बेलग्रेड: सर्बिया ने कोसोवो के साथ बढ़ते तनाव के बीच एक सैन्य परेड आयोजित की. यह दिन सर्बिया के इतिहास में विजय दिवस के रुप में मनाया जाता है क्योंकि इसी दिन द्वितीय विश्व युद्ध में नाज़ी जर्मनी की हार हुई थी.
दक्षिणी शहर निस में आयोजित इस परेड में 4,000 सैनिक, 300 सैन्य वाहन और 40 विमान शामिल थे. इसके अलावा दो रूसी युद्धक हेलीकॉप्टर भी शामिल हुए जो मॉस्को के साथ बढ़ते राजनीतिक और सैन्य गठबंधन का प्रदर्शन कर रहें थे.
सर्बियाई राष्ट्रपति अलेक्जेंडर वूसिक ने कहा कि 'मुझे उम्मीद है कि हमें किसी के खिलाफ (सैन्य) का उपयोग नहीं करना पड़ेगा. यह सब मुख्य रूप से एक हमलावर के हमले के खिलाफ एक निवारक के रूप में काम करना चाहिए.' उन्होंने कहा कि सर्बिया एक स्वतंत्र देश है और हम किसी को भी इसकी स्वतंत्रता को खतरे में डालने की अनुमति नहीं देंगे.
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गौरतलब है कि सर्बिया और कोसोवो के बीच जबरदस्त तनाव चल रहा है. 1998-99 के युद्ध के बाद सुलह के प्रयास में सर्बिया और कोसोवो के साथ क्षेत्र में तनाव बढ़ गया, जो नाटो के हस्तक्षेप के बाद समाप्त हो गया था.
एक पूर्व सर्बियाई प्रांत कोसोवो ने 2008 में स्वतंत्रता की घोषणा की. लेकिन बेलग्रेड इसे मान्यता नहीं दी. वहां स्थिति इतनी जटिल है कि कोसोवो में सर्बिया द्वारा किसी भी सैन्य हस्तक्षेप से उनका टकराव सीधा वहां तैनात नाटो के नेतृत्व वाले शांति सैनिकों के साथ होगा.