इस्लामाबाद: पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा है कि उनकी सरकार का आईएमएफ के साथ 3 अरब डॉलर का समझौता देश में आर्थिक स्थिरता और विकास में मदद करेगा. पूर्वी शहर लाहौर में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, प्रधान मंत्री ने शुक्रवार को कहा कि समझौते को औपचारिक मंजूरी देने के लिए आईएमएफ कार्यकारी बोर्ड की जुलाई के मध्य में बैठक होने वाली है.
इससे पहले गुरुवार को आईएमएफ ने समझौते की घोषणा की. इसमें कहा गया कि यह पाकिस्तान में हाल के झटकों से अर्थव्यवस्था को स्थिर करने, आर्थिक स्थिरता को बनाए रखने और इसके लिए एक रूपरेखा प्रदान करने के लिए अधिकारियों के तत्काल प्रयासों का समर्थन करेगा.
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, शरीफ ने कहा कि आईएमएफ के साथ समझौता देश के लिए अपरिहार्य था और उनकी सरकार भविष्य में आत्मनिर्भरता हासिल करने का प्रयास करते हुए इस कार्यक्रम को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है.
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार कृषि, खनन और सूचना प्रौद्योगिकी में निवेश बढ़ाकर और निर्यात बढ़ाकर अर्थव्यवस्था को स्थिर करने के लिए आर्थिक पुनरुद्धार योजना को क्रियान्वित करने के लिए सभी राज्य संस्थानों द्वारा समर्पित प्रयासों का नेतृत्व कर रही है. इस मौके पर देश के वित्त मंत्री इशाक डार ने कहा कि जुलाई के मध्य में आईएमएफ कार्यकारी बोर्ड की मंजूरी के बाद पाकिस्तान को एक अरब डॉलर जल्द ही मिल जाएंगे.
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नकदी संकट से जूझ रहे पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) से बड़ी राहत मिली है. पाकिस्तान सरकार और मुद्रा कोष तीन अरब डॉलर के बहुप्रतीक्षित समझौते पर पहुंच गये हैं. इससे पाकिस्तान को वैश्विक झटकों से निपटने और अर्थव्यवस्था को स्थिरता प्रदान करने में मदद मिलेगी. यह समझौता कर्मचारियों के स्तर पर है. अत: यह मुद्रा कोष के कार्यकारी निदेशक मंडल की मंजूरी पर निर्भर है.
(आईएएनएस)