बुडापेस्ट: हंगरी के प्रधानमंत्री विक्टर ओरबान ने रूस यूक्रेन संघर्ष में शांति का आह्वान किया है और संघर्ष बढ़ने की चेतावनी दी. उन्होंने अपना वार्षिक स्टेट ऑफ द नेशन एड्रेस देते हुए कहा कि संघर्ष वर्षों तक चल सकता है. उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) और यूरोपीय संघ (ईयू) में हर कोई हंगरी को छोड़कर युद्ध के पक्ष में है.
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, अपने भाषण में ओरबान ने बताया कि यूरोपीय संघ पहले से ही रूस के साथ युद्ध में अप्रत्यक्ष रूप से उलझा है. हंगेरियन पीएम ने वादा किया कि मामला और बिगड़ने पर भी हंगरी अपनी स्थिति पर कायम रहेगा और रूस के साथ आर्थिक संबंध बनाए रखना जारी रखेगा.
ओरबान के अनुसार हंगरी की स्थिति यूरोप के भीतर एक अपवाद है लेकिन वास्तव में बाकी दुनिया में काफी सामान्य है. उन्होंने कहा कि यूरोपीय आबादी प्रतिबंधों की कीमत चुकाते-चुकाते थक जाएंगे, तब नई सरकारों को हंगरी की नीति उचित लगेगी.
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ओरबान ने कहा कि हंगरी के लिए साल 2022 युद्ध और उच्च मुद्रास्फीति के कारण 1990 के बाद से सबसे कठिन वर्ष रहा है. उन्होंने कहा कि देश में मुद्रास्फीति एकल अंकों में वापस आ जाएगी.
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उन्होंने कहा हम युद्ध से बाहर रहेंगे, हंगरी शांति और सुरक्षा का द्वीप बना रहेगा. हम मुद्रास्फीति को भी खत्म करेंगे, यह सरकार का काम है, इसमें कोई गलती नहीं होगी.
(आईएएनएस)