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G20 Summit : खालिस्तान मुद्दे पर कनाडा पीएम ने कहा- हिंसा, नफरत के खिलाफ कार्रवाई के लिए हम हमेशा तत्पर

जी20 शिखर सम्मेलन के समापन समारोह में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने देश में खालिस्तानी तत्वों की बढ़ती गतिविधियों पर कहा कि उन्होंने "खालिस्तान उग्रवाद" और "विदेशी हस्तक्षेप" के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ कई चर्चाएं की और उनका देश शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन की स्वतंत्रता की हमेशा रक्षा करेगा लेकिन साथ ही हिंसा को रोकेगा और नफरत को पीछे धकेलने के लिए हमेशा प्रयास करेगा.

कनाडा पीएम
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Sep 10, 2023, 7:00 PM IST

Updated : Sep 10, 2023, 7:22 PM IST

नई दिल्ली : कनाडा में खालिस्तानी चरमपंथियों द्वारा भारत विरोधी प्रदर्शनों और भारतीय राजनयिकों को जान से मारने की धमकियों के बीच कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने रविवार को कहा कि हालांकि उनका देश हमेशा शांतिपूर्ण विरोध की स्वतंत्रता की रक्षा करेगा, लेकिन साथ ही यह नफरत के खिलाफ भी कार्रवाई करेगा. जी20 शिखर सम्मेलन के समापन के बाद अपने भारतीय समकक्ष नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद मीडिया से बातचीत में, ट्रूडो ने एक सवाल के जवाब में कहा, "वर्षों से पीएम मोदी के साथ हमने इन मुद्दों पर कई बार बातचीत की है. कनाडा हमेशा अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, अंतरात्मा की स्वतंत्रता और शांतिपूर्ण विरोध की स्वतंत्रता की रक्षा करेगा और यह हमारे लिए बेहद महत्वपूर्ण है. साथ ही हम हिंसा को रोकने और नफरत को पीछे धकेलने के लिए हमेशा मौजूद हैं."

उनसे पूछा गया था कि क्या बैठक के दौरान खालिस्तानी चरमपंथियों का मुद्दा उठा था. उन्‍होंने कहा, "मुझे लगता है कि समुदाय के मुद्दे पर यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि चंद लोगों की हरकतें पूरे समुदाय या कनाडा का प्रतिनिधित्व नहीं करती हैं. इसका दूसरा पहलू यह है कि हमने कानून के शासन का सम्मान करने के महत्व पर भी प्रकाश डाला है." गौरतलब है कि इस साल जुलाई में टोरंटो स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास के बाहर खालिस्तानी तत्वों द्वारा "किल इंडिया" पोस्टर प्रदर्शित करने की घटनाओं पर विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा था कि कनाडा स्पष्ट रूप से वोटबैंक की राजनीति से प्रेरित होकर इन विरोध प्रदर्शनों की अनुमति दे रहा है.

  • #WATCH | Delhi: On Khalistan extremism and "foreign interference", Canadian Prime Minister Justin Trudeau says, "Both the issues came up. Over the years, with PM Modi, we have had many conversations on both of those issues... Canada will always defend freedom of expression,… pic.twitter.com/sRYsCoEvY0

    — ANI (@ANI) September 10, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

पढ़ें : भू-राजनीतिक मुद्दों को जी20 चर्चाओं पर हावी नहीं होने देना चाहिए : ब्राजील के राष्ट्रपति

भारत में कनाडा के उच्चायुक्त कैमरून मैके को भी तलब किया गया. विदेश मंत्रालय के अनुसार, भारतीय राजनयिकों के नाम वाले खालिस्तानी पोस्टर सोशल मीडिया पर मौजूद हैं. भारत सरकार ने पोस्टरों की घटना और इस साल 23 मार्च को हुई इसी तरह की एक अन्य घटना के संबंध में एक मजबूत बयान भी दिया था.

इस बीच, द्विपक्षीय संबंधों पर ट्रूडो ने कहा, "हम मानते हैं कि भारत दुनिया की एक असाधारण रूप से महत्वपूर्ण अर्थव्यवस्था है और जलवायु परिवर्तन से लड़ने से लेकर नागरिकों के लिए विकास और समृद्धि बनाने तक हर चीज में कनाडा का एक महत्वपूर्ण भागीदार है. हमेशा बहुत काम करना होता है और हम इसे करना जारी रखेंगे." मोदी ने ट्रूडो से मुलाकात के बाद एक्स पर पोस्ट किया, "जी20 शिखर सम्मेलन के मौके पर प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो से मुलाकात हुई. हमने विभिन्न क्षेत्रों में भारत-कनाडा संबंधों की पूरी श्रृंखला पर चर्चा की."

(आईएएनएस)

नई दिल्ली : कनाडा में खालिस्तानी चरमपंथियों द्वारा भारत विरोधी प्रदर्शनों और भारतीय राजनयिकों को जान से मारने की धमकियों के बीच कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने रविवार को कहा कि हालांकि उनका देश हमेशा शांतिपूर्ण विरोध की स्वतंत्रता की रक्षा करेगा, लेकिन साथ ही यह नफरत के खिलाफ भी कार्रवाई करेगा. जी20 शिखर सम्मेलन के समापन के बाद अपने भारतीय समकक्ष नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद मीडिया से बातचीत में, ट्रूडो ने एक सवाल के जवाब में कहा, "वर्षों से पीएम मोदी के साथ हमने इन मुद्दों पर कई बार बातचीत की है. कनाडा हमेशा अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, अंतरात्मा की स्वतंत्रता और शांतिपूर्ण विरोध की स्वतंत्रता की रक्षा करेगा और यह हमारे लिए बेहद महत्वपूर्ण है. साथ ही हम हिंसा को रोकने और नफरत को पीछे धकेलने के लिए हमेशा मौजूद हैं."

उनसे पूछा गया था कि क्या बैठक के दौरान खालिस्तानी चरमपंथियों का मुद्दा उठा था. उन्‍होंने कहा, "मुझे लगता है कि समुदाय के मुद्दे पर यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि चंद लोगों की हरकतें पूरे समुदाय या कनाडा का प्रतिनिधित्व नहीं करती हैं. इसका दूसरा पहलू यह है कि हमने कानून के शासन का सम्मान करने के महत्व पर भी प्रकाश डाला है." गौरतलब है कि इस साल जुलाई में टोरंटो स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास के बाहर खालिस्तानी तत्वों द्वारा "किल इंडिया" पोस्टर प्रदर्शित करने की घटनाओं पर विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा था कि कनाडा स्पष्ट रूप से वोटबैंक की राजनीति से प्रेरित होकर इन विरोध प्रदर्शनों की अनुमति दे रहा है.

  • #WATCH | Delhi: On Khalistan extremism and "foreign interference", Canadian Prime Minister Justin Trudeau says, "Both the issues came up. Over the years, with PM Modi, we have had many conversations on both of those issues... Canada will always defend freedom of expression,… pic.twitter.com/sRYsCoEvY0

    — ANI (@ANI) September 10, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

पढ़ें : भू-राजनीतिक मुद्दों को जी20 चर्चाओं पर हावी नहीं होने देना चाहिए : ब्राजील के राष्ट्रपति

भारत में कनाडा के उच्चायुक्त कैमरून मैके को भी तलब किया गया. विदेश मंत्रालय के अनुसार, भारतीय राजनयिकों के नाम वाले खालिस्तानी पोस्टर सोशल मीडिया पर मौजूद हैं. भारत सरकार ने पोस्टरों की घटना और इस साल 23 मार्च को हुई इसी तरह की एक अन्य घटना के संबंध में एक मजबूत बयान भी दिया था.

इस बीच, द्विपक्षीय संबंधों पर ट्रूडो ने कहा, "हम मानते हैं कि भारत दुनिया की एक असाधारण रूप से महत्वपूर्ण अर्थव्यवस्था है और जलवायु परिवर्तन से लड़ने से लेकर नागरिकों के लिए विकास और समृद्धि बनाने तक हर चीज में कनाडा का एक महत्वपूर्ण भागीदार है. हमेशा बहुत काम करना होता है और हम इसे करना जारी रखेंगे." मोदी ने ट्रूडो से मुलाकात के बाद एक्स पर पोस्ट किया, "जी20 शिखर सम्मेलन के मौके पर प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो से मुलाकात हुई. हमने विभिन्न क्षेत्रों में भारत-कनाडा संबंधों की पूरी श्रृंखला पर चर्चा की."

(आईएएनएस)

Last Updated : Sep 10, 2023, 7:22 PM IST
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