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Blast Near Turkish Parliament: तुर्की में संसद के पास एक आतंकी की आत्मघाती हमले में मौत, दूसरा मार गिराया गया

तुर्की के अंकारा में मंत्रालय भवन के बाहर एक आत्मघाती हमलावर द्वारा किए गए विस्फोट में दो पुलिसकर्मी घायल हुए. हमले के कुछ घंटों को बाद ही तुर्की संसद नए कार्यकाल के लिए बुलाई गई. एक रिपोर्ट के अनुसार साल 2016 के बाद तुर्की की राजधानी में यह पहला विस्फोट है.

Suicide attack near parliament in Türkiye
तुर्की में संसद के पास आत्मघाती हमला
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By ANI

Published : Oct 1, 2023, 7:48 PM IST

अंकारा: तुर्की सरकार ने कहा है कि राजधानी अंकारा में गृह मंत्रालय की इमारतों के सामने दो आतंकवादियों ने बम हमला किया, जिसमें से एक की विस्फोट में मौत हो गई और दूसरे को अधिकारियों द्वारा निष्प्रभावी कर दिया गया. द गार्जियन की रिपोर्ट के अनुसार, 2016 के बाद तुर्की की राजधानी में यह पहला विस्फोट था, जो संसद भवन से एक मील से भी कम की दूरी पर हुआ.

गृह मंत्री अली येरलिकाया ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्‍स पर बताया कि दो आतंकवादी स्‍थानीय समय के अनुसार रविवार सुबह 9:30 बजे के आसपास एक वाणिज्यिक वाहन में आम सुरक्षा निदेशालय भवन पहुंचे थे. द गार्जियन की रिपोर्ट के अनुसार, येरलिकाया ने बताया कि एक ने खुद को विस्फोट से उड़ा लिया, जिससे उसकी मौत हो गई, जबकि दूसरा इमारत के बाहर तैनात सुरक्षा बलों की गोलीबारी में मारा गया.

उन्होंने बताया कि घटना में दो पुलिस अधिकारी मामूली रूप से घायल हो गये. अधिकारियों ने संसद भवन सहित कई सरकारी संस्थानों के करीब से गुजरने वाले एक मुख्य मार्ग पर यातायात बंद कर दिया. पुलिस ने यह भी घोषणा की कि वह शहर के अन्य हिस्सों में संदिग्ध पैकेजों के लिए नियंत्रित विस्फोट करेगी. राज्य संचालित अनादोलु समाचार एजेंसी के अनुसार, अंकारा में तुर्की की आपराधिक शांति अदालत ने मीडिया की पहुंच और हमले के प्रकाशन पर प्रतिबंध लगा दिया.

रिपोर्ट के अनुसार, तुर्की के अधिकारियों ने पिछले साल दुष्प्रचार पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से एक व्यापक नया कानून पारित किया था, जिसमें कानून का उल्लंघन करने के आरोपियों को तीन साल तक की जेल की धमकी दी गई थी. यह कानून पिछले नवंबर में इस्तांबुल की सबसे व्यस्त शॉपिंग सड़कों में से एक पर एक हमलावर द्वारा बम विस्फोट करने से कुछ समय पहले लागू हुआ था, जिसमें छह लोग मारे गए थे और कम से कम 81 घायल हो गए थे.

तुर्की के अधिकारियों ने हमले के लिए कुर्द आतंकवादियों को दोषी ठहराया था. द गार्जियन की रिपोर्ट के अनुसार, अंकारा में यह हमला हाल के वर्षों में पूरे तुर्की में हुए हमलों के बाद हुआ है, जिसके लिए अधिकारियों ने बड़े पैमाने पर इस्लामिक स्टेट या कुर्द आतंकवादी समूहों के सदस्यों को जिम्मेदार ठहराया है. तुर्की की राजधानी अंकारा में फरवरी 2016 में व्यस्त समय के दौरान सैन्य कर्मियों को ले जा रहे वाहनों के एक काफिले पर एक बम हमला हुआ, जिसमें 30 लोग मारे गए और 60 अन्‍य घायल हो गए.

एक महीने बाद, अंकारा में एक केंद्रीय बुलेवार्ड पर दूसरा बम हमला हुआ, जिसमें 37 लोग मारे गए और 125 घायल हो गए. कुर्दिस्तान फ्रीडम हॉक्स ने दोनों हमलों की जिम्मेदारी ली. पिछले हमलों की प्रतिक्रिया को दोहराते हुए, तुर्की के अधिकारियों ने अंकारा में नवीनतम हमले के बारे में कथित दुष्प्रचार की निंदा की. राष्ट्रपति पद से संबद्ध संस्था, तुर्की के संचार निदेशालय के प्रमुख फहार्टिन अल्टुन ने तुर्की के नागरिकों को गलत सूचना के प्रसार के प्रति आगाह किया.

अल्तुन ने एक्स पर कहा, 'हम एक बार फिर इस बात पर जोर देना चाहेंगे कि हमारी मीडिया जिम्मेदारी की भावना के साथ इस विषय पर अपनी समाचार गतिविधियों को जारी रखे.' इस साल की शुरुआत में चुनाव के बाद हाल ही में कैबिनेट फेरबदल में नियुक्त किए गए गृह मंत्री ने अंकारा में हमले को कवर करने के लिए मीडिया को धन्यवाद दिया.

साथ ही उन्हें प्रसारण निगरानी संस्था, रेडियो और टेलीविजन सुप्रीम काउंसिल द्वारा लगाए गए प्रसारण प्रतिबंध की याद दिलाई. उन्होंने कहा, 'आज की घटना से हम बहुत आहत हुए हैं... मैं उन लोगों को एक बार फिर चेतावनी देना चाहता हूं जो इन तस्वीरों को साझा करते हैं, कृपया उन्हें हटा दें, हमारे दर्द का अनादर न करें.'

अंकारा: तुर्की सरकार ने कहा है कि राजधानी अंकारा में गृह मंत्रालय की इमारतों के सामने दो आतंकवादियों ने बम हमला किया, जिसमें से एक की विस्फोट में मौत हो गई और दूसरे को अधिकारियों द्वारा निष्प्रभावी कर दिया गया. द गार्जियन की रिपोर्ट के अनुसार, 2016 के बाद तुर्की की राजधानी में यह पहला विस्फोट था, जो संसद भवन से एक मील से भी कम की दूरी पर हुआ.

गृह मंत्री अली येरलिकाया ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्‍स पर बताया कि दो आतंकवादी स्‍थानीय समय के अनुसार रविवार सुबह 9:30 बजे के आसपास एक वाणिज्यिक वाहन में आम सुरक्षा निदेशालय भवन पहुंचे थे. द गार्जियन की रिपोर्ट के अनुसार, येरलिकाया ने बताया कि एक ने खुद को विस्फोट से उड़ा लिया, जिससे उसकी मौत हो गई, जबकि दूसरा इमारत के बाहर तैनात सुरक्षा बलों की गोलीबारी में मारा गया.

उन्होंने बताया कि घटना में दो पुलिस अधिकारी मामूली रूप से घायल हो गये. अधिकारियों ने संसद भवन सहित कई सरकारी संस्थानों के करीब से गुजरने वाले एक मुख्य मार्ग पर यातायात बंद कर दिया. पुलिस ने यह भी घोषणा की कि वह शहर के अन्य हिस्सों में संदिग्ध पैकेजों के लिए नियंत्रित विस्फोट करेगी. राज्य संचालित अनादोलु समाचार एजेंसी के अनुसार, अंकारा में तुर्की की आपराधिक शांति अदालत ने मीडिया की पहुंच और हमले के प्रकाशन पर प्रतिबंध लगा दिया.

रिपोर्ट के अनुसार, तुर्की के अधिकारियों ने पिछले साल दुष्प्रचार पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से एक व्यापक नया कानून पारित किया था, जिसमें कानून का उल्लंघन करने के आरोपियों को तीन साल तक की जेल की धमकी दी गई थी. यह कानून पिछले नवंबर में इस्तांबुल की सबसे व्यस्त शॉपिंग सड़कों में से एक पर एक हमलावर द्वारा बम विस्फोट करने से कुछ समय पहले लागू हुआ था, जिसमें छह लोग मारे गए थे और कम से कम 81 घायल हो गए थे.

तुर्की के अधिकारियों ने हमले के लिए कुर्द आतंकवादियों को दोषी ठहराया था. द गार्जियन की रिपोर्ट के अनुसार, अंकारा में यह हमला हाल के वर्षों में पूरे तुर्की में हुए हमलों के बाद हुआ है, जिसके लिए अधिकारियों ने बड़े पैमाने पर इस्लामिक स्टेट या कुर्द आतंकवादी समूहों के सदस्यों को जिम्मेदार ठहराया है. तुर्की की राजधानी अंकारा में फरवरी 2016 में व्यस्त समय के दौरान सैन्य कर्मियों को ले जा रहे वाहनों के एक काफिले पर एक बम हमला हुआ, जिसमें 30 लोग मारे गए और 60 अन्‍य घायल हो गए.

एक महीने बाद, अंकारा में एक केंद्रीय बुलेवार्ड पर दूसरा बम हमला हुआ, जिसमें 37 लोग मारे गए और 125 घायल हो गए. कुर्दिस्तान फ्रीडम हॉक्स ने दोनों हमलों की जिम्मेदारी ली. पिछले हमलों की प्रतिक्रिया को दोहराते हुए, तुर्की के अधिकारियों ने अंकारा में नवीनतम हमले के बारे में कथित दुष्प्रचार की निंदा की. राष्ट्रपति पद से संबद्ध संस्था, तुर्की के संचार निदेशालय के प्रमुख फहार्टिन अल्टुन ने तुर्की के नागरिकों को गलत सूचना के प्रसार के प्रति आगाह किया.

अल्तुन ने एक्स पर कहा, 'हम एक बार फिर इस बात पर जोर देना चाहेंगे कि हमारी मीडिया जिम्मेदारी की भावना के साथ इस विषय पर अपनी समाचार गतिविधियों को जारी रखे.' इस साल की शुरुआत में चुनाव के बाद हाल ही में कैबिनेट फेरबदल में नियुक्त किए गए गृह मंत्री ने अंकारा में हमले को कवर करने के लिए मीडिया को धन्यवाद दिया.

साथ ही उन्हें प्रसारण निगरानी संस्था, रेडियो और टेलीविजन सुप्रीम काउंसिल द्वारा लगाए गए प्रसारण प्रतिबंध की याद दिलाई. उन्होंने कहा, 'आज की घटना से हम बहुत आहत हुए हैं... मैं उन लोगों को एक बार फिर चेतावनी देना चाहता हूं जो इन तस्वीरों को साझा करते हैं, कृपया उन्हें हटा दें, हमारे दर्द का अनादर न करें.'

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