टोक्यो: जापान में आज नववर्ष के पहले दिन भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 7.6 मापी गई है. वहीं, भूकंप के बाद अब सुनामी के खतरे की आशंका है. सरकार ने सुनामी को लेकर चेतावनी जारी की है. भूकंप से जानमाल के नुकसान को लेकर खबर नहीं मिली है. हालांकि, कहा जा रहा है कि भूकंप की तीव्रता काफी अधिक थी.
-
Earthquake of Magnitude 7.2 on the Richter Scale strikes near West Coast of Japan: National Center for Seismology pic.twitter.com/y2nzmqiF3U
— ANI (@ANI) January 1, 2024 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">Earthquake of Magnitude 7.2 on the Richter Scale strikes near West Coast of Japan: National Center for Seismology pic.twitter.com/y2nzmqiF3U
— ANI (@ANI) January 1, 2024Earthquake of Magnitude 7.2 on the Richter Scale strikes near West Coast of Japan: National Center for Seismology pic.twitter.com/y2nzmqiF3U
— ANI (@ANI) January 1, 2024
नए साल के पहले दिन जापान में आफत आ गई. उत्तरी मध्य जापान में भूकंप के झटके महसूस किए गए. मौसम विभाग के अनुसार भूकंप का केंद्र जापान के काशीवाकी शहर से 40 सेंटीमीटर दूर था. जापान सागर में सिलसिलेवार भूकंप के झटकों के बाद सोमवार को सुनामी की चेतावनी जारी की गई है. जापान मौसम विभाग ने शाम 4 बजे के तुरंत बाद इशिकावा के तट और आसपास के प्रान्तों में भूकंप की सूचना दी.
इनमें से एक की प्रारंभिक तीव्रता 7.6 थी. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इशिकावा के लिए सुनामी को लेकर बड़ी चेतावनी जारी की गई है. वहीं, होंशू द्वीप के बाकी पश्चिमी तट के लिए निचले स्तर की सुनामी चेतावनी दी गई है. जापानी सार्वजनिक प्रसारक एनएचके टीवी ने चेतावनी दी कि पानी की धार 5 मीटर (16.5 फीट) तक पहुंच सकती है.
लोगों से जितनी जल्दी हो सके ऊंची भूमि या पास की इमारत की चोटी पर जाने के लिए कहा गया है. एनएचके ने कहा कि सुनामी लहरें कई बार आ सकती हैं. प्रारंभिक चेतावनी के लगभग एक घंटे बाद भी चेतावनियाँ प्रसारित की गई. सरकार इस संबंध में एक संवाददाता सम्मेलन आयोजित करने वाली थी. जानमाल के नुकसान को लेकर फिलहाल रिपोर्ट उपलब्ध नहीं है.
जापान के पश्चिमी तट पर निगाटा और अन्य प्रान्तों में लगभग 3 मीटर ऊंची सुनामी आने की आशंका है. एनएचके के अनुसार छोटी सुनामी लहरें पहले ही समुद्र तट तक पहुंचने की पुष्टि कर चुकी हैं. इस इलाके में एक परमाणु संयंत्र भी है. टोक्यो इलेक्ट्रिक पावर कंपनी की ओर से कहा गया है कि हालात पर नजर बनाए हुए है.
जापान के तट तक पहुंचीं लहरें : उधर, जापान के पश्चिमी तट पर सोमवार दोपहर में आए तेज भूकंप के बाद इशिकावा प्रान्त में 1.2 मीटर से अधिक ऊंची सुनामी लहरें उठीं. स्थानीय मीडिया ने यह जानकारी दी.
शिन्हुआ समाचार एजेंसी ने बताया, रिपोर्ट्स के मुताबिक, जापान के पश्चिमी तट पर टोयामा प्रान्त में भी स्थानीय समयानुसार शाम 4:23 बजे 50 सेंटीमीटर की सुनामी लहरें आने की सूचना मिली.
एनएचके के अनुसार, लहरें पांच मीटर तक पहुंच सकती है और अधिकारियों ने लोगों से जितनी जल्दी हो सके ऊंची भूमि या पास की इमारत के शीर्ष पर भागने का आग्रह किया है.
क्योडो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, पूर्वी जापान रेलवे कंपनी ने भूकंप के कारण तोहोकू, जोएत्सु और होकुरिकु शिंकानसेन लाइनों का परिचालन निलंबित कर दिया है. होकुरिकु इलेक्ट्रिक पावर कंपनी ने कहा कि 36,000 से अधिक घरों में बिजली कटौती का सामना करना पड़ रहा है. इसमें कहा गया है कि जापानी सरकार ने टोक्यो में प्रधानमंत्री कार्यालय में एक आपातकालीन प्रतिक्रिया कार्यालय स्थापित किया है. जापान में अक्सर भूकंप आते हैं. मार्च 2011 में एक बड़े भूकंप और सुनामी के कारण परमाणु संयंत्र में खराबी आ गई थी.
भारतीय दूतावास ने आपातकालीन नियंत्रण कक्ष स्थापित किया : जापान के पश्चिमी तट पर आए कई शक्तिशाली भूकंप के झटकों को लेकर जारी सुनामी अलर्ट के बाद यहां स्थित भारतीय दूतावास ने उन भारतीयों के लिए एक आपातकालीन नियंत्रण कक्ष स्थापित किया जो किसी तरह की मदद चाहते हैं.
जापान ने सोमवार को अपने पश्चिमी तट पर आए कई शक्तिशाली भूकंप के बाद सुनामी की चेतावनी जारी की और लोगों से समुद्र तटीय इलाकों को खाली करने के लिए कहा.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, भूकंप के कारण आग लग गई और भूकंप प्रभावित मुख्य द्वीप के पश्चिमी तट पर लोग मलबे में फंस गए. भारतीय दूतावास ने 'एक्स' पर पोस्ट करके कहा, 'दूतावास ने एक जनवरी, 2024 को आए भूकंप और सुनामी के संबंध में किसी से भी संपर्क करने के लिए एक आपातकालीन नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है. किसी भी सहायता के लिए नंबर और ईमेल आईडी पर संपर्क किया जा सकता है.'
टोक्यो में भारतीय दूतावास ने 'एक्स' पर कहा, 'एक जनवरी, 2024 को आए भूकंप और सुनामी के संबंध में किसी से भी संपर्क करने के लिए एक आपातकालीन नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है.'