बीजिंग: चीन ने शनिवार को ताइवान के आसपास सैन्य अभ्यास शुरू किया. इसके जरिए बीजिंग ने ताइवान की स्वतंत्रता चाहनेवालों, अलगाववादियों और इसमें शामिल विदेशी ताकतों को कड़ी चेतावनी दी है. यह अभ्यास ताइवान के उपराष्ट्रपति विलियम लाई के हाल ही में अमेरिका में रुकने की नाराज़गी भरी प्रतिक्रिया के रूप में आया.
समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के प्रवक्ता शी यी के हवाले से कहा कि गश्त, सैन्य जहाजों का अभ्यास सेना के बीच समन्वय बनाए रखने और समुद्री स्थानों पर नियंत्रण हासिल करने की उनकी क्षमता को प्रशिक्षित करने के लिए हैं. प्रवक्ता ने कहा कि सशस्त्र बलों की वास्तविक युद्ध स्थितियों में लड़ने की क्षमता का परीक्षण किया जाएगा.
चीनी मीडिया के अनुसार गश्त और अभ्यास विदेशी तत्वों और उनके उकसावे के साथ ताइवान की स्वतंत्रता अलगाववादियों की मिलीभगत के लिए एक कड़ी चेतावनी के रूप में है. ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में द्वीप के पास चीन के लेटेस्ट सैन्य अभ्यास की निंदा की और इसे तर्कहीन उत्तेजक व्यवहार करार दिया.
मंत्रालय ने यह भी कहा कि लोकतंत्र और प्रभुता की रक्षा के लिए नियमों के अनुसार जवाब देने के लिए उचित सैनिकों को भेजेगा. ताइवान के राष्ट्रीय रक्षा मंत्रालय ने बताया कि हाल के वर्षों में चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (सीसीपी) ने परेशान करने के लिए विमान और जहाज भेजना जारी रखा है, जिससे क्षेत्रीय सुरक्षा को काफी नुकसान हुआ है.
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बयान में कहा गया, 'इस बार बहाने से सैन्य अभ्यास शुरू करना न केवल ताइवान जलडमरूमध्य की शांति और स्थिरता में मदद नहीं करता है, बल्कि इसकी सैन्यवादी मानसिकता को भी उजागर करता है. ताइवान ने देश के लोगों से ठोस समर्थन की भूमिका निभाने और जलडमरूमध्य के दोनों किनारों पर स्थिति गंभीर होने पर एकता की आम सहमति बनाने का आह्वान किया. इससे पहले जब लाई ने अमेरिका का दौरा किया था, उस वक्त भी चीन ने इस यात्रा की निंदा की थी और 'कड़े कदम' उठाने की कसम खाई थी.
(एएनआई)