इस्लामाबाद : पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में रविवार को एक तेज रफ्तार यात्री बस के पुल के खंभे से टकराकर खाई में गिर जाने से उसमें सवार महिलाओं और बच्चों सहित 44 लोगों की मौत हो गई. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. लासबेला के सहायक आयुक्त हमजा अंजुम ने बताया कि बस कम से कम 48 यात्रियों को लेकर प्रांतीय राजधानी क्वेटा से सिंध प्रांत की राजधानी और मुख्य शहर कराची जा रही थी. यह बस पुल पर खंभे से टकरा गई और खाई में गिरने के बाद उसमें आग लग गई.
अंजुम ने मीडिया को बताया कि यह दुर्घटना लासबेला इलाके में तेज गति के कारण हुई. उन्होंने बताया, 'बस लासबेला के पास यू-टर्न लेते समय एक पुल के खंभे से टकरा गई और खाई में गिर गई तथा फिर उसमें आग लग गई. अंजुम ने बताया कि अब तक घटना स्थल से 44 शव बरामद हुए हैं. अधिकारी ने बताया कि एक बच्चे और एक महिला सहित केवल तीन लोगों को जिंदा बचाया जा सका. उन्होंने बताया कि दुर्घटना में जान गंवाने वालों की संख्या बढ़ सकती है.
अधिकारी ने बताया, 'हादसे के समय बस में कुल 48 यात्री सवार थे.' उन्होंने बताया कि शवों को पहचानना मुश्किल है और इसलिए मृतकों की पहचान के लिए डीएनए जांच की जाएगी. अधिकारियों के अनुसार पुलिस और बचाव अधिकारी शवों को बाहर निकालने और उन्हें नजदीकी अस्पतालों में ले जाने में लगे हैं. गृह मामलों के मंत्री राणा सन्नाउल्लाह ने हादसे पर शोक व्यक्त किया और पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना जताई.
वहीं पाकिस्तान में ही एक दूसरे हादसे में नाव पलट जाने से नौ छात्र लापता बताए गए हैं, वहीं 16 छात्रों को बचा लिया गया. बताया जाता है कि पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के कोहाट जिले में रविवार को एक नौका के पलट जाने से नौ छात्र लापता हैं और 16 बच्चों को बचा लिया गया. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. कोहाट जिले के उपायुक्त फुरकान अशरफ ने सिन्हुआ को बताया कि जिले के टांडा बांध में 25 बच्चों को लेकर जा रही नाव पलट गई और गोताखोरों ने 16 बच्चों को बचा लिया, जबकि नौ लापता हैं. एक बचाव संगठन ईधी फाउंडेशन के सूत्रों ने शिन्हुआ से बात करते हुए कहा कि बच्चे एक मदरसे के छात्र थे जो मनोरंजक गतिविधि के लिए बांध पर जा रहे थे. घायल बच्चों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
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(इनपुट-एजेंसी)