खान यूनिस: इजरायल ने रविवार तड़के केंद्रीय गाजा पट्टी में एक शरणार्थी शिविर पर हवाई हमला किया. जिसमें कम से कम 33 लोग मारे गए. गाजा के स्वास्थ्य अधिकारियों ने यह जानकारी दी है. यह हमला अमेरिका की ओर से इजरायल से मानविय आधार पर संघर्ष विराम करने के आग्रह के बाद किया गया है. फिलिस्तीनियों ने शनिवार को कई घातक हमलों की सूचना दी.
बताया जा रहा है कि गाजा में हमास-संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इजरायल-हामास युद्ध में फिलिस्तीनी मौत का टोल 9,448 तक पहुंच गया. कब्जे वाले वेस्ट बैंक में, हिंसा और इजरायल के छापे में 140 से अधिक फिलिस्तीनियों की मौत हो गई है.
लगभग 1,100 लोगों ने संयुक्त राज्य अमेरिका, मिस्र, इजराइल और कतर के बीच एक स्पष्ट समझौते के तहत बुधवार से राफा क्रॉसिंग के माध्यम से गाजा पट्टी छोड़ दी है. स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, इजरायली युद्धक विजबियों ने रविवार तड़के केंद्रीय गाजा में मगजी शरणार्थी शिविर पर हवाई हमला किया. जिसमें स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार कम से कम 33 लोग मारे गए.
गाजा में स्वास्थ्य मंत्रालय के एक प्रवक्ता अशरफ अल-किड्रा ने कहा कि हड़ताल में कम से कम 42 लोग घायल हो गए. उन्होंने कहा कि पहले उत्तरदाता, निवासियों की ओर से सहायता प्राप्त, मृत या संभावित बचे लोगों के लिए मलबे की खोज कर रहे थे.
यह शिविर निकासी क्षेत्र में स्थित है, जहां इजरायल की सेना ने गाजा में फिलिस्तीनी नागरिकों से शरण लेने का आग्रह किया था. बता दें कि अमेरिका और अन्य कई देशओं के अपीलों के बावजूद, इजरायल ने गाजा में अपनी बमबारी जारी रखी है. उसका कहना है कि हमास के आतंकवादी शिविरों में छिपे हुए हैं और वहीं से अपने ऑपरेशन संचालित कर रहे हैं. इजरायल ने हमास पर नागरिकों को मानव ढाल के रूप में उपयोग करने का आरोप लगाया है. आलोचकों का कहना है कि इस तरह के हमलों में मारे गए महिलाओं और बच्चों की बड़ी संख्या को देखते हुए, इजरायल को ऐसा करने पर विचार करना चाहिए.