लंदन: ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने सोमवार को भारतीय मूल की अपनी गृह मंत्री सुएला ब्रेवरमैन को बर्खास्त कर दिया. प्रधानमंत्री कार्यालय से यह सूचना मिली.
सुनक ने यह कदम मेट्रोपॉलिटन पुलिस को निशाना बनाने वाला एक विवादास्पद लेख प्रधानमंत्री की अनुमति के बिना एक अखबार में प्रकाशित होने के कुछ दिन बाद उठाया है. अखबार में विवादास्पद लेख के प्रकाशन के बाद से ही ब्रेवरमैन के भविष्य को लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जा रही थीं.
-
British PM Rishi Sunak sacks interior minister Suella Braverman following comments she made last week about the police's handling of a pro-Palestinian march, reports Reuters.
— ANI (@ANI) November 13, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
(Photo source: X account of Suella Braverman) pic.twitter.com/6L3tzcVF7q
">British PM Rishi Sunak sacks interior minister Suella Braverman following comments she made last week about the police's handling of a pro-Palestinian march, reports Reuters.
— ANI (@ANI) November 13, 2023
(Photo source: X account of Suella Braverman) pic.twitter.com/6L3tzcVF7qBritish PM Rishi Sunak sacks interior minister Suella Braverman following comments she made last week about the police's handling of a pro-Palestinian march, reports Reuters.
— ANI (@ANI) November 13, 2023
(Photo source: X account of Suella Braverman) pic.twitter.com/6L3tzcVF7q
ब्रेवरमैन की जगह 54 वर्षीय विदेश मंत्री जेम्स क्लेवरली को गृह मंत्री बनाया गया है. क्लेवरली को उस दिन विदेश मंत्री के पद से हटना पड़ा है जिस दिन उनकी बातचीत पांच दिन की ब्रिटेन यात्रा पर पहुंचे भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ होनी थी.
यह देखना शेष है कि संबंधित द्विपक्षीय बैठकें अब किस तरह की होंगी क्योंकि क्लेवरली की जगह पूर्व प्रधानमंत्री डेविड कैमरन अब नए विदेश मंत्री हैं. ब्रेवरमैन की बर्खास्तगी के बाद सुनक के मंत्रिमंडल में फेरबदल से कई आश्चर्य सामने आने की उम्मीद है.
अखबार 'द टाइम्स' में छपे एक लेख में ब्रेवरमैन ने मेट्रोपॉलिटन पुलिस पर इजराइल-हमास संघर्ष शुरू होने के बाद लंदन में होने वाले प्रदर्शनों से सख्ती से नहीं निपटने का आरोप लगाया था.
कंजर्वेटिव पार्टी के कई सदस्यों का था दबाव: गोवा मूल की 43 वर्षीय मंत्री की टिप्पणियों पर अकसर विवाद होता रहा है. भारतीय मूल के पहले ब्रिटिश प्रधानमंत्री सुनक पर ब्रेवरमैन की टिप्पणियों को लेकर उनकी कंजर्वेटिव पार्टी के कई सदस्यों का दबाव था और साथ में उन्हें विपक्ष के हमलों का भी सामना करना पड़ रहा था.
ब्रेवरमैन ने सप्ताहांत में विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा के बाद रविवार शाम एक बयान में कहा, 'हमारे बहादुर पुलिस अधिकारी कल लंदन में प्रदर्शनकारियों की हिंसा और आक्रामकता तथा प्रदर्शनकारियों के विरोध में प्रदर्शन करने वालों से निपटने में अपनी पेशेवर क्षमता के लिए हर सभ्य नागरिक की ओर से धन्यवाद के पात्र हैं. अपने कर्तव्य निर्वहन के दौरान कई अधिकारियों के घायल होने से आक्रोश है.' हाला'कि, पुलिस के समर्थन में आया उनका यह बयान उनकी ओर से पद बचाने के प्रयास के तौर पर नजर आया.