लंदन : ब्रिटेन के लंदन में पार्लियामेंट स्क्वायर पर महात्मा गांधी की प्रतिमा उन कई स्मारकों में शामिल है, जिन्हें विरोध-प्रदर्शन के दौरान निशाना बनाया गया था. उक्त घटना अफ्रीकी-अमेरिकी जॉर्ज फ्लॉयड की हिरासत में हत्या के बाद आयोजित प्रदर्शन में हुई थी.
गांधी और ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री विंस्टन चर्चिल की मूर्ति के नीचे के पिछले सप्ताह के अंत में नस्लवाद-विरोधी ब्लैक लाइव्स मैटर विरोध प्रदर्शन हुआ था. आंदोलन ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों और प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़प के बाद समाप्त हुआ.
इस सप्ताह के अंत में नस्लवाद विरोध समूहों के साथ-साथ राइट विंग के बीच में भी संघर्ष की आशंका है, जोकि ब्रिटेन की राजधानी में प्रदर्शनों की योजना बना रहे हैं.
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने ट्विटर बयान में कहा, 'पार्लियामेंट स्क्वायर में विंस्टन चर्चिल की प्रतिमा इस देश और पूरे यूरोप को फासीवादी और नस्लवादी अत्याचार से बचाने में उनकी उपलब्धि का एक स्थायी अनुस्मारक है.' साथ ही आग्रह किया कि हिंसा और डर के विरोध प्रदर्शनों से दूर रहें.
'यह बेतुका और शर्मनाक है कि इस राष्ट्रीय स्मारक पर आज हिंसक प्रदर्शनकारियों द्वारा हमले का खतरा है. हां उन्होंने कभी-कभी कई राय व्यक्त की जो आज हमारे लिए अस्वीकार्य हैं और वह एक नायक थे और वह पूरी तरह से स्मारक के हकदार हैं.'