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अफगानिस्तान में धमाका, 3 लोगों की मौत, 7 घायल

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Published : Aug 14, 2023, 7:01 PM IST

अफगानिस्तान में खोस्त में सोमवार को एक होटल में जोरदार धमाका हुआ, जिसमें कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई है.

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इस्लामाबाद : अफगानिस्तान के पूर्वी प्रांत खोस्त में सोमवार को एक होटल में बड़ा धमाका हुआ है. इस धमाके में कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई और सात अन्य घायल हो गए हैं. पुलिस ने यह जानकारी दी. खोस्त में एक पुलिस प्रवक्ता मुस्तगफिर गुरबाज ने बताया कि यह धमाका शहर के एक होटल में हुआ, जहां अफगानिस्तान की सीमा से लगे पाकिस्तान के पूर्व उग्रवादियों के गढ़ उत्तरी वजीरिस्तान से आए अफगानी लोग और शरणार्थी अक्सर आते थे.

उन्होंने कहा कि अधिकारी यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि धमाका कैसे हुआ और इसके पीछे किसका हाथ है. हालांकि, धमाके की किसी ने अभी तक जिम्मेदारी नहीं ली है. वहीं, अफगानिस्तान की तालिबान सरकार ने पिछले हमलों के लिए इस्लामिक स्टेट समूह के क्षेत्रीय सहयोगी (जिसे खुरासान प्रांत में इस्लामिक स्टेट के रूप में जाना जाता है) को दोषी ठहराया है. गुरबाज ने होटल में ठहरे पाकिस्तानी शरणार्थियों के बारे में कोई जानकारी नहीं दी.

पढ़ें : ग्वादर में पाकिस्तानी सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में दो आतंकी ढेर

पाकिस्तान में अधिकारियों ने कहा है कि पाकिस्तानी तालिबान के सदस्य, जिन्हें तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान या टीटीपी के नाम से जाना जाता है, खोस्त और अफगानिस्तान में अन्य जगहों पर छिपे हुए हैं. टीटीपी एक अलग समूह है, लेकिन अफगान तालिबान का करीबी सहयोगी है, जिसने अगस्त 2021 में अफगानिस्तान में सत्ता पर कब्जा कर लिया था, क्योंकि अमेरिका और नाटो सैनिक 20 साल के युद्ध के बाद देश से अपनी वापसी के अंतिम चरण में थे. पाकिस्तानी अधिकारियों का कहना है कि तालिबान के कब्जे के बाद से कई टीटीपी नेताओं और लड़ाकों को अफगानिस्तान में शरण मिल गई है, जिससे पाकिस्तानी तालिबान का हौसला भी बढ़ा है.

(पीटीआई-एपी)

इस्लामाबाद : अफगानिस्तान के पूर्वी प्रांत खोस्त में सोमवार को एक होटल में बड़ा धमाका हुआ है. इस धमाके में कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई और सात अन्य घायल हो गए हैं. पुलिस ने यह जानकारी दी. खोस्त में एक पुलिस प्रवक्ता मुस्तगफिर गुरबाज ने बताया कि यह धमाका शहर के एक होटल में हुआ, जहां अफगानिस्तान की सीमा से लगे पाकिस्तान के पूर्व उग्रवादियों के गढ़ उत्तरी वजीरिस्तान से आए अफगानी लोग और शरणार्थी अक्सर आते थे.

उन्होंने कहा कि अधिकारी यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि धमाका कैसे हुआ और इसके पीछे किसका हाथ है. हालांकि, धमाके की किसी ने अभी तक जिम्मेदारी नहीं ली है. वहीं, अफगानिस्तान की तालिबान सरकार ने पिछले हमलों के लिए इस्लामिक स्टेट समूह के क्षेत्रीय सहयोगी (जिसे खुरासान प्रांत में इस्लामिक स्टेट के रूप में जाना जाता है) को दोषी ठहराया है. गुरबाज ने होटल में ठहरे पाकिस्तानी शरणार्थियों के बारे में कोई जानकारी नहीं दी.

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पाकिस्तान में अधिकारियों ने कहा है कि पाकिस्तानी तालिबान के सदस्य, जिन्हें तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान या टीटीपी के नाम से जाना जाता है, खोस्त और अफगानिस्तान में अन्य जगहों पर छिपे हुए हैं. टीटीपी एक अलग समूह है, लेकिन अफगान तालिबान का करीबी सहयोगी है, जिसने अगस्त 2021 में अफगानिस्तान में सत्ता पर कब्जा कर लिया था, क्योंकि अमेरिका और नाटो सैनिक 20 साल के युद्ध के बाद देश से अपनी वापसी के अंतिम चरण में थे. पाकिस्तानी अधिकारियों का कहना है कि तालिबान के कब्जे के बाद से कई टीटीपी नेताओं और लड़ाकों को अफगानिस्तान में शरण मिल गई है, जिससे पाकिस्तानी तालिबान का हौसला भी बढ़ा है.

(पीटीआई-एपी)

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