माले : मालदीव के राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने के 24 घंटे से भी कम समय के बाद मोहम्मद मुइज्जू ने शनिवार को भारत सरकार से उनके देश से भारतीय सैनिकों को वापस बुलाने का औपचारिक अनुरोध किया. मालदीव के राष्ट्रपति कार्यालय की एक विज्ञप्ति के मुताबिक, मुइज्जू ने कहा कि मालदीव के लोगों ने नयी दिल्ली से यह अनुरोध करने के लिए उन्हें मजबूत जनादेश दिया है.
विज्ञप्ति में कहा गया कि केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू और मुइज्जू की मुलाकात के दौरान मालदीव के राष्ट्रपति ने भारत से यह अनुरोध किया. मालदीव में तैनात भारतीय सैनिकों की सही संख्या ज्ञात नहीं है. भारत की पड़ोस प्रथम नीति को रेखांकित करते हुए केंद्रीय मंत्री रिजिजू ने शुक्रवार को मालदीव के नये राष्ट्रपति के तौर पर मोहम्मद मुइज्जू के शपथ ग्रहण समारोह में देश का प्रतिनिधित्व किया.
शुक्रवार को शपथ ग्रहण के तुरंत बाद, मुइज्जू ने जोर देकर कहा कि वह यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं कि उनका देश अपनी स्वतंत्रता और संप्रभुता को बनाए रखने के लिए किसी भी विदेशी सैन्य उपस्थिति से मुक्त रहे. हालांकि, उन्होंने अपने संबोधन में किसी देश का नाम नहीं लिया. राष्ट्रपति कार्यालय ने यहां कहा, 'बैठक में, राष्ट्रपति मुइज्जू ने औपचारिक रूप से भारत सरकार से मालदीव से अपने सैन्यकर्मियों को वापस बुलाने का अनुरोध किया.'
इसने कहा, 'राष्ट्रपति ने कहा कि सितंबर में हुए राष्ट्रपति चुनाव में मालदीव के लोगों ने उन्हें भारत से यह अनुरोध करने के लिए एक मजबूत जनादेश दिया था और उम्मीद जताई कि भारत, मालदीव के लोगों की लोकतांत्रिक इच्छा का सम्मान करेगा.' रिजिजू के साथ बैठक के दौरान मुइज्जू ने आपातकालीन चिकित्सा स्थिति के दौरान सहायता प्रदान करने में दो हेलीकॉप्टरों की महत्वपूर्ण भूमिका को भी स्वीकार किया.
भारत 2004 की सुनामी के साथ-साथ दिसंबर 2014 में यहां जल संकट के दौरान मालदीव की सहायता करने वाला पहला देश था. बयान के मुताबिक, मुइज्जू और रिजीजू ने भारत के सहयोग से मालदीव में विभिन्न परियोजनाओं के कार्यान्वयन की प्रगति की भी समीक्षा की.
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