वाशिंगटन डीसी : पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर उनपर दायर हुए मुकदमों को राजनीतिक बताया है. उन्होंने खासतौर से सोमवार से शुरू हुए नागरिक धोखाधड़ी मुकदमा को लेकर यह बात कही. उन्होंने कहा कि यह मुकदमा उनके खिलाफ एक राजनीतिक हमला है. सीएनएन ने ट्रंप के हवाले से लिखा कि उन्होंने बाइडेन के नेतृत्व वाली सरकार पर आरोप लगाया कि वह नहीं चाहती है कि वह अपना ध्यान अगले साल होने वाले चुनाव प्रचार में लगायें. इसलिए उनके खिलाफ इस तरह के मुकदमें दायर किये जा रहे हैं. ट्रंप ने आरोप लगाया कि यह मुकदमा सिर्फ और सिर्फ उनके चुनाव अभियान को प्रभावित करने के लिए चलाया जा रहा है.
सीएनएन ने बताया ट्रंप ने अपने समर्थकों के सामने खेद व्यक्त किया है कि वह आयोवा, न्यू हैम्पशायर, दक्षिण कैरोलिना और अन्य स्थानों पर प्रचार के लिए नहीं आ सके. क्योंकि उनके अदालत के सामने उपस्थित होना था. सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक सोमवार को सुनवाई के दौरान वह अदालत में उपस्थित रहे. सुनवाई के बाद ट्रंप ने कहा कि आज का दिन उनके लिए (विरोधियों के लिए) सफल रहा. उन्होंने कहा कि यह सबकुछ राजनीति से प्रेरित है. यह उनके लिए बहुत सफल रहा है - उन्होंने मुझे चुनाव प्रचार से दूर कर दिया.
यह पूछे जाने पर कि क्या वह मंगलवार को भी सुनवाई के लिए उपस्थित रहेंगे ट्रंप ने कहा कि मैं उपस्थित नहीं भी रह सकता हूं. मुझे ऐसा करना अच्छा लगेगा. मुझे यहां उपस्थित होने के बजाय चुनाव प्रचार अभियान में जाना ज्यादा अच्छा लगेगा. इस बीच, न्यूयॉर्क के अटॉर्नी जनरल ने अपना पहला गवाह पेश किया. डोनाल्ड बेंडर ने अदालत के समक्ष अपनी गवाही दी. वह पूर्व में लंबे समय तक ट्रंप के अकाउंटेंट रहे हैं. उन्होंने 2011 के वित्तीय दस्तावेजों के बारे में गवाही दी. इस गवाही के साथ ही मुकदमा दिन भर के लिए समाप्त हो गया.
बेंडर ने अपनी गवाही में कहा कि यदि ट्रंप ऑर्गनाइजेशन ने यह नहीं दर्शाया होता कि सभी नबंर सही और उनके पक्ष में हैं तो अकाउंटिंग फर्म मजार्स यूएसए ने ये वित्तीय विवरण जारी नहीं किए होते. सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, बेंडर ने गवाही दी कि उन्होंने यह भी कहा कि अगर मजार्स यूएसए को पता होता कि ट्रंप ऑर्गनाइजेशन जो आंकड़े बता रहा है वह सही नहीं हैं तो वह उनके साथ कारोबार नहीं करते.
सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, ट्रंप के पूर्व मुख्य वित्तीय अधिकारी एलन वीसेलबर्ग ने ट्रंप की ओर से हस्ताक्षर किए कि 2011 के दस्तावेज सही हैं. न्यूयॉर्क अटॉर्नी जनरल के कार्यालय ने मजार्स में ट्रंप के पूर्व अकाउंटेंट डोनाल्ड बेंडर से डोनाल्ड ट्रंप की बेटी इवांका ट्रंप के लिए एक पेंटहाउस अपार्टमेंट की कीमत के बारे में पूछा. न्यूयॉर्क अटॉर्नी जनरल की ओर से दायर किये गये मुकदमे में आरोप लगाया गया है कि ट्रंप, उनके बेटे, उनके व्यवसाय और ट्रंप संगठन के अधिकारी धोखाधड़ी गतिविधियों में शामिल थे.
बेंडर ने गवाही दी कि उसका काम ट्रंप के वित्तीय विवरण का ऑडिट करना नहीं था, बल्कि 'समय-समय पर' वह वित्तीय दस्तावेजों पर ट्रंप संगठन के अधिकारियों को त्रुटियों के बारे में बताते थे. उन्होंने अदालत को बताया कि अपनी इसी जिम्मेदारी को निभाते हुए उन्होंने एक बार उन्होंने पाया कि इवांका ट्रंप ने पार्क एवेन्यू में जो पेंटहाउस अपार्टमेंट खरीदा था उसका मूल्य ट्रंप के वित्तीय विवरण और इंवाका की ओर से चुकाये गये वास्तविक कीमत से अलग था. माना जा रहा है कि बेंडर की गवाही आज भी जारी रहेगी.
पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप पूरी सुनवाई के दौरान अदालत में मौजूद रहे. वह अपने सामने मॉनिटर पर दस्तावेजों को देखते रहे, अदालत कक्ष में गवाहों को देखते रहे और अपने वकीलों के साथ चुपचाप बात करते रहे. सीएनएन के अनुसार, ट्रंप को अटॉर्नी जनरल और बचाव पक्ष दोनों के लिए संभावित गवाह के रूप में सूचीबद्ध किया गया है, हालांकि यह अनिश्चित है कि उन्हें गवाही देने के लिए बुलाया जाएगा या नहीं.
(अपडेट जारी है...)