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Bilawal India visit: पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने अपनी भारत यात्रा को सफल बताया

पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने अपनी भारत की यात्रा को सफल बताया है. बिलावल भुट्टो भारत में गोवा में आयोजित एससीओ बैठक में शामिल हुए थे.

Etv BharatPak FM Bilawal describes his India visit as a success
Etv Bharatपाक विदेश मंत्री बिलावल ने अपनी भारत यात्रा को सफल बताया
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Published : May 6, 2023, 7:42 AM IST

Updated : May 6, 2023, 11:51 AM IST

इस्लामाबाद: गोवा में SCO बैठक में शामिल हुए पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने अपने देश वापस जाकर एक प्रेस कॉफ्रेंस की. इस कॉफ्रेंस में उन्होंने भारत यात्रा को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने अपनी इस यात्रा को जहां सफल बताया. वहीं, आतंकवाद को लेकर भी बयानबाजी की. उन्होंने शुक्रवार को कहा कि उनकी गोवा यात्रा सफल रही क्योंकि उन्होंने भारत की धरती पर अपने देश के मामले की पैरवी की. बता दें, उनकी यह टिप्पणी भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर के उस बयान के बाद आई है, जिसमें उन्होंने पाकिस्तान पर आतंकवाद के प्रवर्तक और आतंकवादी उद्योग के प्रवक्ता होने का आरोप लगाया था.

गोवा से लौटने के बाद एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए बिलावल भुट्टो ने कहा कि उनकी भारत यात्रा सफल रही क्योंकि इससे इस विचार को नकारने में मदद मिली कि हर मुसलमान एक आतंकवादी होता है. बिलावल ने कहा हमने इस मिथक को तोड़ने की कोशिश की. पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने चीन और रूस के साथ भारत में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के विदेश मंत्रियों की परिषद (सीएफएम) की बैठक में भाग लिया.

बता दें, विदेश मंत्री जयशंकर ने एससीओ की बैठक में अपने संबोधन में पाकिस्तान के खिलाफ आक्रामक हमला किया. पाकिस्तान के विदेश मंत्री के उस बयान का विरोध भी किया जिसमें उन्होंने कहा कि कूटनीतिक लाभ के लिए आतंकवाद को हथियार नहीं बनाना चाहिए. एक संवाददाता सम्मेलन में जयशंकर ने कहा कि आतंकवाद के शस्त्रीकरण पर बिलावल भुट्टो के बयान ने अनजाने में एक मानसिकता का खुलासा किया. एससीओ सदस्य देश के विदेश मंत्री के रूप में बिलावल भुट्टो जरदारी के साथ उसी तरह व्यवहार किया गया था.

ये भी पढ़ें- SCO Meeting: पाक विदेश मंत्री बिलावल ने कहा- आतंकवाद को डिप्लोमेसी का हथियार न बनाएं

जयशंकर ने कहा, 'आतंकवाद को बढ़ावा देने और आतंकवाद उद्योग के प्रवक्ता के रूप में पाकिस्तान की छवि रही है. एससीओ की बैठक में इसका विरोध किया गया.' भारत के साथ बातचीत के बारे में एक सवाल के जवाब में भुट्टो-जरदारी ने कहा कि पाकिस्तान स्पष्ट था कि भारत को कश्मीर की 5 अगस्त, 2019 की स्थिति को बहाल करके बातचीत के लिए अनुकूल माहौल बनाना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि मध्य एशिया के देश चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे का हिस्सा बनने के लिए उत्सुक हैं. उन्होंने कहा कि भारत को छोड़कर हर देश ने सीपीईसी (CPEC) का समर्थन और प्रशंसा की है. इससे पहले, भुट्टो-जरदारी भारत से पाकिस्तान वायु सेना के एक विशेष विमान से वापस लौटे और कराची में उतरे जहां सिंध के मुख्यमंत्री मुराद अली शाह और अन्य कैबिनेट सदस्यों ने उनकी अगवानी की.

(पीटीआई)

इस्लामाबाद: गोवा में SCO बैठक में शामिल हुए पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने अपने देश वापस जाकर एक प्रेस कॉफ्रेंस की. इस कॉफ्रेंस में उन्होंने भारत यात्रा को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने अपनी इस यात्रा को जहां सफल बताया. वहीं, आतंकवाद को लेकर भी बयानबाजी की. उन्होंने शुक्रवार को कहा कि उनकी गोवा यात्रा सफल रही क्योंकि उन्होंने भारत की धरती पर अपने देश के मामले की पैरवी की. बता दें, उनकी यह टिप्पणी भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर के उस बयान के बाद आई है, जिसमें उन्होंने पाकिस्तान पर आतंकवाद के प्रवर्तक और आतंकवादी उद्योग के प्रवक्ता होने का आरोप लगाया था.

गोवा से लौटने के बाद एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए बिलावल भुट्टो ने कहा कि उनकी भारत यात्रा सफल रही क्योंकि इससे इस विचार को नकारने में मदद मिली कि हर मुसलमान एक आतंकवादी होता है. बिलावल ने कहा हमने इस मिथक को तोड़ने की कोशिश की. पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने चीन और रूस के साथ भारत में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के विदेश मंत्रियों की परिषद (सीएफएम) की बैठक में भाग लिया.

बता दें, विदेश मंत्री जयशंकर ने एससीओ की बैठक में अपने संबोधन में पाकिस्तान के खिलाफ आक्रामक हमला किया. पाकिस्तान के विदेश मंत्री के उस बयान का विरोध भी किया जिसमें उन्होंने कहा कि कूटनीतिक लाभ के लिए आतंकवाद को हथियार नहीं बनाना चाहिए. एक संवाददाता सम्मेलन में जयशंकर ने कहा कि आतंकवाद के शस्त्रीकरण पर बिलावल भुट्टो के बयान ने अनजाने में एक मानसिकता का खुलासा किया. एससीओ सदस्य देश के विदेश मंत्री के रूप में बिलावल भुट्टो जरदारी के साथ उसी तरह व्यवहार किया गया था.

ये भी पढ़ें- SCO Meeting: पाक विदेश मंत्री बिलावल ने कहा- आतंकवाद को डिप्लोमेसी का हथियार न बनाएं

जयशंकर ने कहा, 'आतंकवाद को बढ़ावा देने और आतंकवाद उद्योग के प्रवक्ता के रूप में पाकिस्तान की छवि रही है. एससीओ की बैठक में इसका विरोध किया गया.' भारत के साथ बातचीत के बारे में एक सवाल के जवाब में भुट्टो-जरदारी ने कहा कि पाकिस्तान स्पष्ट था कि भारत को कश्मीर की 5 अगस्त, 2019 की स्थिति को बहाल करके बातचीत के लिए अनुकूल माहौल बनाना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि मध्य एशिया के देश चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे का हिस्सा बनने के लिए उत्सुक हैं. उन्होंने कहा कि भारत को छोड़कर हर देश ने सीपीईसी (CPEC) का समर्थन और प्रशंसा की है. इससे पहले, भुट्टो-जरदारी भारत से पाकिस्तान वायु सेना के एक विशेष विमान से वापस लौटे और कराची में उतरे जहां सिंध के मुख्यमंत्री मुराद अली शाह और अन्य कैबिनेट सदस्यों ने उनकी अगवानी की.

(पीटीआई)

Last Updated : May 6, 2023, 11:51 AM IST
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