ब्रसेल्स: यूरोप के नेताओं का कहना था कि अगर ब्रिटेन के सांसद ब्रेक्जिट संबंधी समझौते को अगले सप्ताह तक की मंजूरी दे देते है तो इसे 22 मई तक टाला जा सकता है.
वहीं ऐसा भी कहा जा रहा है कि अगर पिछले 2 बार की तरह इस बार भी हाउस ऑफ कॉमन्स इसे खारिज कर देता है तो ब्रिटेन यूरोपीय संघ चुनाव का हिस्सा नहीं होगा और ब्रक्जिट 12 अप्रैल को हो जाएगा.
इस पर ईयू परिषद के अध्यक्ष डोनाल्ड टस्क ने कहा, ‘'यूरोपीय संसद चुनाव कराने या नहीं कराने के ब्रिटेन द्वारा निर्णय लेने के संदर्भ में 12 अप्रैल अहम तारीख है.’’
आपको बता दें कि 23 से 26 मई तक होने वाले चुनाव में भाग लेने के लिए कानून बनाने की खातिर ब्रिटेन को समय चाहिए होगा और मे का कहना है कि ब्रिटेन देश की 46 वर्ष पुरानी सदस्यता समाप्त करने संबंधी मतदाताओं के फैसले ‘‘के सम्मान’’ में इसकी कोशिश नहीं करेगा.
आगे मे ने समझौते की पुष्टि करते हुए कहा, ‘‘मेरा मानना है कि यूरोपीय संघ छोड़ने के लिए मतदान के बाद ब्रिटेन के लोगों से इन चुनावों में भाग लेने के लिए पूछना गलत होगा.’’
टस्क कहते है कि अगर मतदान नहीं कराया जाता है तो आगे ‘‘और समय देना स्वत: ही असंभव हो जाएगा.’’
ईयू अधिकारी ने कहा कि मार्च 29 की समयसीमा समाप्त हो गई है और आज रात से 12 अप्रैल नयी समयसीमा होगी. लक्समबर्ग के प्रधानमंत्री जेवियर बेटेल ने कहा, ‘‘12 अप्रैल को हमें यह पता करना होगा कि स्थिति क्या है. यदि हमें तब भी कोई जवाब नहीं मिलता तो बिना किसी समझौते के ही ब्रिटेन यूरोपीय संघ से बाहर हो जाएगा.’’
फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों ने कहा, ‘‘अब जिम्मेदारी ब्रिटेन की है और मुझे लगता है कि यह आज की बड़ी उपलब्धि है.''