ढाका : बांग्लादेश में रूस की सहायता से निर्मित एकमात्र परमाणु संयंत्र के लिए यूरेनियम की पहली खेप गुरुवार को पहुंची. परमाणु ईंधन पहुंचने पर प्रधानमंत्री शेख हसीना (Prime Minister Sheikh Hasina) ने कहा कि देश परमाणु ऊर्जा का इस्तेमाल शांतिपूर्ण उद्देश्य के लिए करेगा.
बांग्लादेश को परमाणु ईंधन की आपूर्ति ऐसे समय हुई है जब यूक्रेन युद्ध जारी है और रूसी कंपनियों पर पश्चिमी देशों ने प्रतिबंध लगाया है. रूस पर लगे प्रतिबंधों की वजह से परियोजना में देरी हुई लेकिन अब उम्मीद है कि इससे देश की अर्थव्यवस्था को गति देने में मदद मिलेगी.
बांग्लादेश के अधिकारियों को रूपपुर परमाणु संयंत्र के लिए यूरेनियम ईंधन सौंपने के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और प्रधानमंत्री शेख हसीना वीडियो कांफ्रेंस के जरिये शामिल हुए.
रोसाटॉम के प्रमुख एलेक्सी लिखाचेव ने परमाणु ईंधन बांग्लादेश के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री याफेस उस्मान को उत्तरी पबना जिले में आयोजित समारोह में सौंपा.
हसीना ने कहा, 'आज बांग्लादेश के लोगों के लिए गर्व और खुशी का दिन है.' उन्होंने कहा, 'बांग्लादेश भविष्य में एक स्मार्ट देश बनकर उभरेगा और परमाणु ऊर्जा संयंत्र उस स्मार्ट बांग्लादेश के निर्माण की दिशा में एक और कदम है. हम शांति की रक्षा के लिए परमाणु ऊर्जा का उपयोग करेंगे.' सत्तारूढ़ अवामी लीग के मुताबिक परमाणु संयंत्र के शुरू होने के बाद बांग्लादेश परमाणु बिजली उत्पादन करने वाला 33वां देश बन जाएगा.