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इमरान फिर शुरू करेंगे मार्च : पाक सेना पर उठाए सवाल, कहा-मैं एफआईआर भी दर्ज नहीं करा सकता - पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान

पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान (Imran Khan) की हत्या की कोशिश के संबंध में प्राथमिकी दर्ज करने को लेकर गतिरोध उस समय और गहरा गया, जब पीटीआई ने पुलिस पर शिकायत दर्ज करने में अनिच्छा का आरोप लगाया. वहीं इमरान खान मीडिया से बातचीत में कहा है कि उनका मार्च मंगलवार को उसी जगह से फिर शुरू होगा जहां उन पर हमला हुआ था.

Imran Khan
इमरान खान
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Published : Nov 6, 2022, 8:02 PM IST

Updated : Nov 6, 2022, 11:00 PM IST

लाहौर : पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) की हत्या की कोशिश के संबंध में प्राथमिकी दर्ज करने को लेकर गतिरोध उस समय और गहरा गया, जब पूर्व प्रधानमंत्री की पार्टी ने पुलिस पर शिकायत दर्ज करने में अनिच्छा का आरोप लगाया, जबकि पुलिस ने किसी प्रकार की अर्जी मिलने से इनकार कर दिया. पंजाब प्रांत के वजीराबाद जिले में 'हकीकी आजादी मार्च' के दौरान 70 वर्षीय खान के कंटेनर पर दो बंदूकधारी हमलावरों द्वारा की गई गोलीबारी में उनके दाहिने पैर में गोली लग गई थी. वहीं इमरान खान ने रविवार को घोषणा की कि उनकी पार्टी इस्लामाबाद के लिए मार्च उसी स्थान से फिर से शुरू करेगी जहां पंजाब प्रांत में एक रैली के दौरान उन पर हमला किया गया था. खान ने कहा कि वह गुलाम का जीवन जीने के बजाय मौत पसंद करते हैं.

  • ملک کا سابق وزیراعظم اپنے اوپر ہونے والے حملے پر آیف آئی آر نہیں درج کروا سکتا کیونکہ وہاں طاقتور حلقے ہیں جنھیں ملک کا قانون ہاتھ نہیں لگا سکتا#حقیقی_آزادی_مارچ pic.twitter.com/OTnqoNFaPJ

    — Noor ul huda Rajpoot (@DograHuda) November 6, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) पार्टी के प्रमुख खान ने आरोप लगाया है कि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, गृह मंत्री राणा सनाउल्ला और मेजर जनरल फैसल नसीर ने 2011 में पंजाब के पूर्व गवर्नर सलमान तासीर की धार्मिक उन्मादियों के हाथों हत्या की तरह उन्हें जान से मारने की साजिश रची. उन्होंने यह भी दावा किया कि प्राथमिकी दर्ज नहीं की जा रही है क्योंकि कुछ लोग डरे हुए हैं.

खान ने शिकायत से पाकिस्तानी सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी का नाम वापस लेने से इनकार कर दिया है, जिस कारण यह गतिरोध पैदा हुआ है. 'डॉन' समाचार पत्र के अनुसार, यह विवाद शनिवार को उस समय और गहरा गया, जब खान की पार्टी ने आरोप लगाया कि पुलिस उनकी शिकायत दर्ज नहीं करना चाहती. पंजाब पुलिस ने गोलीबारी मामले से जुड़े कम से कम तीन संदिग्धों को हिरासत में लिया, लेकिन उसने प्राथमिकी के लिए पीटीआई से कोई अर्जी मिलने से इनकार किया.

दूसरी ओर, खान के रिश्तेदार एवं वकील हसन नियाजी ने 'डॉन' से कहा कि उन्होंने पुलिस थाने में अर्जी दी थी, लेकिन पुलिस कर्मियों ने उन्हें इसकी कोई रसीद नहीं दी. गोलीबारी में पीटीआई के एक कार्यकर्ता की मौत हो गई है और खान समेत 14 लोग घायल हुए हैं. पीटीआई के उपाध्यक्ष और पूर्व विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने आरोप लगाया कि ऐसा लगता है कि कुछ अधिकारियों के हाथ बंधे हुए हैं और उन पर वजीराबाद हमले के लिए उनकी अर्जी पर विचार नहीं करने का दबाव है.

इमरान खान का मार्च मंगलवार को उसी जगह से फिर शुरू होगा जहां उन पर हमला हुआ था : इमरान खान ने पने धर्मार्थ संगठन के स्वामित्व वाले शौकत खानम अस्पताल से एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए घोषणा की कि उनकी पार्टी इस्लामाबाद के लिए मार्च उसी स्थान से फिर से शुरू करेगी जहां पंजाब प्रांत में एक रैली के दौरान उन पर हमला किया गया था. खान ने कहा कि वह गुलाम का जीवन जीने के बजाय मौत पसंद करते हैं. पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी (पीटीआई) के प्रमुख खान (70) की गोली लगने के बाद गुरुवार को सर्जरी की गई थी.

खान ने कहा, 'हमने तय किया है कि हमारा मार्च मंगलवार को वजीराबाद में उसी स्थान से फिर से शुरू होगा जहां मुझे और 11 अन्य को गोली मारी गई थी और जहां मोअज्जम शहीद हुए थे.' खान बाद में यहां स्थित अपने जमां पार्क आवास पहुंचे. अस्पताल के अधिकारियों ने बताया कि गोली लगने से घायल हुए खान को रविवार को अस्पताल से छुट्टी मिल गई और वह लाहौर शहर स्थित अपने निजी आवास चले गए. शौकत खानम अस्पताल के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, 'इमरान खान को रविवार को छुट्टी दे दी गई. वह लाहौर स्थित अपने जमां पार्क आवास चले गए, जहां शौकत खानम अस्पताल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ फैसल सुल्तान की देखरेख में उनका इलाज जारी रहेगा. डॉ सुल्तान भी रविवार को खान के साथ उनके आवास पर गए.'

ये भी पढ़ें - पाकिस्तान के मीडिया नियामक ने टीवी चैनल पर इमरान खान के भाषणों के प्रसारण पर रोक लगाई

(पीटीआई-भाषा)

लाहौर : पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) की हत्या की कोशिश के संबंध में प्राथमिकी दर्ज करने को लेकर गतिरोध उस समय और गहरा गया, जब पूर्व प्रधानमंत्री की पार्टी ने पुलिस पर शिकायत दर्ज करने में अनिच्छा का आरोप लगाया, जबकि पुलिस ने किसी प्रकार की अर्जी मिलने से इनकार कर दिया. पंजाब प्रांत के वजीराबाद जिले में 'हकीकी आजादी मार्च' के दौरान 70 वर्षीय खान के कंटेनर पर दो बंदूकधारी हमलावरों द्वारा की गई गोलीबारी में उनके दाहिने पैर में गोली लग गई थी. वहीं इमरान खान ने रविवार को घोषणा की कि उनकी पार्टी इस्लामाबाद के लिए मार्च उसी स्थान से फिर से शुरू करेगी जहां पंजाब प्रांत में एक रैली के दौरान उन पर हमला किया गया था. खान ने कहा कि वह गुलाम का जीवन जीने के बजाय मौत पसंद करते हैं.

  • ملک کا سابق وزیراعظم اپنے اوپر ہونے والے حملے پر آیف آئی آر نہیں درج کروا سکتا کیونکہ وہاں طاقتور حلقے ہیں جنھیں ملک کا قانون ہاتھ نہیں لگا سکتا#حقیقی_آزادی_مارچ pic.twitter.com/OTnqoNFaPJ

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पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) पार्टी के प्रमुख खान ने आरोप लगाया है कि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, गृह मंत्री राणा सनाउल्ला और मेजर जनरल फैसल नसीर ने 2011 में पंजाब के पूर्व गवर्नर सलमान तासीर की धार्मिक उन्मादियों के हाथों हत्या की तरह उन्हें जान से मारने की साजिश रची. उन्होंने यह भी दावा किया कि प्राथमिकी दर्ज नहीं की जा रही है क्योंकि कुछ लोग डरे हुए हैं.

खान ने शिकायत से पाकिस्तानी सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी का नाम वापस लेने से इनकार कर दिया है, जिस कारण यह गतिरोध पैदा हुआ है. 'डॉन' समाचार पत्र के अनुसार, यह विवाद शनिवार को उस समय और गहरा गया, जब खान की पार्टी ने आरोप लगाया कि पुलिस उनकी शिकायत दर्ज नहीं करना चाहती. पंजाब पुलिस ने गोलीबारी मामले से जुड़े कम से कम तीन संदिग्धों को हिरासत में लिया, लेकिन उसने प्राथमिकी के लिए पीटीआई से कोई अर्जी मिलने से इनकार किया.

दूसरी ओर, खान के रिश्तेदार एवं वकील हसन नियाजी ने 'डॉन' से कहा कि उन्होंने पुलिस थाने में अर्जी दी थी, लेकिन पुलिस कर्मियों ने उन्हें इसकी कोई रसीद नहीं दी. गोलीबारी में पीटीआई के एक कार्यकर्ता की मौत हो गई है और खान समेत 14 लोग घायल हुए हैं. पीटीआई के उपाध्यक्ष और पूर्व विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने आरोप लगाया कि ऐसा लगता है कि कुछ अधिकारियों के हाथ बंधे हुए हैं और उन पर वजीराबाद हमले के लिए उनकी अर्जी पर विचार नहीं करने का दबाव है.

इमरान खान का मार्च मंगलवार को उसी जगह से फिर शुरू होगा जहां उन पर हमला हुआ था : इमरान खान ने पने धर्मार्थ संगठन के स्वामित्व वाले शौकत खानम अस्पताल से एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए घोषणा की कि उनकी पार्टी इस्लामाबाद के लिए मार्च उसी स्थान से फिर से शुरू करेगी जहां पंजाब प्रांत में एक रैली के दौरान उन पर हमला किया गया था. खान ने कहा कि वह गुलाम का जीवन जीने के बजाय मौत पसंद करते हैं. पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी (पीटीआई) के प्रमुख खान (70) की गोली लगने के बाद गुरुवार को सर्जरी की गई थी.

खान ने कहा, 'हमने तय किया है कि हमारा मार्च मंगलवार को वजीराबाद में उसी स्थान से फिर से शुरू होगा जहां मुझे और 11 अन्य को गोली मारी गई थी और जहां मोअज्जम शहीद हुए थे.' खान बाद में यहां स्थित अपने जमां पार्क आवास पहुंचे. अस्पताल के अधिकारियों ने बताया कि गोली लगने से घायल हुए खान को रविवार को अस्पताल से छुट्टी मिल गई और वह लाहौर शहर स्थित अपने निजी आवास चले गए. शौकत खानम अस्पताल के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, 'इमरान खान को रविवार को छुट्टी दे दी गई. वह लाहौर स्थित अपने जमां पार्क आवास चले गए, जहां शौकत खानम अस्पताल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ फैसल सुल्तान की देखरेख में उनका इलाज जारी रहेगा. डॉ सुल्तान भी रविवार को खान के साथ उनके आवास पर गए.'

ये भी पढ़ें - पाकिस्तान के मीडिया नियामक ने टीवी चैनल पर इमरान खान के भाषणों के प्रसारण पर रोक लगाई

(पीटीआई-भाषा)

Last Updated : Nov 6, 2022, 11:00 PM IST
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