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संयुक्त राष्ट्र कार्यक्रम ने कोविड-19 की 500 करोड़ खुराक के लिए मॉडर्ना के साथ किया करार - मॉडर्ना के साथ किया करार

दवा कंपनी मॉडर्ना 2022 के अंत तक निम्न व मध्यम आय वाले देशों के लोगों के लिए 500 करोड़ कोरोना वायरस टीके की खुराक प्रदान करेगी. इससे संयुक्त राष्ट्र द्वारा चलाए जाने वाले कोवैक्स कार्यक्रम को प्रारंभ करने में मदद मिलेगी.

कोविड-19
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Published : May 3, 2021, 7:17 PM IST

जिनेवा : मॉडर्ना एवं टीका प्रवर्तक गावी ने एक सौदे की घोषणा की जिसके तहत दवा कंपनी 2022 के आखिर तक निम्न एवं मध्यम आय वाले देशों में जरूरतमंद लोगों तक कोरोना वायरस टीका पहुंचाने के लिए संयुक्त राष्ट्र समर्थित कार्यक्रम के वास्ते 500 करोड़ खुराक प्रदान करेगी.

सोमवार को घोषित किए गए इस अग्रिम खरीद समझौते से महज कुछ दिन पहले विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कई सप्ताह की देरी के बाद मॉडर्ना टीके को आपात मंजूरी देने की घोषणा की थी. इससे संयुक्त राष्ट्र समर्थित कोवैक्स कार्यक्रम को प्रारंभ करने का मार्ग प्रशस्त होगा.

पढ़ें - यूनिसेफ ने 3,000 ऑक्सीजन सांद्रक भारत भेजे

लेकिन इस साल की आखिरी तिमाही से पहले टीकों की आपूर्ति शुरू नहीं हो पाएगी और सौदे के तहत खुराकों का बड़ा हिस्सा. 46.6 करोड़ खुराक के अगले साल तक मिलने की योजना है. बाकी 3.4 करोड़ खुराक इस साल मिल जाने की उम्मीद है. सौदे की वित्तीय शर्तों का खुलासा नहीं किया गया है.

कई विशेषज्ञों का कहना है कि कोविड-19 संकट अब तेज है, खासकर भारत में मामले अप्रत्याशित रूप से तेजी से बढ़ रहे हैं. मॉडर्ना टीका (कोरोना वायरस की) नयी किस्म, एक, जो भारत में फैल रहा है, से निपटने में अब तक के सबसे प्रभावी टीकों में एक समझा जा रहा है .

जिनेवा : मॉडर्ना एवं टीका प्रवर्तक गावी ने एक सौदे की घोषणा की जिसके तहत दवा कंपनी 2022 के आखिर तक निम्न एवं मध्यम आय वाले देशों में जरूरतमंद लोगों तक कोरोना वायरस टीका पहुंचाने के लिए संयुक्त राष्ट्र समर्थित कार्यक्रम के वास्ते 500 करोड़ खुराक प्रदान करेगी.

सोमवार को घोषित किए गए इस अग्रिम खरीद समझौते से महज कुछ दिन पहले विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कई सप्ताह की देरी के बाद मॉडर्ना टीके को आपात मंजूरी देने की घोषणा की थी. इससे संयुक्त राष्ट्र समर्थित कोवैक्स कार्यक्रम को प्रारंभ करने का मार्ग प्रशस्त होगा.

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लेकिन इस साल की आखिरी तिमाही से पहले टीकों की आपूर्ति शुरू नहीं हो पाएगी और सौदे के तहत खुराकों का बड़ा हिस्सा. 46.6 करोड़ खुराक के अगले साल तक मिलने की योजना है. बाकी 3.4 करोड़ खुराक इस साल मिल जाने की उम्मीद है. सौदे की वित्तीय शर्तों का खुलासा नहीं किया गया है.

कई विशेषज्ञों का कहना है कि कोविड-19 संकट अब तेज है, खासकर भारत में मामले अप्रत्याशित रूप से तेजी से बढ़ रहे हैं. मॉडर्ना टीका (कोरोना वायरस की) नयी किस्म, एक, जो भारत में फैल रहा है, से निपटने में अब तक के सबसे प्रभावी टीकों में एक समझा जा रहा है .

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