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इजरायली जांचकर्ताओं से बोले गाजावासी- अस्पतालों में नागरिकों और कर्मचारियों के भेष में थे आतंकी

इजरायल की सेना ने एक बयान जारी कर बताया कि यह स्पष्ट है कि गाजा पट्टी के निवासी हमास के बर्बर व्यवहार से संतुष्ट नहीं हैं. उन्होंने कहा कि आम नागरिक समझता है कि हमास गाजा के निवासियों के लिए खतरा है और इस खतरे से उबरना उनके लिए मुश्किल होगा. Israel Hamas Conflict, Israel Hamas War, Gaza Israel Conflict, Hospitals in gaza

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प्रतिकात्मक तस्वीर
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By ANI

Published : Nov 21, 2023, 8:13 AM IST

तेल अवीव : इजरायली हिरासत में गाजावासियों ने जांच अधिकारियों से इस बात की पुष्टि की कि आतंकवादी समूह गाजा अस्पतालों में सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं. यहां तक ​​कि सोमवार को इजरायल रक्षा बलों की ओर से जारी किए गए वीडियो में फिलिस्तीनी रेड क्रिसेंट सोसाइटी में खुद को गहराई से शामिल कर लिया है. आईडीएफ ने कहा कि अब तक आईडीएफ के सैन्य खुफिया निदेशालय की यूनिट 504 के अरबी भाषी सदस्यों की ओर दक्षिणी इजरायल में एक हिरासत केंद्र में 500 फिलिस्तीनियों से पूछताछ की गई है.

सेना की ओर से कहा गया कि तीन फिलिस्तीनियों ने जांच अधिकारियों को बताया कि कैसे हमास, फिलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद और अन्य समूहों के आतंकवादी शिफा और रान्तिसी अस्पतालों में छिपे हुए थे. वीडियो में तीन फिलिस्तीनियों में से दो की पहचान उनके नाम से की गई.

हिरासत में लिये गये फिलिस्तीनी नागरिक ने जांचकर्ताओं को बताया कि आम लोगों जैसे कपड़े पहने आतंकवादी अस्पतालों का उपयोग कमांड सेंटर के रूप में कर रहे हैं. आईडीएफ के मुताबिक बयान में कहा गया कि आतंकवादियों ने कहा कि कुछ आतंकवादी मेडिकल स्टाफ के रूप में भी अस्पताल में थे.

उन्होंने कहा कि डॉक्टर गुस्से में थे क्योंकि हमास के कार्यकर्ता और अन्य आतंकी संगठनों के सदस्य अस्पताल के अंदर थे. यह पूछे जाने पर कि उसने कितने आतंकवादियों को देखा, फिलिस्तीनी ने उत्तर दिया कि मैंने उनमें से बहुतों को देखा - लगभग 80, 90, 100. उन्होंने आगे कहा कि उन्होंने नर्सिंग स्टाफ जैसे कपड़े पहने थे, लेकिन वे नर्स या डॉक्टर नहीं थे.

गाजा के हमास की ओर से संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय के एक इंटरनेट एप्लिकेशन इंजीनियर हामुदा रियाद असद शमालाह ने कहा कि आतंकवादी समूहों ने खुद को रेड क्रिसेंट संगठन के साथ भी जोड़ लिया है, जिसमें 10 मंजिला परिसर है. उन्होंने कहा कि वह अपनी पत्नी और तीन बेटियों के साथ वहां गए थे क्योंकि उन्हें लगा था कि यह एक सुरक्षित जगह है. शमालाह ने कहा कि वह शरण पाना चाहता था, लेकिन तभी आतंकवादियों ने आकर हमें धमकी दी.

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उन्होंने जांचकर्ता से पूछा कि जब हमास के कार्यकर्ता परिसर में रहे, तो उन्होंने काम करना जारी रखा और गद्दों के अंदर रॉकेट और बंदूकें छिपा दीं. यह दैनिक आधार पर था. कोई भी उन्हें मना नहीं कर सकता. यदि आप हमास विरोध करेंगे तो वह आपको मार देंगे. शमालाह के अनुसार, रेड क्रिसेंट मुख्यालय में लोगों की भारी संख्या ने हमास के लिए इसे एक सुरक्षित ठीकाना बना दिया.

तेल अवीव : इजरायली हिरासत में गाजावासियों ने जांच अधिकारियों से इस बात की पुष्टि की कि आतंकवादी समूह गाजा अस्पतालों में सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं. यहां तक ​​कि सोमवार को इजरायल रक्षा बलों की ओर से जारी किए गए वीडियो में फिलिस्तीनी रेड क्रिसेंट सोसाइटी में खुद को गहराई से शामिल कर लिया है. आईडीएफ ने कहा कि अब तक आईडीएफ के सैन्य खुफिया निदेशालय की यूनिट 504 के अरबी भाषी सदस्यों की ओर दक्षिणी इजरायल में एक हिरासत केंद्र में 500 फिलिस्तीनियों से पूछताछ की गई है.

सेना की ओर से कहा गया कि तीन फिलिस्तीनियों ने जांच अधिकारियों को बताया कि कैसे हमास, फिलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद और अन्य समूहों के आतंकवादी शिफा और रान्तिसी अस्पतालों में छिपे हुए थे. वीडियो में तीन फिलिस्तीनियों में से दो की पहचान उनके नाम से की गई.

हिरासत में लिये गये फिलिस्तीनी नागरिक ने जांचकर्ताओं को बताया कि आम लोगों जैसे कपड़े पहने आतंकवादी अस्पतालों का उपयोग कमांड सेंटर के रूप में कर रहे हैं. आईडीएफ के मुताबिक बयान में कहा गया कि आतंकवादियों ने कहा कि कुछ आतंकवादी मेडिकल स्टाफ के रूप में भी अस्पताल में थे.

उन्होंने कहा कि डॉक्टर गुस्से में थे क्योंकि हमास के कार्यकर्ता और अन्य आतंकी संगठनों के सदस्य अस्पताल के अंदर थे. यह पूछे जाने पर कि उसने कितने आतंकवादियों को देखा, फिलिस्तीनी ने उत्तर दिया कि मैंने उनमें से बहुतों को देखा - लगभग 80, 90, 100. उन्होंने आगे कहा कि उन्होंने नर्सिंग स्टाफ जैसे कपड़े पहने थे, लेकिन वे नर्स या डॉक्टर नहीं थे.

गाजा के हमास की ओर से संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय के एक इंटरनेट एप्लिकेशन इंजीनियर हामुदा रियाद असद शमालाह ने कहा कि आतंकवादी समूहों ने खुद को रेड क्रिसेंट संगठन के साथ भी जोड़ लिया है, जिसमें 10 मंजिला परिसर है. उन्होंने कहा कि वह अपनी पत्नी और तीन बेटियों के साथ वहां गए थे क्योंकि उन्हें लगा था कि यह एक सुरक्षित जगह है. शमालाह ने कहा कि वह शरण पाना चाहता था, लेकिन तभी आतंकवादियों ने आकर हमें धमकी दी.

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उन्होंने जांचकर्ता से पूछा कि जब हमास के कार्यकर्ता परिसर में रहे, तो उन्होंने काम करना जारी रखा और गद्दों के अंदर रॉकेट और बंदूकें छिपा दीं. यह दैनिक आधार पर था. कोई भी उन्हें मना नहीं कर सकता. यदि आप हमास विरोध करेंगे तो वह आपको मार देंगे. शमालाह के अनुसार, रेड क्रिसेंट मुख्यालय में लोगों की भारी संख्या ने हमास के लिए इसे एक सुरक्षित ठीकाना बना दिया.

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