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इजराइल फिलिस्तीन संघर्ष, युद्ध और हिंसा का अंतहीन सिलसिला इस साल भी रहा जारी

इजरायल और फिलिस्तीन का जिक्र हो और डर और आस्था का जिक्र ना हो यह संभव नहीं है. अलग-अलग कौमों के अपने-अपने ईश्वर पर दावे और वैश्विक स्तर पर दोस्तियों के बनने-बिखरने की क्लासिक और जीवंत दास्तान है इजराइल फिलिस्तीन युद्ध. जानें साल 2023 में क्यों फिर से नई ऊंचाइयों पर पहुंचा संघर्ष....

Israel Gaza War
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Dec 31, 2023, 5:00 AM IST

हैदराबाद : करीब 85 दिन पहले 7 अक्टूबर को, हमास और गाजा स्थित अन्य आतंकवादी समूहों ने इजराइल में सीमा पार हमला किया था जिसमें लगभग 1,200 लोग मारे गए थे. जवाब में, इजराइल ने हमास को खत्म करने के लिए गाजा पर सैन्य अभियान शुरू किया. गाजा के स्वास्थ्य अधिकारियों ने इजराइली हमले की भयावता के बारे में बात करते हुए कहा कि इजराईल की ओर से किए गए हमले में 15,000 से अधिक लोग मारे गए हैं, जिनमें से अधिकांश महिलाएं और बच्चे हैं. इजराइल की सेना का अनुमान है कि उसने कई हजार हमास लड़ाकों को मार गिराया है.

Israel Gaza War
फाइल फोटो. (एपी फोटो)

7 अक्टूबर: हमास और अन्य आतंकवादी समूहों ने इजराइल में हजारों रॉकेट दागे और बंदूकधारियों ने सीमावर्ती समुदायों, सेना के ठिकानों और एक आउटडोर संगीत समारोह में घुसपैठ की, जिसमें सैकड़ों लोग मारे गए और लगभग 240 लोगों का अपहरण कर लिया गया. यह इजराइल की स्थापना के बाद से उस पर हुआ सबसे घातक हमला था. इजराइली अधिकारियों ने कहा है कि हमलावरों ने बड़े पैमाने पर यौन हिंसा की. इजराइल के प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने एक टेलीविजन बयान में कहा कि देश 'युद्ध में है' और उन्होंने हजारों सैन्य रिजर्वों को बुलाया.

Israel Gaza War
फाइल फोटो. (एपी फोटो)

9 अक्टूबर: इजराइल ने गाजा पट्टी की 'पूर्ण घेराबंदी' का आदेश देते हुए कहा कि क्षेत्र में 'बिजली, भोजन, पानी, ईंधन' की आपूर्ति की अनुमति नहीं दी जाएगी. इजराइल की सेना ने जमीनी हमले की तैयारी के संकेतों के बीच गाजा पर हवाई हमले किए.

10 अक्टूबर: इजराइली सैनिकों ने फिलिस्तीनी बंदूकधारियों से गाजा पट्टी के पास के अधिकांश शहरों पर नियंत्रण वापस ले लिया.

11 अक्टूबर: नेतन्याहू ने एक आपातकालीन सरकार बनाई, जिसमें दो विपक्षी सांसदों, दोनों पूर्व सेना प्रमुखों को अपने मंत्रिमंडल में शामिल किया गया.

13 अक्टूबर: इजराइल की सेना ने नागरिकों को उत्तरी गाजा को खाली करने का आदेश दिया, जिससे हजारों लोगों के दक्षिण की ओर बढ़ने से दहशत और अराजकता फैल गई.

17 अक्टूबर: गाजा शहर में अल-अहली अरब अस्पताल के बाहर एक विस्फोट में कई लोग मारे गए और घायल हो गए. फिलिस्तीनी अधिकारियों ने इसके लिए इजराइली हमले को जिम्मेदार ठहराया है. इजराइली और अमेरिकी खुफिया एजेंसियों का कहना है कि एक असफल फिलिस्तीनी रॉकेट प्रक्षेपण के कारण विस्फोट हुआ.

Israel Gaza War
फाइल फोटो. (एपी फोटो)

18 अक्टूबर: राष्ट्रपति बाइडेन ने इजराइल का दौरा किया, जहां उन्होंने नेतन्याहू को गले लगाया और एक भाषण में कहा कि वह इजराइल के 'क्रोध' को समझते हैं. अमेरिकी अधिकारियों ने इजराइल पर हमास की तुलना अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर अल कायदा की ओर से किये गये हमले से करते हुए कहा कि यह हमला उससे भी भयानक था.

20 अक्टूबर: हमास ने कतर में अधिकारियों से बातचीत के बाद गाजा में बंधक बनाए गए दो अमेरिकी बंधकों जूडिथ रानन और उनकी बेटी नताली रानन को रिहा कर दिया. कुछ दिनों बाद, इसने दो और बंधकों, योचेवेद लिफशिट्ज (85) और नुरिट कूपर (79) को रिहा कर दिया.

27 अक्टूबर: भारी हवाई हमलों के बीच, और गोपनीयता और अस्पष्टता में डूबे हुए, इजराइल ने तीन दिशाओं से उत्तरी गाजा में जमीनी आक्रमण शुरू किया. एन्क्लेव में सेलफोन और इंटरनेट सेवा काट दी गई है.

Israel Gaza War
फाइल फोटो. (एपी फोटो)

31 अक्टूबर: गाजा के स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, इजराइल की सेना ने गाजा शहर के उत्तर में जबालिया पड़ोस पर 2,000 पाउंड के दो बमों से हमला किया, जिसमें दर्जनों लोग मारे गए और सैकड़ों घायल हो गए. इजराइल का कहना है कि वह हमास के एक कमांडर को निशाना बना रहा था.

6 नवंबर: इजराइल की सेना का कहना है कि उसने गाजा शहर को प्रभावी ढंग से घेर लिया है और गाजा को उत्तर और दक्षिण में विभाजित कर दिया है.

15 नवंबर: इजराइल की सेना ने गाजा के सबसे बड़े अस्पताल, अल-शिफा पर हमला कर दिया, जिसके बारे में इजरायल ने दावा किया कि यह हमास के सैन्य कमांड सेंटर के रूप में दोगुना है, इस आरोप से हमास इनकार करता है. इजराइल ने बाद में कहा कि उसे हथियार और अन्य सबूत मिले हैं जो उसके दावे का समर्थन करते हैं कि हमास परिसर के नीचे सुरंगों के एक नेटवर्क के माध्यम से आतंकी गतिविधियों को अंजाम दे रहा था.

Israel Gaza War
फाइल फोटो. (एपी फोटो)

24 नवंबर: इजराइल और हमास ने एक समझौते पर लड़ाई रोक दी, जिसमें 102 बंधकों और कई दिनों से इजरायली जेलों में बंद 200 से अधिक फिलिस्तीनियों को रिहा करने पर सहमति बनी थी. यह गाजा के नागरिकों को अधिक सहायता पहुंचाने की भी अनुमति देता है.

2 दिसंबर: युद्धविराम टूट गया. इजराइली सेना ने दक्षिणी गाजा पर भारी बमबारी की, 400 से अधिक लक्ष्यों पर हमला करने का दावा किया. एक बार फिर से निवासियों को कई शहरों और गांवों को खाली करने का आदेश दिया. जिससे पूरे फिलिस्तीनी इलाकों में भ्रम और भय फैल गया. इस क्षेत्र में बचे हुए लोग आश्रय मांग रहे थे.

5 दिसंबर: इजरायली सेना ने दक्षिणी शहर खान यूनिस में हमास लड़ाकों के साथ घर-घर में गोलीबारी की. नागरिक और सहायता कर्मी संघर्ष की सबसे भारी बमबारी और बिगड़ती मानवीय स्थितियों की चर्चा दुनिया भर में होने लगी.

इजरायल-फिलिस्तीन संघर्ष से जुड़े प्रमुख स्थल

  1. अल अक्सा मस्जिद: माना जाता है कि मुस्लिम आस्था केंद्र के हरम अल-शरीफ और यहूदियों का 'टेम्पल माउंट' यह स्थल येरूशलेम के पुराने शहर का अंग है. यह तीनों ही धर्मों ईसाइयों, यहूदियों और मुसलमानों के लिये ही पवित्र माना जाता है.
  2. शेख जर्राह : पूर्वी यरुशलम के पुराने शहर के उत्तरी पड़ोस में शेख जर्राह स्थित है. वर्ष 1948 में जब ऐतिहासिक फिलिस्तीनी भूभाग में इजराइल राज्य की स्थापना की गई तो लाखों फिलिस्तीनियों को उनके घरों से बेदखल कर दिया गया. उन फिलिस्तीनी परिवारों में से अट्ठाईस परिवार पूर्वी यरुशलम के शेख जर्राह में जाकर बस गए थे.
  3. वेस्ट बैंक: वेस्ट बैंक एक स्थलरुद्ध क्षेत्र है. इसमें पश्चिमी मृत सागर का एक बड़ा भाग भी शामिल है. अरब-इजराइल युद्ध (1948) के बाद इस पर जॉर्डन ने कब्जा कर लिया था लेकिन वर्ष 1967 के छह-दिवसीय युद्ध के दौरान इजराइल ने इसे वापस छीन लिया और तब से इस पर नियंत्रण रखता है. वेस्ट बैंक इजराइल और जॉर्डन के बीच स्थित है.
  4. गाजा पट्टी: गाजा पट्टी इजराइल और मिस्र के बीच स्थित है. इजराइल ने वर्ष 1967 के बाद इस पट्टी पर कब्जा कर लिया था, लेकिन ओस्लो शांति प्रक्रिया के दौरान गाजा शहर और इसके अधिकांश भूभाग के दिन-प्रतिदिन के प्रशासन पर नियंत्रण छोड़ दिया था. वर्ष 2005 में इजराइल ने एकतरफा तरीके से इस भूभाग से यहूदी बस्तियों को हटा लिया, हालांकि इसने यहां तक अंतर्राष्ट्रीय पहुंच को नियंत्रित करना जारी रखा है.
  5. गोलन हाइट्स: गोलन हाइट्स एक रणनीतिक रूप से महत्त्वपूर्ण पठार है जिसे इजराइल ने वर्ष 1967 के युद्ध में सीरिया से जीत लिया था. इजराइल ने वर्ष 1981 में इस क्षेत्र पर प्रभावी रूप से कब्जा कर लिया. वर्ष 2017 में संयुक्त राज्य अमेरिका ने आधिकारिक तौर पर यरुशलम और गोलन हाइट्स को इजराइल के अंग के रूप में मान्यता प्रदान कर दी.

एतिहासिक तथ्य : इजराइल और फिलिस्तीन की लड़ाई जो अब एक वैश्विक समस्या का रूप ले चुकी है की गंभीरता का अंदाजा इसी तथ्य से लग सकता है कि आप कैसे लगा सकते हैं. संयुक्त राष्ट्र के गठन के बाद 1947 में उसके सामने जो पहला अतंराराष्ट्रीय सीमा विवाद आया था वह इजराइल और फिलिस्तीन को लेकर ही था. 29 नवबंर 1947 को संयुक्त राष्ट्र ने एक प्रस्ताव पारित किया जिसमें फिलिस्तीनी क्षेत्रों को दो राज्यों, एक यहूदी और एक अरब में विभाजित करने का आह्वान किया गया. प्रस्ताव में यरूशलेम का प्रशासन करने के लिए एक अंतरराष्ट्रीय, संयुक्त राष्ट्र की ओर से संचालित निकाय की भी कल्पना की गई है. प्रथम विश्व युद्ध में 1917 में ओटोमन साम्राज्य की हार के बाद से फिलिस्तीनी क्षेत्र यूनाइटेड किंगडम के सैन्य और प्रशासनिक नियंत्रण (जिसे जनादेश के रूप में जाना जाता है) के अधीन था. फिलिस्तीनी क्षेत्रों के यहूदी और अरब समुदायों के बीच नागरिक संघर्ष और हिंसा तेज हो गई.

1 दिसम्बर 1987 पहला इंतिफादा : एक इजरायली ड्राइवर ने एक कार दुर्घटना में चार फिलिस्तीनियों को मार डाला. जिसने वेस्ट बैंक और गाजा में इजरायली कब्जे के खिलाफ पहले इंतिफादा या विद्रोह को जन्म दिया. फिलिस्तीनियों की ओर से इजरायली टैंकों पर पत्थर फेंकने की छवि इंतिफादा की स्थायी छवि बन गई. अगले छह वर्षों में, लगभग 200 इजरायली और 1,300 फिलिस्तीनी मारे गए.

शेख अहमद यासीन नाम का एक फिलिस्तीनी मौलवी उग्रवादी समूह हमास को मुस्लिम ब्रदरहुड की एक शाखा के रूप में स्थापित करता है. हमास मुसलमानों के लिए क्षेत्र पुनः प्राप्त करने के एक तरीके के रूप में जिहाद का समर्थन करता है. संयुक्त राज्य अमेरिका ने 1997 में हमास को एक विदेशी आतंकवादी संगठन घोषित किया.

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हैदराबाद : करीब 85 दिन पहले 7 अक्टूबर को, हमास और गाजा स्थित अन्य आतंकवादी समूहों ने इजराइल में सीमा पार हमला किया था जिसमें लगभग 1,200 लोग मारे गए थे. जवाब में, इजराइल ने हमास को खत्म करने के लिए गाजा पर सैन्य अभियान शुरू किया. गाजा के स्वास्थ्य अधिकारियों ने इजराइली हमले की भयावता के बारे में बात करते हुए कहा कि इजराईल की ओर से किए गए हमले में 15,000 से अधिक लोग मारे गए हैं, जिनमें से अधिकांश महिलाएं और बच्चे हैं. इजराइल की सेना का अनुमान है कि उसने कई हजार हमास लड़ाकों को मार गिराया है.

Israel Gaza War
फाइल फोटो. (एपी फोटो)

7 अक्टूबर: हमास और अन्य आतंकवादी समूहों ने इजराइल में हजारों रॉकेट दागे और बंदूकधारियों ने सीमावर्ती समुदायों, सेना के ठिकानों और एक आउटडोर संगीत समारोह में घुसपैठ की, जिसमें सैकड़ों लोग मारे गए और लगभग 240 लोगों का अपहरण कर लिया गया. यह इजराइल की स्थापना के बाद से उस पर हुआ सबसे घातक हमला था. इजराइली अधिकारियों ने कहा है कि हमलावरों ने बड़े पैमाने पर यौन हिंसा की. इजराइल के प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने एक टेलीविजन बयान में कहा कि देश 'युद्ध में है' और उन्होंने हजारों सैन्य रिजर्वों को बुलाया.

Israel Gaza War
फाइल फोटो. (एपी फोटो)

9 अक्टूबर: इजराइल ने गाजा पट्टी की 'पूर्ण घेराबंदी' का आदेश देते हुए कहा कि क्षेत्र में 'बिजली, भोजन, पानी, ईंधन' की आपूर्ति की अनुमति नहीं दी जाएगी. इजराइल की सेना ने जमीनी हमले की तैयारी के संकेतों के बीच गाजा पर हवाई हमले किए.

10 अक्टूबर: इजराइली सैनिकों ने फिलिस्तीनी बंदूकधारियों से गाजा पट्टी के पास के अधिकांश शहरों पर नियंत्रण वापस ले लिया.

11 अक्टूबर: नेतन्याहू ने एक आपातकालीन सरकार बनाई, जिसमें दो विपक्षी सांसदों, दोनों पूर्व सेना प्रमुखों को अपने मंत्रिमंडल में शामिल किया गया.

13 अक्टूबर: इजराइल की सेना ने नागरिकों को उत्तरी गाजा को खाली करने का आदेश दिया, जिससे हजारों लोगों के दक्षिण की ओर बढ़ने से दहशत और अराजकता फैल गई.

17 अक्टूबर: गाजा शहर में अल-अहली अरब अस्पताल के बाहर एक विस्फोट में कई लोग मारे गए और घायल हो गए. फिलिस्तीनी अधिकारियों ने इसके लिए इजराइली हमले को जिम्मेदार ठहराया है. इजराइली और अमेरिकी खुफिया एजेंसियों का कहना है कि एक असफल फिलिस्तीनी रॉकेट प्रक्षेपण के कारण विस्फोट हुआ.

Israel Gaza War
फाइल फोटो. (एपी फोटो)

18 अक्टूबर: राष्ट्रपति बाइडेन ने इजराइल का दौरा किया, जहां उन्होंने नेतन्याहू को गले लगाया और एक भाषण में कहा कि वह इजराइल के 'क्रोध' को समझते हैं. अमेरिकी अधिकारियों ने इजराइल पर हमास की तुलना अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर अल कायदा की ओर से किये गये हमले से करते हुए कहा कि यह हमला उससे भी भयानक था.

20 अक्टूबर: हमास ने कतर में अधिकारियों से बातचीत के बाद गाजा में बंधक बनाए गए दो अमेरिकी बंधकों जूडिथ रानन और उनकी बेटी नताली रानन को रिहा कर दिया. कुछ दिनों बाद, इसने दो और बंधकों, योचेवेद लिफशिट्ज (85) और नुरिट कूपर (79) को रिहा कर दिया.

27 अक्टूबर: भारी हवाई हमलों के बीच, और गोपनीयता और अस्पष्टता में डूबे हुए, इजराइल ने तीन दिशाओं से उत्तरी गाजा में जमीनी आक्रमण शुरू किया. एन्क्लेव में सेलफोन और इंटरनेट सेवा काट दी गई है.

Israel Gaza War
फाइल फोटो. (एपी फोटो)

31 अक्टूबर: गाजा के स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, इजराइल की सेना ने गाजा शहर के उत्तर में जबालिया पड़ोस पर 2,000 पाउंड के दो बमों से हमला किया, जिसमें दर्जनों लोग मारे गए और सैकड़ों घायल हो गए. इजराइल का कहना है कि वह हमास के एक कमांडर को निशाना बना रहा था.

6 नवंबर: इजराइल की सेना का कहना है कि उसने गाजा शहर को प्रभावी ढंग से घेर लिया है और गाजा को उत्तर और दक्षिण में विभाजित कर दिया है.

15 नवंबर: इजराइल की सेना ने गाजा के सबसे बड़े अस्पताल, अल-शिफा पर हमला कर दिया, जिसके बारे में इजरायल ने दावा किया कि यह हमास के सैन्य कमांड सेंटर के रूप में दोगुना है, इस आरोप से हमास इनकार करता है. इजराइल ने बाद में कहा कि उसे हथियार और अन्य सबूत मिले हैं जो उसके दावे का समर्थन करते हैं कि हमास परिसर के नीचे सुरंगों के एक नेटवर्क के माध्यम से आतंकी गतिविधियों को अंजाम दे रहा था.

Israel Gaza War
फाइल फोटो. (एपी फोटो)

24 नवंबर: इजराइल और हमास ने एक समझौते पर लड़ाई रोक दी, जिसमें 102 बंधकों और कई दिनों से इजरायली जेलों में बंद 200 से अधिक फिलिस्तीनियों को रिहा करने पर सहमति बनी थी. यह गाजा के नागरिकों को अधिक सहायता पहुंचाने की भी अनुमति देता है.

2 दिसंबर: युद्धविराम टूट गया. इजराइली सेना ने दक्षिणी गाजा पर भारी बमबारी की, 400 से अधिक लक्ष्यों पर हमला करने का दावा किया. एक बार फिर से निवासियों को कई शहरों और गांवों को खाली करने का आदेश दिया. जिससे पूरे फिलिस्तीनी इलाकों में भ्रम और भय फैल गया. इस क्षेत्र में बचे हुए लोग आश्रय मांग रहे थे.

5 दिसंबर: इजरायली सेना ने दक्षिणी शहर खान यूनिस में हमास लड़ाकों के साथ घर-घर में गोलीबारी की. नागरिक और सहायता कर्मी संघर्ष की सबसे भारी बमबारी और बिगड़ती मानवीय स्थितियों की चर्चा दुनिया भर में होने लगी.

इजरायल-फिलिस्तीन संघर्ष से जुड़े प्रमुख स्थल

  1. अल अक्सा मस्जिद: माना जाता है कि मुस्लिम आस्था केंद्र के हरम अल-शरीफ और यहूदियों का 'टेम्पल माउंट' यह स्थल येरूशलेम के पुराने शहर का अंग है. यह तीनों ही धर्मों ईसाइयों, यहूदियों और मुसलमानों के लिये ही पवित्र माना जाता है.
  2. शेख जर्राह : पूर्वी यरुशलम के पुराने शहर के उत्तरी पड़ोस में शेख जर्राह स्थित है. वर्ष 1948 में जब ऐतिहासिक फिलिस्तीनी भूभाग में इजराइल राज्य की स्थापना की गई तो लाखों फिलिस्तीनियों को उनके घरों से बेदखल कर दिया गया. उन फिलिस्तीनी परिवारों में से अट्ठाईस परिवार पूर्वी यरुशलम के शेख जर्राह में जाकर बस गए थे.
  3. वेस्ट बैंक: वेस्ट बैंक एक स्थलरुद्ध क्षेत्र है. इसमें पश्चिमी मृत सागर का एक बड़ा भाग भी शामिल है. अरब-इजराइल युद्ध (1948) के बाद इस पर जॉर्डन ने कब्जा कर लिया था लेकिन वर्ष 1967 के छह-दिवसीय युद्ध के दौरान इजराइल ने इसे वापस छीन लिया और तब से इस पर नियंत्रण रखता है. वेस्ट बैंक इजराइल और जॉर्डन के बीच स्थित है.
  4. गाजा पट्टी: गाजा पट्टी इजराइल और मिस्र के बीच स्थित है. इजराइल ने वर्ष 1967 के बाद इस पट्टी पर कब्जा कर लिया था, लेकिन ओस्लो शांति प्रक्रिया के दौरान गाजा शहर और इसके अधिकांश भूभाग के दिन-प्रतिदिन के प्रशासन पर नियंत्रण छोड़ दिया था. वर्ष 2005 में इजराइल ने एकतरफा तरीके से इस भूभाग से यहूदी बस्तियों को हटा लिया, हालांकि इसने यहां तक अंतर्राष्ट्रीय पहुंच को नियंत्रित करना जारी रखा है.
  5. गोलन हाइट्स: गोलन हाइट्स एक रणनीतिक रूप से महत्त्वपूर्ण पठार है जिसे इजराइल ने वर्ष 1967 के युद्ध में सीरिया से जीत लिया था. इजराइल ने वर्ष 1981 में इस क्षेत्र पर प्रभावी रूप से कब्जा कर लिया. वर्ष 2017 में संयुक्त राज्य अमेरिका ने आधिकारिक तौर पर यरुशलम और गोलन हाइट्स को इजराइल के अंग के रूप में मान्यता प्रदान कर दी.

एतिहासिक तथ्य : इजराइल और फिलिस्तीन की लड़ाई जो अब एक वैश्विक समस्या का रूप ले चुकी है की गंभीरता का अंदाजा इसी तथ्य से लग सकता है कि आप कैसे लगा सकते हैं. संयुक्त राष्ट्र के गठन के बाद 1947 में उसके सामने जो पहला अतंराराष्ट्रीय सीमा विवाद आया था वह इजराइल और फिलिस्तीन को लेकर ही था. 29 नवबंर 1947 को संयुक्त राष्ट्र ने एक प्रस्ताव पारित किया जिसमें फिलिस्तीनी क्षेत्रों को दो राज्यों, एक यहूदी और एक अरब में विभाजित करने का आह्वान किया गया. प्रस्ताव में यरूशलेम का प्रशासन करने के लिए एक अंतरराष्ट्रीय, संयुक्त राष्ट्र की ओर से संचालित निकाय की भी कल्पना की गई है. प्रथम विश्व युद्ध में 1917 में ओटोमन साम्राज्य की हार के बाद से फिलिस्तीनी क्षेत्र यूनाइटेड किंगडम के सैन्य और प्रशासनिक नियंत्रण (जिसे जनादेश के रूप में जाना जाता है) के अधीन था. फिलिस्तीनी क्षेत्रों के यहूदी और अरब समुदायों के बीच नागरिक संघर्ष और हिंसा तेज हो गई.

1 दिसम्बर 1987 पहला इंतिफादा : एक इजरायली ड्राइवर ने एक कार दुर्घटना में चार फिलिस्तीनियों को मार डाला. जिसने वेस्ट बैंक और गाजा में इजरायली कब्जे के खिलाफ पहले इंतिफादा या विद्रोह को जन्म दिया. फिलिस्तीनियों की ओर से इजरायली टैंकों पर पत्थर फेंकने की छवि इंतिफादा की स्थायी छवि बन गई. अगले छह वर्षों में, लगभग 200 इजरायली और 1,300 फिलिस्तीनी मारे गए.

शेख अहमद यासीन नाम का एक फिलिस्तीनी मौलवी उग्रवादी समूह हमास को मुस्लिम ब्रदरहुड की एक शाखा के रूप में स्थापित करता है. हमास मुसलमानों के लिए क्षेत्र पुनः प्राप्त करने के एक तरीके के रूप में जिहाद का समर्थन करता है. संयुक्त राज्य अमेरिका ने 1997 में हमास को एक विदेशी आतंकवादी संगठन घोषित किया.

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