म्यूनिख : विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन से इतर अफगानिस्तान में अमेरिका के शांति दूत और सऊदी के विदेश मंत्री सहित कई नेताओं के साथ बैठकें कर क्षेत्रीय तथा वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की.
जयशंकर ने ट्वीट किया, 'एमएससी 2020 के दौरान अफगानिस्तान में तैनात शांति दूत जलमै खलीलजाद से मुलाकात की और कहा कि अफगानिस्तान बातचीत पर उनके द्वारा दी गई जानकारी की सराहना करता हूं.'
अन्य एक ट्वीट में उन्होंने कहा कि सऊदी के विदेश मंत्री शाहजादा फैसल बिन फरहान से शनिवार को (स्थानीय समयानुसार) मुलाकात की और 'वैश्विक एवं क्षेत्रीय मुद्दों पर उनके दृष्टिकोण की सराहना की.'
उन्होंने कहा, 'सामरिक भागीदारी परिषद में उनके साथ काम करने को उत्साहित हूं.'
अमेरिका और तालिबान के बीच हिंसा कम करने के लिए जारी वार्ता के बीच दोनों की यह मुलाकात हुई है.
म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन का आयोजन 14 से 16 फरवरी तक किया गया है. 1963 में स्थापित इस सम्मेलन का लक्ष्य अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा नीतियों पर चर्चा व विचार-विमर्श करना है. इसका आयोजन प्रतिवर्ष होता है.
विदेश मंत्री जयशंकर ने ऑस्ट्रेलिया और सिंगापुर के रक्षा मंत्रियों लिंडा रेनॉल्डस और एन. एंग हेन से भी मुलाकात की. उन्होंने कहा कि भारत उनके साथ सुरक्षा सहयोग को आगे बढ़ाने पर काम कर रहा है.
कुवैत के विदेश मंत्री शेख अहमद नासिर अल-मोहम्मद अल-सबा से मुलाकात पर जयशंकर ने कहा, 'हमारे समकालीन संबंध मजबूत ऐतिहासिक और सांस्कृतिक आधार पर बने हैं. हम इसे नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए एक साथ काम करेंगे .'
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उन्होंने 'बुंदेस्टैग फॉरेन अफेयर्स कमेटी' के सदस्यों से भी मुलाकात की और ईयू (यूरोपीय संघ), जर्मनी और भारत के संबंधों पर चर्चा की.
विदेश मंत्री ने अमेरिकी सीनेट सशस्त्र सेवा समिति के अध्यक्ष सीनेटर जिम इनहोफे के नेतृत्व में अमेरिकी संसद (कांग्रेस) के प्रतिनिधिमंडल के साथ भी बैठक की.
उन्होंने कहा, 'हमारे बीच बढ़ते रणनीतिक सहयोग पर हमने चर्चा की. हम संबंध बनाने में उनकी रुचि का सम्मान करते हैं.'
इससे पहले शनिवार को जयशंकर ने अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ से मुलाकात कर द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की थी. उन्होंने अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी से भी मुलाकात की थी.
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और उनकी पत्नी मेलानिया ट्रम्प प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के न्यौते पर 24-25 फरवरी को भारत की राजकीय यात्रा करेंगे. ऐसे में अमेरिकी शीर्ष अधिकारियों से उनकी यह बैठक खास मायने रखती है.