लंदन : ब्रिटेन की चार दिवसीय यात्रा के समापन के बाद विदेश मंत्री एस जयशंकर शुक्रवार को लंदन से रवाना हो गए. मुक्त व्यापार समझौता (एफटीए) को लेकर महत्वाकांक्षी 2030 खाके पर दोनों देशों में सहमति बनने के बीच संबंधों को आगे ले जाने के संदेश के साथ विदेश मंत्री की यात्रा का समापन हुआ.
लंदन में गुरुवार को पॉलिसी एक्सचेंज थिंक टैंक के 'कोविड बाद की दुनिया में भारत और ब्रिटेन' विषय पर आयोजित डिजिटल कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जयशंकर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के बीच शिखर वार्ता की पृष्ठभूमि में दोनों देशों के संबंधों के पुनर्परिभाषित पहलुओं की समीक्षा की.
जयशंकर ने कहा, 'हमारे प्रधानमंत्रियों ने डिजिटल तरीके से आयोजित शिखर सम्मेलन में शिरकत की, जिसने वास्तव में हमारे संबंधों की सीमाओं को फिर से परिभाषित किया है. उन्होंने 2030 के लिए एक महत्वाकांक्षी खाके पर सहमति व्यक्त की, जो सहयोग के उनके दृष्टिकोण के व्यापक पहलुओं को दिखाता है.'
ब्रिटेन के विदेश मंत्री डोमिनिक राब ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया. राब ने दोनों देशों के बीच करीबी संबंध की प्रतिबद्धता दोहरायी, जिसके लिए दोनों प्रधानमंत्रियों के बीच 2030 के खाके पर दस्तखत हुआ है.
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भारत को 'बेहद भरोसेमंद भागीदार' बताते हुए राब ने कहा कि 2030 के खाके में कई चीजें हैं और इससे ब्रिटेन-भारत के संबंध और प्रगाढ़ होंगे.