एम्स्टर्डम: नीदरलैंड में राष्ट्रीय चुनाव से कुछ दिन पहले, ग्रेटा थनबर्ग ने एम्स्टर्डम में एक जलवायु मार्च निकाला. इस दौरान दौरान हजारों लोग उपस्थित थे. इस मार्च के दौरान बोलने के लिए उन्होंने अफगान और फिलिस्तीनी नेताओं को बोलने के लिए आमंत्रित किया. जिसके बाद एक व्यक्ति मंच पर चढ़ गया. उस व्यक्ति के हंगामे के कारण कार्यक्रम को थोड़ी देर के लिए रोक दिया गया.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ग्रेटा थनबर्ग ने महिलाओं को मंच पर आने की अनुमति देते हुए कहा कि जलवायु न्याय आंदोलन के रूप में, हमें उन लोगों की आवाज सुननी होगी जिन पर अत्याचार हो रहा है. जो स्वतंत्रता और न्याय के लिए लड़ रहे हैं. अन्यथा, अंतरराष्ट्रीय एकजुटता के बिना कोई जलवायु न्याय नहीं हो सकता.
मंच पर थनबर्ग के पास आने वाले व्यक्ति ने उनसे कहा कि वह यहां जलवायु प्रदर्शन के लिए आए हैं, राजनीतिक मार्च के लिए नहीं. एपी की रिपोर्ट के अनुसार, उस व्यक्ति की पहचान तुरंत स्पष्ट नहीं हो पाई है. यह घटना तब हुई जब राष्ट्रीय चुनाव से ठीक 10 दिन पहले बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन करते हुए लोगों ने जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए और अधिक कार्रवाई की मांग करते हुए एम्स्टर्डम की सड़कों पर मार्च किया. आयोजकों ने यह भी दावा किया कि मार्च में 70,000 लोगों ने हिस्सा लिया. इसे नीदरलैंड में अब तक का सबसे बड़ा जलवायु मार्च बताया जा रहा है.
थनबर्ग के संबोधन से पहले, कार्यकर्ताओं के एक छोटे समूह ने फिलिस्तीनी झंडे भी लहराए और फिलिस्तीन समर्थक नारे लगाए. वह अविचलित दिखीं और बाद में उन्हें मंच के पीछे बैंड बजाते और नाचते हुए देखा गया.