ETV Bharat / international

बेंजामिन नेतन्याहू बहुमत से एक वोट दूर, इजरायल में राजनीतिक संशय

इजरायल में संसदीय चुनाव खत्म होने के बाद बुधवार को मतगणना की गई. खबरों के मुताबिक अधिकांश मतों की गिनती हो चुकी है. वर्तमान प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू बहुमत से सिर्फ एक मत दूर हैं. जानें पूरा विवरण

नेतन्याहू की फाइल फोटो
author img

By

Published : Sep 18, 2019, 9:04 PM IST

Updated : Oct 1, 2019, 3:05 AM IST

यरूशलम: इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की जीत पर संशय बरकरार है. राजनीतिक अस्थिरता का सामना कर रहे इजरायल में पांच महीने के भीतर दूसरी बार आम चुनाव कराए गए हैं.

आम चुनाव में नेतन्याहू की लिकुद पार्टी बहुमत से दूर है. बुधवार को मतगणना की अंतिम खबर के मुताबिक लिकुद पार्टी की मुख्य प्रतिद्वंद्वी ब्लू एंड व्हाइट को 32 सीटें मिली हैं. लिकुद को 31 सीटें मिली हैं.

इजरायल की केंद्रीय चुनाव समिति ने कहा कि 91 प्रतिशत वोट गिने जाने तक ब्लू एंड व्हाइट पार्टी ने लिकुद पार्टी पर एक सीट की बढ़त बना ली है.

समिति द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार मध्य-वामपंथी गुट के पास 56 सीटें हो गयी हैं जबकि संसद की 120 सीटों में नेतन्याहू की पार्टी के पास 55 सीटें हैं.

69 वर्षीय प्रधानमंत्री नेतन्याहू इजरायल में सबसे लंबे समय तक प्रधानमंत्री रहे हैं. फिलहाल वे राजनीतिक अस्थिरता का सामना कर रहे हैं, और देश में गठबंधन सरकार बनने की संभावनाएं हैं.

netanyahu
नेतन्याहू की फाइल फोटो

इससे पहले इजरायल के लोगों ने मंगलवार 17 अक्टूबर को देश में पांच महीने के भीतर दूसरे आम चुनाव के तहत मतदान किया.

ये भी पढ़ें: इजरायल में संसदीय चुनाव समाप्त, जानें क्या कहते हैं एग्जिट पोल के आंकड़े

नेतन्याहू अप्रैल में हुए चुनाव के बाद बहुमत के साथ गठबंधन नहीं बना पाए थे.

इस्रराइल बीतेनू पार्टी को नौ सीटें मिली हैं. इसके साथ प्रधानमंत्री के चुनाव में पार्टी नेता और पूर्व रक्षा मंत्री एविगदोर लीबरमैन की भूमिका महत्वपूर्ण हो जाएगी.

यरूशलम: इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की जीत पर संशय बरकरार है. राजनीतिक अस्थिरता का सामना कर रहे इजरायल में पांच महीने के भीतर दूसरी बार आम चुनाव कराए गए हैं.

आम चुनाव में नेतन्याहू की लिकुद पार्टी बहुमत से दूर है. बुधवार को मतगणना की अंतिम खबर के मुताबिक लिकुद पार्टी की मुख्य प्रतिद्वंद्वी ब्लू एंड व्हाइट को 32 सीटें मिली हैं. लिकुद को 31 सीटें मिली हैं.

इजरायल की केंद्रीय चुनाव समिति ने कहा कि 91 प्रतिशत वोट गिने जाने तक ब्लू एंड व्हाइट पार्टी ने लिकुद पार्टी पर एक सीट की बढ़त बना ली है.

समिति द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार मध्य-वामपंथी गुट के पास 56 सीटें हो गयी हैं जबकि संसद की 120 सीटों में नेतन्याहू की पार्टी के पास 55 सीटें हैं.

69 वर्षीय प्रधानमंत्री नेतन्याहू इजरायल में सबसे लंबे समय तक प्रधानमंत्री रहे हैं. फिलहाल वे राजनीतिक अस्थिरता का सामना कर रहे हैं, और देश में गठबंधन सरकार बनने की संभावनाएं हैं.

netanyahu
नेतन्याहू की फाइल फोटो

इससे पहले इजरायल के लोगों ने मंगलवार 17 अक्टूबर को देश में पांच महीने के भीतर दूसरे आम चुनाव के तहत मतदान किया.

ये भी पढ़ें: इजरायल में संसदीय चुनाव समाप्त, जानें क्या कहते हैं एग्जिट पोल के आंकड़े

नेतन्याहू अप्रैल में हुए चुनाव के बाद बहुमत के साथ गठबंधन नहीं बना पाए थे.

इस्रराइल बीतेनू पार्टी को नौ सीटें मिली हैं. इसके साथ प्रधानमंत्री के चुनाव में पार्टी नेता और पूर्व रक्षा मंत्री एविगदोर लीबरमैन की भूमिका महत्वपूर्ण हो जाएगी.

ZCZC
PRI GEN INT
.JERUSALEM FGN44
ISRAEL-3RDLD POLLS
Israel election: Netanyahu trails by a seat with majority votes counted
By Harinder Mishra
(Eds: Updating with more details)
         Jerusalem, Sep 18 (PTI) Israeli Prime Minister Benjamin Netanyahu's Likud party trailed its main rival Blue and White by 31 to 32 seats Wednesday after an unprecedented repeat election, putting the country's longest serving premier on a shaky ground and raising the possibility of a unity government.
         Israelis voted on Tuesday in their country's second general election in five months after 69-year-old Netanyahu failed to form a governing coalition with a viable majority following April's vote.
         The Central Election Committee (CEC) said that Blue and White party seemed to be taking a lead over Likud after 91 per cent votes were counted.
         As per figures shared by the CEC, the centre-left bloc now has 56 seats compared to Netanyahu-led bloc, comprised of right-wing and ultra-Orthodox parties, which is at 55 seats in the 120-member Parliament. The Joint List, an alliance of mostly Arab Israeli parties, also has gained a seat standing at 13. These numbers may change slightly when the votes of soldiers are counted later Wednesday and Thursday.
         The secular Yisrael Beitenu party won 9 seats, making its leader and former defence minister Avigdor Lieberman the kingmaker in the elections, as predicted earlier in the exit polls.
         On Wednesday morning, 61-year-old Lieberman, an ally-turned-rival of Netanyahu, asserted that he will not join any coalition.
         He said that "the picture is clear...There is only one option and it's a broad liberal unity government" comprising of Likud, Blue and White and his own Yisrael Beitenu.
         The ultra-Orthodox Shas got nine seats. United Torah Judaism has 8, Yamina has 7, Labour-Gesher is at 6 and the Democratic Camp has 5.
         According to reports Netanyahu has rejected the idea of a coalition that would include the Joint List as a partner, saying there cannot be a government that relies on parties that praise and glorify bloodthirsty terrorists who kill our soldiers, our citizens, our children.
         Gantz, 60, on Wednesday told supporters that his party's campaign had "completed the mission."
         "We proved that the idea called Blue and White, an initiative that we started a few months ago, is a success, big-time, and it's here to stay, Gantz was quoted as saying by the Times of Israel.
         Netanyahu called the snap election after failing to form a governing coalition with a viable majority after April's vote.
         His remarkable victory in the April 9 polls securing him a record fifth term proved temporary in the face of a logjam between potential coalition partners over a military conscription bill governing exemptions for ultra-Orthodox Jewish seminary students.
         Lieberman had made it a condition of allying with ultra-Orthodox Jewish parties that they adopt a law aimed at having ultra-Orthodox Jews serve in the military like their secular counterparts.
         Ultra-Orthodox Jews studying in religious seminaries are currently exempt from mandatory military service, a practice many Israelis view as unfair.
         Netanyahu and Lieberman's association in politics goes back some 31 years when the latter assisted the former during his tenure as the deputy foreign minister in an unofficial capacity.
         Netanyahu, who has been premier for a total of more than 13 years, faces charges of bribery, fraud and breach of trust in connection with three cases. PTI HM RS ZH AKJ
ZH
ZH
09181926
NNNN
Last Updated : Oct 1, 2019, 3:05 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.