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पाकिस्तान को बड़ी राहत, FATF की ग्रे लिस्ट से बाहर आया, अब वर्ल्ड बैंक से मिल सकेगी मदद - म्यांमार FATF की ब्लैकलिस्ट

आतंकवाद के वित्त पोषण और धन शोधन पर वैश्विक निगरानी संस्था एफएटीएफ (Financial Action Task Force) ने पाकिस्तान को अपनी ग्रे लिस्ट से निकाल (Pakistan removed from FATF grey list) दिया है. एफएटीएफ ने कहा कि धन शोधन और आतंकवादी वित्त पोषण से निपटने के तंत्र में सुधार की दिशा में पाकिस्तान ने महत्वपूर्ण प्रगति की है. वहीं, म्यांमार को FATF की ब्लैकलिस्ट में जोड़ा गया है.

पाकिस्तान एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट
पाकिस्तान एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट
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Published : Oct 21, 2022, 8:47 PM IST

Updated : Oct 22, 2022, 3:33 PM IST

नई दिल्ली: पाकिस्तान को वित्तीय कार्रवाई कार्यबल (FATF) की ग्रे (संदिग्ध) सूची से निकाल (Pakistan removed from FATF grey list) दिया गया है. एफएटीएफ ने 20-21 अक्टूबर को पेरिस में हुई अपनी बैठक में पाकिस्तान को ग्रे सूची से निकालने का फैसला लिया. एफएटीएफ (Financial Action Task Force) आतंकवादी वित्त पोषण और धन शोधन पर नजर रखने वाली वैश्विक संस्था है. पाकिस्तान को लगभग चार साल पहले एफएटीएफ की ग्रे सूची में डाला गया था. ग्रे सूची से बाहर होने के बाद पाकिस्तान अपनी लड़खड़ाई अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ), विश्व बैंक, एशियाई विकास बैंक (एडीबी) और यूरोपीय संघ (ईयू) से वित्तीय मदद हासिल करने के लिए आवेदन कर सकता है.

  • Pakistan out of FATF's grey list

    Pakistan is "no longer subject to FATF's increased monitoring process; to continue to work with APG (Asia/Pacific Group on Money Laundering) to further improve its AML/CFT (anti-money laundering & counter-terrorist financing) system," states FATF pic.twitter.com/kFp9biqVNG

    — ANI (@ANI) October 21, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

वहीं, एफएटीएफ ने म्यांमार को पहली बार अपनी काली सूची में शामिल किया है. काली सूची में उच्च जोखिम वाले उन क्षेत्रों को रखा जाता है, जहां कार्रवाई किए जाने की जरूरत है. ईरान और उत्तर कोरिया एफएटीएफ की काली सूची में बरकरार हैं. इसके अलावा, एक अन्य महत्वपूर्ण निर्णय के तहत रूस को एफएटीएफ के भावी कार्यक्रमों में शामिल होने से प्रतिबंधित कर दिया गया है. यह कदम यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के मद्देनजर उठाया गया है.

एफएटीएफ ने एक बयान जारी कर कहा कि वह धन शोधन और आतंकवादी वित्त पोषण से निपटने के तंत्र में सुधार की दिशा में पाकिस्तान द्वारा की गई महत्वपूर्ण प्रगति का स्वागत करता है. एफएटीएफ ने कहा, 'पाकिस्तान ने धन शोधन और आतंकवादी वित्त पोषण से निपटने के अपने तंत्र को अधिक प्रभावी बनाया है. साथ ही रणनीतिक कमियों के संबंध में अपनी कार्य योजनाओं की प्रतिबद्धताओं को पूरा करने के लिए उन तकनीकी कमियों को दूर किया है, जिनका जिक्र एफएटीएफ ने जून 2018 और जून 2021 में किया था. पाकिस्तान ने संबंधित प्रतिबद्धताओं को तय समयसीमा से पहले पूरा किया है, जिसमें कुल 34 कार्य बिंदु शामिल थे.

  • On being asked about Pakistan's political commitments to fight terrorism against anti-India terror groups, FATF Pres T Raja Kumar said, "Pak has been on grey list since 2018, there was a list of item actions that it had to undertake & Pak demonstrated the same. We're satisfied." pic.twitter.com/rMJGeYrASq

    — ANI (@ANI) October 21, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

एफएटीएफ ने कहा, इसलिए पाकिस्तान अब एफएटीएफ की बढ़ी हुई निगरानी प्रक्रिया के अधीन नहीं है. पाकिस्तान धन शोधन और आतंकवादी वित्त पोषण से निपटने के अपने तंत्र को और बेहतर बनाने के लिए एपीजी के साथ काम करना जारी रखेगा.' एफएटीएफ के अध्यक्ष टी राजा कुमार ने कहा कि एफएटीएफ ने धनशोधन, वित्तीय आतंकवाद से निपटने में पाकिस्तान की महत्वपूर्ण प्रगति का स्वागत किया है. एफएटीएफ अध्यक्ष ने कहा कि हालांकि, पाकिस्तान की ओर से अभी भी काम किया जाना बाकी है. उन्होंने कहा, मैं पाकिस्तान को आतंकवाद के वित्तपोषण से निपटने के लिए कदम उठाने के लिए एशिया-प्रशांत समूह के साथ काम करना जारी रखने के लिए प्रोत्साहित कर रहा हूं.

यूक्रेन युद्ध को लेकर एफएटीएफ अध्यक्ष कुमार ने कहा कि FATF ने यूक्रेन पर रूस के आक्रमण की बार-बार निंदा की. इस सप्ताह पूर्ण चर्चा के बाद, FATF ने अतिरिक्त प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया, जिसमें रूस को वर्तमान और भविष्य की परियोजनाओं से रोकना और FATF के क्षेत्रीय भागीदार निकायों की FATF सदस्य के रूप में बैठकों में भाग लेना शामिल है.

यह भी पढ़ें- पाक सेना की नई चाल, 'व्हाट्सएप आतंक'

नई दिल्ली: पाकिस्तान को वित्तीय कार्रवाई कार्यबल (FATF) की ग्रे (संदिग्ध) सूची से निकाल (Pakistan removed from FATF grey list) दिया गया है. एफएटीएफ ने 20-21 अक्टूबर को पेरिस में हुई अपनी बैठक में पाकिस्तान को ग्रे सूची से निकालने का फैसला लिया. एफएटीएफ (Financial Action Task Force) आतंकवादी वित्त पोषण और धन शोधन पर नजर रखने वाली वैश्विक संस्था है. पाकिस्तान को लगभग चार साल पहले एफएटीएफ की ग्रे सूची में डाला गया था. ग्रे सूची से बाहर होने के बाद पाकिस्तान अपनी लड़खड़ाई अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ), विश्व बैंक, एशियाई विकास बैंक (एडीबी) और यूरोपीय संघ (ईयू) से वित्तीय मदद हासिल करने के लिए आवेदन कर सकता है.

  • Pakistan out of FATF's grey list

    Pakistan is "no longer subject to FATF's increased monitoring process; to continue to work with APG (Asia/Pacific Group on Money Laundering) to further improve its AML/CFT (anti-money laundering & counter-terrorist financing) system," states FATF pic.twitter.com/kFp9biqVNG

    — ANI (@ANI) October 21, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

वहीं, एफएटीएफ ने म्यांमार को पहली बार अपनी काली सूची में शामिल किया है. काली सूची में उच्च जोखिम वाले उन क्षेत्रों को रखा जाता है, जहां कार्रवाई किए जाने की जरूरत है. ईरान और उत्तर कोरिया एफएटीएफ की काली सूची में बरकरार हैं. इसके अलावा, एक अन्य महत्वपूर्ण निर्णय के तहत रूस को एफएटीएफ के भावी कार्यक्रमों में शामिल होने से प्रतिबंधित कर दिया गया है. यह कदम यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के मद्देनजर उठाया गया है.

एफएटीएफ ने एक बयान जारी कर कहा कि वह धन शोधन और आतंकवादी वित्त पोषण से निपटने के तंत्र में सुधार की दिशा में पाकिस्तान द्वारा की गई महत्वपूर्ण प्रगति का स्वागत करता है. एफएटीएफ ने कहा, 'पाकिस्तान ने धन शोधन और आतंकवादी वित्त पोषण से निपटने के अपने तंत्र को अधिक प्रभावी बनाया है. साथ ही रणनीतिक कमियों के संबंध में अपनी कार्य योजनाओं की प्रतिबद्धताओं को पूरा करने के लिए उन तकनीकी कमियों को दूर किया है, जिनका जिक्र एफएटीएफ ने जून 2018 और जून 2021 में किया था. पाकिस्तान ने संबंधित प्रतिबद्धताओं को तय समयसीमा से पहले पूरा किया है, जिसमें कुल 34 कार्य बिंदु शामिल थे.

  • On being asked about Pakistan's political commitments to fight terrorism against anti-India terror groups, FATF Pres T Raja Kumar said, "Pak has been on grey list since 2018, there was a list of item actions that it had to undertake & Pak demonstrated the same. We're satisfied." pic.twitter.com/rMJGeYrASq

    — ANI (@ANI) October 21, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

एफएटीएफ ने कहा, इसलिए पाकिस्तान अब एफएटीएफ की बढ़ी हुई निगरानी प्रक्रिया के अधीन नहीं है. पाकिस्तान धन शोधन और आतंकवादी वित्त पोषण से निपटने के अपने तंत्र को और बेहतर बनाने के लिए एपीजी के साथ काम करना जारी रखेगा.' एफएटीएफ के अध्यक्ष टी राजा कुमार ने कहा कि एफएटीएफ ने धनशोधन, वित्तीय आतंकवाद से निपटने में पाकिस्तान की महत्वपूर्ण प्रगति का स्वागत किया है. एफएटीएफ अध्यक्ष ने कहा कि हालांकि, पाकिस्तान की ओर से अभी भी काम किया जाना बाकी है. उन्होंने कहा, मैं पाकिस्तान को आतंकवाद के वित्तपोषण से निपटने के लिए कदम उठाने के लिए एशिया-प्रशांत समूह के साथ काम करना जारी रखने के लिए प्रोत्साहित कर रहा हूं.

यूक्रेन युद्ध को लेकर एफएटीएफ अध्यक्ष कुमार ने कहा कि FATF ने यूक्रेन पर रूस के आक्रमण की बार-बार निंदा की. इस सप्ताह पूर्ण चर्चा के बाद, FATF ने अतिरिक्त प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया, जिसमें रूस को वर्तमान और भविष्य की परियोजनाओं से रोकना और FATF के क्षेत्रीय भागीदार निकायों की FATF सदस्य के रूप में बैठकों में भाग लेना शामिल है.

यह भी पढ़ें- पाक सेना की नई चाल, 'व्हाट्सएप आतंक'

Last Updated : Oct 22, 2022, 3:33 PM IST
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