बीजिंग/मॉस्को : यूक्रेन-रूस युद्ध के बीच चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग तीन दिवसीय यात्रा पर सोमवार को मॉस्को पहुंचे. चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और उनके रूसी समकक्ष व्लादिमीर पुतिन ने सोमवार को मॉस्को में महत्वपूर्ण वार्ता की.
जिनपिंग और पुतिन, जिन्होंने पिछले 10 वर्षों में 40 से अधिक बार मुलाकात की है. ये अमेरिका के प्रभुत्व वाली विश्व व्यवस्था का विरोध करने के लिए घनिष्ठ संबंध दर्शाने के लिए काफी है. दोनों पक्षों के आधिकारिक मीडिया ने सूचना दी कि चीनी नेता के मॉस्को में तीन दिवसीय राजकीय दौरे पर पहुंचने पर 'भव्य स्वागत' हुआ.
क्रेमलिन के सहयोगी यूरी उशाकोव ने मीडिया को बताया कि राष्ट्रपति जिनपिंग और पुतिन आमने-सामने बातचीत करेंगे, जिसके बाद उनके प्रतिनिधिमंडल बाद में बातचीत करेंगे. रूसी आधिकारिक मीडिया के मुताबिक, वे मंगलवार को भी अपनी बातचीत जारी रखेंगे. उशाकोव ने कहा कि यह यात्रा सख्ती से एक व्यापारिक यात्रा होगी, 'कोई अतिरिक्त प्रोटोकॉल सामान नहीं होगा, मुख्य बात बातचीत, बातचीत और बातचीत है.'
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Russian President Vladimir Putin tells Chinese President Xi Jinping that they will discuss China's Ukraine peace plan: Reuters
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Chinese President Xi Jinping is in Moscow for a three-day state visit to Russia. pic.twitter.com/L6G5ohjfCp
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— ANI (@ANI) March 20, 2023
Chinese President Xi Jinping is in Moscow for a three-day state visit to Russia. pic.twitter.com/L6G5ohjfCpRussian President Vladimir Putin tells Chinese President Xi Jinping that they will discuss China's Ukraine peace plan: Reuters
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Chinese President Xi Jinping is in Moscow for a three-day state visit to Russia. pic.twitter.com/L6G5ohjfCp
मॉस्को पहुंचने पर जिनपिंग ने कहा कि 'दोनों देशों ने बिना किसी गठबंधन, बिना किसी टकराव के और किसी तीसरे पक्ष को लक्षित नहीं करने के आधार पर द्विपक्षीय संबंधों को समेकित और विकसित किया है, और एक नया मॉडल विकसित करने के लिए एक अच्छा उदाहरण स्थापित किया है.'
उन्होंने कहा कि चीन संयुक्त राष्ट्र के साथ अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था की रक्षा के लिए रूस के साथ काम करना जारी रखेगा, अंतरराष्ट्रीय कानून द्वारा समर्थित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था, और संयुक्त राष्ट्र चार्टर के उद्देश्यों और सिद्धांतों के आधार पर.
रूस की तास समाचार एजेंसी ने बताया कि राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि मॉस्को ने यूक्रेन में संघर्ष को हल करने के लिए बीजिंग के प्रस्तावों का अध्ययन किया है और वह राष्ट्रपति जिनपिंग के साथ एक बैठक में इस पर चर्चा करेंगे.
इससे पहले चीन और रूस ने जिनपिंग की यात्रा को अपनी नो-लिमिटेड दोस्ती को और गहरा करने के प्रयासों के तहत बताया है. चीन अपनी अर्थव्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए रूस को तेल और गैस के स्रोत के रूप में देखता है, और वैश्विक मामलों में अमेरिका के प्रभुत्व के विरोध में एक भागीदार के रूप में देखता है.
क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा कि रूस के राष्ट्रपति वर्तमान स्थिति पर मॉस्को के दृष्टिकोण की विस्तृत व्याख्या करेंगे. पेसकोव के अनुसार, मंगलवार को दोनों देशों के अधिकारियों के बीच कई विषयों पर व्यापक बातचीत होनी है. पुतिन के लिए, क्रेमलिन में जिनपिंग की उपस्थिति एक प्रतिष्ठा यात्रा और एक कूटनीतिक जीत है, जिससे उन्हें यूक्रेन से संबद्ध पश्चिमी नेताओं को यह बताने का मौका मिला है कि उन्हें अलग-थलग करने के उनके प्रयास विफल हो गए हैं.
जिनपिंग की यात्रा हेग में अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय द्वारा यह घोषित किए जाने के कुछ ही दिनों बाद हुई है कि वह यूक्रेन से हजारों बच्चों के अपहरण के मामले में पुतिन पर मुकदमा चलाना चाहता है.
चीन जिनपिंग की इस यात्रा को सामान्य राजनयिक आदान-प्रदान के हिस्से के रूप में बता रहा है. हालांकि यूक्रेन में लगभग 13 महीने के युद्ध का असर इस वार्ता पर रहेगा.
सोमवार को बीजिंग में एक दैनिक ब्रीफिंग में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने कहा कि जिनपिंग की यात्रा दोस्ती, सहयोग और शांति की यात्रा है. युद्ध पर वांग ने कहा चीन, यूक्रेनी संकट पर अपने उद्देश्य और निष्पक्ष स्थिति को बनाए रखेगा और शांति वार्ता को बढ़ावा देने में रचनात्मक भूमिका निभाएगा.
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(AP)