प्योंगयांग: उत्तर कोरिया ने पुष्टि की कि उसने शनिवार को सरप्राइज लॉन्चिंग ड्रिल में अंतर महाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (आईसीबीएम) का परीक्षण किया और कहा कि यह डीपीआरके रणनीतिक परमाणु बल के लगातार प्रयासों का प्रमाण है. दक्षिण कोरिया के शीर्ष सैन्य अधिकारी की ओर से उत्तर कोरिया के द्वारा शनिवार को बैलिस्टिक मिसाइल दागने की बात कही गई.
आधिकारिक डीपीआरके मीडिया में उत्तर कोरिया ने कहा, 'वर्तमान स्थिति में आयोजित आश्चर्यजनक आईसीबीएम लॉन्चिंग ड्रिल, जिसके तहत अमेरिका और दक्षिण कोरिया के सैन्य अभ्यास होते हैं. इससे गंभीर खतरे हैं. इसकी अनदेखी नहीं की जा सकती है. उत्तर कोरिया ने शनिवार को एक नए प्रकार का मिसाइल ( ICBM Hwasongpho-17) का परीक्षण किया. वर्कर्स पार्टी ऑफ कोरिया (डब्ल्यूपीके) के केंद्रीय सैन्य आयोग के अध्यक्ष की ओर से 18 फरवरी की सुबह में इस संबंध में आदेश जारी किया गया था. यह मिसाइल परीक्षण ऐसे समय किया गया जब अगले सप्ताह अमेरिका और दक्षिण कोरिया के बीच संयुक्त अभ्यास किया जाना है.
सरकारी कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी ने उत्तर कोरिया के विदेश मंत्रालय के हवाले से खबर प्रकाशित की जिसमें मंत्रालय की ओर से अभ्यास को लेकर टिप्पणी की गई है. इसमें कहा गया है कि अगर अमेरिका-दक्षिण कोरिया के साथ अभ्यास कार्यक्रम जारी रखता है तो कोरियाई प्रायद्वीप फिर से तनाव बढ़ सकता है. वहीं, चेतावनी दी गई कि अगर सैन्य अभ्यास किया गया तो उन्हें जवाबी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा.
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बता दें कि उत्तर कोरिया शनिवार को बैलेस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया. बताया जा रहा है कि यह उत्तर कोरिया का सबसे ताकतवर परीक्षण था. यह मिसाइल जापान के निकट समुद्र में गिरी. उत्तर कोरिया, दक्षिण कोरिया का अमेरिका के साथ सैन्य अभ्यास को लेकर खफा रहता है. उत्तर कोरिया के मिसाइल परीक्षण को लेकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक भी हो चुकी है. इसमें भारत की ओर से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में उत्तर कोरिया के द्वारा किए जा रहे मिसाइल परीक्षणों को लेकर चिंता जतायी गई. अमेरिकी राष्ट्रपति भी उत्तर कोरिया के राष्ट्रपति कीम जोंग उन से इस संबंध में भेट कर चुके हैं.