ETV Bharat / international

बुजुर्गों की देखभाल का खर्च कामकाजी वर्ग पर डाल सकती है ब्रिटेन की सरकार - बोरिस जॉनसन

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन देश की बढ़ती बुजुर्ग आबादी की दीर्घकालिक देखभाल पर आने वाले और तेजी से बढ़ते खर्च को रोकने के अपने चुनावी वादे को पूरा करने की योजना बना रहे हैं. सरकार के मुताबिक अभी हर सात में से एक व्यक्ति को देखभाल के लिए 1,38,000 डॉलर खर्च करने पड़ते हैं.

बोरिस जॉनसन
बोरिस जॉनसन
author img

By

Published : Sep 7, 2021, 5:02 PM IST

लंदन : ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन देश की बढ़ती बुजुर्ग आबादी की दीर्घकालिक देखभाल पर आने वाले और तेजी से बढ़ते खर्च को रोकने के अपने चुनावी वादे को पूरा करने की योजना बना रहे हैं. लेकिन ऐसा लगता है कि उन्हें इसके लिए एक अन्य चुनावी वादा यानी कर नहीं बढ़ाने के वादे को तोड़ना होगा.

जॉनसन संसद को बताएंगे कि उनकी कंजर्वेटिव सरकार लाखों बुजुर्ग लोगों की देखभाल पर आने वाले खर्च के लिए अरबों डॉलर कहां से जुटाएगी. अभी यह भार उन लोगों पर ही पड़ता है और इसके लिए उन्हें अपनी बचत खर्च करनी पड़ती है या घर तक बेचने पड़ते हैं.

सरकार के मुताबिक अभी हर सात में से एक व्यक्ति को देखभाल के लिए 1,38,000 डॉलर खर्च करने पड़ते हैं. दूसरी ओर गरीब बुजुर्गों की देखभाल पर होने वाला खर्च स्थानीय अधिकारियों को वहन करना पड़ता है.

जॉनसन ने अपनी योजनाओं के बारे में कोई जानकारी नहीं दी. मंगलवार सुबह को मंत्रिमंडल को इस बारे में जानकारी दी जाएगी. इसके बाद वह हाउस ऑफ कॉमन्स में वक्तव्य देंगे.

पढ़े- मर्केल ने उत्तराधिकारी के रूप में लैशेट का किया समर्थन

ऐसा अनुमान है कि वह राष्ट्रीय बीमा भुगतान में वृद्धि की घोषणा कर सकते हैं. यह भुगतान कामकाजी आयुवर्ग वाले लोग करते हैं. इससे जॉनसन का वह वादा टूट जाएगा जो उन्होंने 2019 में चुनावी मंच से किया था और कहा था कि वह व्यक्तिगत कर नहीं बढ़ाएंगे.

लंदन : ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन देश की बढ़ती बुजुर्ग आबादी की दीर्घकालिक देखभाल पर आने वाले और तेजी से बढ़ते खर्च को रोकने के अपने चुनावी वादे को पूरा करने की योजना बना रहे हैं. लेकिन ऐसा लगता है कि उन्हें इसके लिए एक अन्य चुनावी वादा यानी कर नहीं बढ़ाने के वादे को तोड़ना होगा.

जॉनसन संसद को बताएंगे कि उनकी कंजर्वेटिव सरकार लाखों बुजुर्ग लोगों की देखभाल पर आने वाले खर्च के लिए अरबों डॉलर कहां से जुटाएगी. अभी यह भार उन लोगों पर ही पड़ता है और इसके लिए उन्हें अपनी बचत खर्च करनी पड़ती है या घर तक बेचने पड़ते हैं.

सरकार के मुताबिक अभी हर सात में से एक व्यक्ति को देखभाल के लिए 1,38,000 डॉलर खर्च करने पड़ते हैं. दूसरी ओर गरीब बुजुर्गों की देखभाल पर होने वाला खर्च स्थानीय अधिकारियों को वहन करना पड़ता है.

जॉनसन ने अपनी योजनाओं के बारे में कोई जानकारी नहीं दी. मंगलवार सुबह को मंत्रिमंडल को इस बारे में जानकारी दी जाएगी. इसके बाद वह हाउस ऑफ कॉमन्स में वक्तव्य देंगे.

पढ़े- मर्केल ने उत्तराधिकारी के रूप में लैशेट का किया समर्थन

ऐसा अनुमान है कि वह राष्ट्रीय बीमा भुगतान में वृद्धि की घोषणा कर सकते हैं. यह भुगतान कामकाजी आयुवर्ग वाले लोग करते हैं. इससे जॉनसन का वह वादा टूट जाएगा जो उन्होंने 2019 में चुनावी मंच से किया था और कहा था कि वह व्यक्तिगत कर नहीं बढ़ाएंगे.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.