटौती यूक्रेन की राजधानी में इस सप्ताह के अंत में भी जारी रही.

(एएनआई)

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