वैटिकन सिटी : पोप फ्रांसिस ने कहा कि कोविड-19 महामारी ने यह दिखाया है कि 'यदि हम पृथ्वी को आराम करने दें' और आर्थिक प्रगति की लगातार बढ़ती हुई मांग के चलते कराह रहे ग्रह की सहायता करने के लिए लोगों को सामान्य जीवनशैली अपनाने के लिए प्रोत्साहित करें तो वह किस तरह ठीक हो सकती है.
फ्रांसिस ने पर्यावरण को बचाने की अपनी नवीनतम और अहम अपील में कहा कि गरीब देशों के कर्ज माफ कर दिए जाने चाहिए.
उन्होंने कहा कि ऐसा करना न्यायसम्मत होगा क्योंकि अमीर देशों ने गरीब देशों के प्राकृतिक संसाधनों का दोहन किया है.
फ्रांसिस ने एक लिखित संदेश में कहा, 'इस महामारी ने एक प्रकार से हमें सादगी भरी और टिकाउ जीवनशैली अपनाने का दोबारा मौका दिया है.'
उन्होंने लिखा, 'हम देख सकते हैं कि अगर हम पृथ्वी को आराम करने दें तो यह ठीक हो सकती है. हवा ज्यादा साफ हो सकती है, पानी ज्यादा स्वच्छ हो सकता है और पशु उन स्थानों पर लौट सकते हैं जहां से वह पहले गायब हो चुके थे.'
पोप ने लिखा, 'महामारी ने हमें दोराहे पर लाकर खड़ा कर दिया है.'
पोप ने लोगों से आग्रह किया कि इस अवसर का लाभ उठाकर ऊर्जा के इस्तेमाल, उपभोग, परिवहन और खानपान की आदतों पर विचार करना चाहिए.