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Twitter Blocked In Indonesia : इंडोनेशिया में बैन हुआ मस्क का X.com, जानें क्या है आरोप

इंडोनेशिया में ऑनलाइन पोर्न और जुए पर प्रतिबंध के लिए सख्त कानून लागू हैं. जिसके कारण अब वहां ट्विटर को ब्लॉक कर दिया गया है. हाल ही में ट्विटर का नाम बदलकर X.com कर दिया गया है. इंडोनेशिया के कानून के मुताबिक यह नाम पोर्नोग्राफिक साइटों के नाम से मिलता जुलाता है. जानें इंडोनेशिया में अनब्लॉक होने के लिए अब ट्विटर को क्या करना होगा...

Twitter Blocked In Indonesia
प्रतिकात्मक तस्वीर
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Published : Jul 26, 2023, 8:37 AM IST

मेदान : एलन मस्क की कंपनी सोशल मीडिया साइट एक्स (X.Com), जिसे पहले ट्विटर के नाम से जाना जाता था को इंडोनेशिया में ऑनलाइन पोर्नोग्राफ्री और जुए को बढ़ावा देने के आरोपों के तहत बैन कर दिया गया है. यह मस्क और X.com के लिए एक बड़ा झटका है. अल जजीरा के मुताबिक, इंडोनेशिया के संचार और सूचना विज्ञान मंत्रालय ने कहा कि साइट को प्रतिबंधित कर दिया गया है. उन्होंने अपने बयान में कहा कि इस साइट के डोमेन नेम (X.Com) अश्लील साहित्य और जुए जैसी 'नकारात्मक' सामग्री के खिलाफ देश के सख्त कानूनों का पालन नहीं करता है.

ट्विटर को इंडोनेशियाई सरकार को भेजना होगा पत्र, देनी होगी सफाई
मंत्रालय में सूचना और सार्वजनिक संचार के महानिदेशक उस्मान कंसोंग ने कहा कि सरकार साइट की प्रकृति को स्पष्ट करने के लिए X.Com एक्स के संपर्क में है. कंसोंग ने मंगलवार को स्थानीय मीडिया को बताया कि आज पहले, हमने ट्विटर के प्रतिनिधियों से बात की. उन्हें पहले एक पत्र भेजना होगा कि ट्विटर की ओर से X.com का उपयोग किया जा रहा है. इसके बाद भी उनपर लगे प्रतिबंध को हटाने पर विचार किया जायेगा. इस कदम का मतलब है कि इंडोनेशियाई लोग वर्तमान में ट्विटर का इस्तेमाल नहीं कर पायेंगे.

इंडोनेशिया में हैं 24 मिलियन ट्विटर यूजर
जानकारी के मुताबिक, इंडोनेशिया में देश की 270 मिलियन की आबादी में लगभग 24 मिलियन (लगभग 2 करोड़ 40 लाख) यूजर ट्विटर का उपयोग करते हैं. बता दें कि कुछ दिनों पहले ही मस्क ने घोषणा की थी कि ट्विटर प्लेटफॉर्म की रीब्रांडिंग के हिस्से के रूप में काले रंग की पृष्ठभूमि पर एक सफेद एक्स का लोगो इस्तेमाल करेगा और अपना पक्षी वाला लोगो हटा देगा. मस्क ने इसे रीब्रांडिंग के रूप में परिभाषित किया है. जिससे उपयोगकर्ताओं के बीच मिश्रित प्रतिक्रिया उत्पन्न हुई है. हालांकि, मस्क ने कहा है कि यह प्लेटफ़ॉर्म को 'सबकुछ के लिए एक ऐप' में बदलने की दिशा में पहला कदम है. मस्क की योजना है कि इस एप के माध्यम से भुगतान और बैंकिंग जैसी सेवाएं भी शुरू की जायेंगी.

नया नहीं है इंडोनेशिया में वेबसाइटों का ब्लॉक होना
जब लोकप्रिय वेबसाइटों को ब्लॉक करने या ब्लॉक करने की धमकी देने की बात होती है इंडोनेशिया इस मामले में काफी आगे है. बता दें कि इंडोनेशिया, दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला मुस्लिम-बहुल देश है. 2022 में, अधिकारियों ने कहा कि वे नेटफ्लिक्स, गूगल, फेसबुक, इंस्टाग्राम और ट्विटर सहित लोकप्रिय साइटों को ब्लॉक कर देंगे, अगर उन्होंने मंत्रालय को उनके प्लेटफॉर्म पर दिखाई देने वाली सामग्री का विवरण नहीं दिया. सभी साइटें समय सीमा से पहले पंजीकरण करके प्रस्तावित प्रतिबंध से बचने में कामयाब रहीं.

नेटफ्लिक्स पर लगा था लंबा प्रतिबंध
नेटफ्लिक्स को पोर्नोग्राफी सहित 'अनुचित सामग्री' की आशंकाओं के कारण 2016 में लॉन्च होने के तुरंत बाद इंडोनेशिया की सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी, टेलीकॉमुनिकासी इंडोनेशिया द्वारा ब्लॉक कर दिया गया था. यह प्रतिबंध 2020 के मध्य तक जारी रहा. लोकप्रिय वीडियो-शेयरिंग ऐप टिकटॉक को भी 2018 में अधिकारियों ने कुछ समय के लिए ब्लॉक कर दिया था.

ऑस्ट्रेलियन स्ट्रैटेजिक पॉलिसी इंस्टीट्यूट के साइबर नीति विश्लेषक गैट्रिया प्रियंदिता ने अल जजीरा को बताया कि आम तौर पर, मंत्रालय उन वेबसाइटों को ब्लॉक कर देता है जिन्हें आक्रामक, आपराधिक या सामाजिक सद्भाव के लिए खतरनाक माना जाता है. इनमें अश्लील सामग्री, बौद्धिक संपदा कानूनों का उल्लंघन करने वाली साइटें, नफरत भड़काने वाली या गलत जानकारी से भरी साइटें शामिल हो सकती हैं.

क्या ट्विटर के लिए आसान होगा प्रतिबंध हटवाना
प्रियंदिता ने कहा कि यह देखते हुए कि इंडोनेशिया में ट्विटर का स्वतंत्र रूप से उपयोग किया जा सकता है, मुझे संदेह है कि X.com को प्रतिबंधित साइटों की सूची से हटाना एक बड़ी चुनौती होगी, जब तक ट्विटर की ओर से कोई मजबूत सफाई ना आ जाये. फैक्ट चेकिंग समूह, MAFINDO के सह-संस्थापक, अरिबोवो सस्मितो ने कहा कि उनका मानना ​​है कि X.com को ब्लॉक कर दिया गया है क्योंकि नाम में नकारात्मक अर्थ थे. सस्मितो ने अल जजीरा को बताया कि मुझे लगता है कि नाम XXX से बहुत दूर नहीं है.

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प्रतिबंध पर इंडोनेशिया में है दोहरी राय
सस्मितो ने कहा कि इंडोनेशिया में जोखिम भरी ऑनलाइन सामग्री को रोकने का इतिहास पर देश में इंटरनेट उपयोगकर्ताओं के बीच दोहरी राय है. जो लोग आजादी पसंद करते हैं वे इसके खिलाफ हैं लेकिन अगर संदर्भ अश्लीलता से संबंधित है, तो यह धार्मिक पहलुओं के कारण फैसले को लोगों का समर्थन मिल जाता है. हालांकि, सैस्मिटो ने कहा कि ऑनलाइन सेंसरशिप हमेशा अपने उद्देश्य में सफल नहीं होती है क्योंकि उपयोगकर्ता आसानी से प्रतिबंधों से बच सकते हैं. अल जजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने इस बारे में ट्विटर जो की अब एक्स है से संपर्क करने की कोशिश की लेकिन उन्हें कोई जवाब नहीं मिला.

मेदान : एलन मस्क की कंपनी सोशल मीडिया साइट एक्स (X.Com), जिसे पहले ट्विटर के नाम से जाना जाता था को इंडोनेशिया में ऑनलाइन पोर्नोग्राफ्री और जुए को बढ़ावा देने के आरोपों के तहत बैन कर दिया गया है. यह मस्क और X.com के लिए एक बड़ा झटका है. अल जजीरा के मुताबिक, इंडोनेशिया के संचार और सूचना विज्ञान मंत्रालय ने कहा कि साइट को प्रतिबंधित कर दिया गया है. उन्होंने अपने बयान में कहा कि इस साइट के डोमेन नेम (X.Com) अश्लील साहित्य और जुए जैसी 'नकारात्मक' सामग्री के खिलाफ देश के सख्त कानूनों का पालन नहीं करता है.

ट्विटर को इंडोनेशियाई सरकार को भेजना होगा पत्र, देनी होगी सफाई
मंत्रालय में सूचना और सार्वजनिक संचार के महानिदेशक उस्मान कंसोंग ने कहा कि सरकार साइट की प्रकृति को स्पष्ट करने के लिए X.Com एक्स के संपर्क में है. कंसोंग ने मंगलवार को स्थानीय मीडिया को बताया कि आज पहले, हमने ट्विटर के प्रतिनिधियों से बात की. उन्हें पहले एक पत्र भेजना होगा कि ट्विटर की ओर से X.com का उपयोग किया जा रहा है. इसके बाद भी उनपर लगे प्रतिबंध को हटाने पर विचार किया जायेगा. इस कदम का मतलब है कि इंडोनेशियाई लोग वर्तमान में ट्विटर का इस्तेमाल नहीं कर पायेंगे.

इंडोनेशिया में हैं 24 मिलियन ट्विटर यूजर
जानकारी के मुताबिक, इंडोनेशिया में देश की 270 मिलियन की आबादी में लगभग 24 मिलियन (लगभग 2 करोड़ 40 लाख) यूजर ट्विटर का उपयोग करते हैं. बता दें कि कुछ दिनों पहले ही मस्क ने घोषणा की थी कि ट्विटर प्लेटफॉर्म की रीब्रांडिंग के हिस्से के रूप में काले रंग की पृष्ठभूमि पर एक सफेद एक्स का लोगो इस्तेमाल करेगा और अपना पक्षी वाला लोगो हटा देगा. मस्क ने इसे रीब्रांडिंग के रूप में परिभाषित किया है. जिससे उपयोगकर्ताओं के बीच मिश्रित प्रतिक्रिया उत्पन्न हुई है. हालांकि, मस्क ने कहा है कि यह प्लेटफ़ॉर्म को 'सबकुछ के लिए एक ऐप' में बदलने की दिशा में पहला कदम है. मस्क की योजना है कि इस एप के माध्यम से भुगतान और बैंकिंग जैसी सेवाएं भी शुरू की जायेंगी.

नया नहीं है इंडोनेशिया में वेबसाइटों का ब्लॉक होना
जब लोकप्रिय वेबसाइटों को ब्लॉक करने या ब्लॉक करने की धमकी देने की बात होती है इंडोनेशिया इस मामले में काफी आगे है. बता दें कि इंडोनेशिया, दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला मुस्लिम-बहुल देश है. 2022 में, अधिकारियों ने कहा कि वे नेटफ्लिक्स, गूगल, फेसबुक, इंस्टाग्राम और ट्विटर सहित लोकप्रिय साइटों को ब्लॉक कर देंगे, अगर उन्होंने मंत्रालय को उनके प्लेटफॉर्म पर दिखाई देने वाली सामग्री का विवरण नहीं दिया. सभी साइटें समय सीमा से पहले पंजीकरण करके प्रस्तावित प्रतिबंध से बचने में कामयाब रहीं.

नेटफ्लिक्स पर लगा था लंबा प्रतिबंध
नेटफ्लिक्स को पोर्नोग्राफी सहित 'अनुचित सामग्री' की आशंकाओं के कारण 2016 में लॉन्च होने के तुरंत बाद इंडोनेशिया की सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी, टेलीकॉमुनिकासी इंडोनेशिया द्वारा ब्लॉक कर दिया गया था. यह प्रतिबंध 2020 के मध्य तक जारी रहा. लोकप्रिय वीडियो-शेयरिंग ऐप टिकटॉक को भी 2018 में अधिकारियों ने कुछ समय के लिए ब्लॉक कर दिया था.

ऑस्ट्रेलियन स्ट्रैटेजिक पॉलिसी इंस्टीट्यूट के साइबर नीति विश्लेषक गैट्रिया प्रियंदिता ने अल जजीरा को बताया कि आम तौर पर, मंत्रालय उन वेबसाइटों को ब्लॉक कर देता है जिन्हें आक्रामक, आपराधिक या सामाजिक सद्भाव के लिए खतरनाक माना जाता है. इनमें अश्लील सामग्री, बौद्धिक संपदा कानूनों का उल्लंघन करने वाली साइटें, नफरत भड़काने वाली या गलत जानकारी से भरी साइटें शामिल हो सकती हैं.

क्या ट्विटर के लिए आसान होगा प्रतिबंध हटवाना
प्रियंदिता ने कहा कि यह देखते हुए कि इंडोनेशिया में ट्विटर का स्वतंत्र रूप से उपयोग किया जा सकता है, मुझे संदेह है कि X.com को प्रतिबंधित साइटों की सूची से हटाना एक बड़ी चुनौती होगी, जब तक ट्विटर की ओर से कोई मजबूत सफाई ना आ जाये. फैक्ट चेकिंग समूह, MAFINDO के सह-संस्थापक, अरिबोवो सस्मितो ने कहा कि उनका मानना ​​है कि X.com को ब्लॉक कर दिया गया है क्योंकि नाम में नकारात्मक अर्थ थे. सस्मितो ने अल जजीरा को बताया कि मुझे लगता है कि नाम XXX से बहुत दूर नहीं है.

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प्रतिबंध पर इंडोनेशिया में है दोहरी राय
सस्मितो ने कहा कि इंडोनेशिया में जोखिम भरी ऑनलाइन सामग्री को रोकने का इतिहास पर देश में इंटरनेट उपयोगकर्ताओं के बीच दोहरी राय है. जो लोग आजादी पसंद करते हैं वे इसके खिलाफ हैं लेकिन अगर संदर्भ अश्लीलता से संबंधित है, तो यह धार्मिक पहलुओं के कारण फैसले को लोगों का समर्थन मिल जाता है. हालांकि, सैस्मिटो ने कहा कि ऑनलाइन सेंसरशिप हमेशा अपने उद्देश्य में सफल नहीं होती है क्योंकि उपयोगकर्ता आसानी से प्रतिबंधों से बच सकते हैं. अल जजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने इस बारे में ट्विटर जो की अब एक्स है से संपर्क करने की कोशिश की लेकिन उन्हें कोई जवाब नहीं मिला.

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