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राजकुमार चार्ल्स ने जलवायु परिवर्तन पर अधिक प्रयास करने का आग्रह किया

ब्रिटिश सिंहासन के उत्तराधिकारी राजकुमार चार्ल्स ने कहा है कि विश्व नेताओं को इस महीने के अंत से संयुक्त राष्ट्र जलवायु शिखर सम्मेलन कॉप 26 के लिए स्कॉटलैंड के सबसे बड़े शहर ग्लासगो में इकट्ठा होने पर सिर्फ बात करने से ज्यादा कुछ प्रयास करने की जरूरत है.

चार्ल्स
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Published : Oct 11, 2021, 7:22 PM IST

लंदन : ब्रिटिश सिंहासन के उत्तराधिकारी राजकुमार चार्ल्स ने कहा है कि जलवायु परिवर्तन के खिलाफ लड़ाई में हर कोई अपना योगदान दे सकता है. उन्होंने नेताओं से इस मुद्दे पर ‘सिर्फ बात करने’ के बजाय अधिक प्रयास करने का आग्रह किया.

चार्ल्स ने सोमवार को प्रसारित एक साक्षात्कार में बीबीसी रेडियो को बताया कि विश्व नेताओं को इस महीने के अंत से संयुक्त राष्ट्र जलवायु शिखर सम्मेलन कॉप 26 के लिए स्कॉटलैंड के सबसे बड़े शहर ग्लासगो में इकट्ठा होने पर सिर्फ बात करने से ज्यादा कुछ प्रयास करने की जरूरत है.

यह शिखर सम्मेलन 31 अक्टूबर से 12 नवंबर तक के लिए निर्धारित है. कई पर्यावरणविदों द्वारा इस सम्मेलन को जलवायु परिवर्तन के खिलाफ लड़ाई को एक नया मोड़ देने का दुनिया के लिए एक आखिरी मौका बताया जा रहा है.

चार्ल्स ने कहा कि नेताओं को उस निराशा पर ध्यान देना चाहिए जिसे कई युवा अपने भविष्य के बारे में महसूस करते हैं. उन्होंने कहा कि वह उन जलवायु अभियान समूहों की 'हताशा' को समझते हैं जो विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और सड़कों को अवरुद्ध कर रहे हैं.

पढ़ें - प्रिंस विलियम के 'इको आस्कर्स' में डिजिटल तरीके से शामिल होंगे भारतीय प्रतियोगी

उन्होंने कहा कि कि दुनिया को जलवायु संकट को गंभीरता से लेना चाहिए. चार्ल्स ने एबरडीनशायर में बाल्मोरल एस्टेट पर अपने घर के बगीचों में एक आर्बरेटम (वनस्पति संग्रह) बनाया है. उन्होंने कार्बन पदचिह्न को कम करने के अपने प्रयासों पर भी चर्चा की.

उन्होंने कहा, 'मैं एक सप्ताह में दो दिन मांस और मछली नहीं खाता हूं और मैं सप्ताह में एक दिन डेयरी उत्पाद नहीं खाता.'

(पीटीआई-भाषा)

लंदन : ब्रिटिश सिंहासन के उत्तराधिकारी राजकुमार चार्ल्स ने कहा है कि जलवायु परिवर्तन के खिलाफ लड़ाई में हर कोई अपना योगदान दे सकता है. उन्होंने नेताओं से इस मुद्दे पर ‘सिर्फ बात करने’ के बजाय अधिक प्रयास करने का आग्रह किया.

चार्ल्स ने सोमवार को प्रसारित एक साक्षात्कार में बीबीसी रेडियो को बताया कि विश्व नेताओं को इस महीने के अंत से संयुक्त राष्ट्र जलवायु शिखर सम्मेलन कॉप 26 के लिए स्कॉटलैंड के सबसे बड़े शहर ग्लासगो में इकट्ठा होने पर सिर्फ बात करने से ज्यादा कुछ प्रयास करने की जरूरत है.

यह शिखर सम्मेलन 31 अक्टूबर से 12 नवंबर तक के लिए निर्धारित है. कई पर्यावरणविदों द्वारा इस सम्मेलन को जलवायु परिवर्तन के खिलाफ लड़ाई को एक नया मोड़ देने का दुनिया के लिए एक आखिरी मौका बताया जा रहा है.

चार्ल्स ने कहा कि नेताओं को उस निराशा पर ध्यान देना चाहिए जिसे कई युवा अपने भविष्य के बारे में महसूस करते हैं. उन्होंने कहा कि वह उन जलवायु अभियान समूहों की 'हताशा' को समझते हैं जो विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और सड़कों को अवरुद्ध कर रहे हैं.

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उन्होंने कहा कि कि दुनिया को जलवायु संकट को गंभीरता से लेना चाहिए. चार्ल्स ने एबरडीनशायर में बाल्मोरल एस्टेट पर अपने घर के बगीचों में एक आर्बरेटम (वनस्पति संग्रह) बनाया है. उन्होंने कार्बन पदचिह्न को कम करने के अपने प्रयासों पर भी चर्चा की.

उन्होंने कहा, 'मैं एक सप्ताह में दो दिन मांस और मछली नहीं खाता हूं और मैं सप्ताह में एक दिन डेयरी उत्पाद नहीं खाता.'

(पीटीआई-भाषा)

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