बर्लिन : जर्मन सरकार ने तालिबान से संयम बरतने, अफगान लोगों की सुरक्षा करने और उन तक मानवीय सहायता पहुंचने देने का आग्रह किया है. जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल के प्रवक्ता ने सोमवार को कहा कि जर्मनी 'अफगान लोगों के भविष्य और पूरे देश के विकास के प्रति चिंतित है.'
स्टीफेन सीबर्ट ने कहा, 'पश्चिमी समुदाय के देशों के सालों तक चले अभियान के परिप्रेक्ष्य में देखें तो यह घटनाएं अच्छी नहीं हैं.' सरकार ने यह भी कहा कि वह दूतावास के सभी कर्मचारियों से व्यक्तिगत रूप से संपर्क कर रही है जिन्हें काबुल से बाहर निकालने का प्रयास किया जा रहा है.
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इसी बीच अफगानिस्तान में हालात बेहद खराब होने से अफगानिस्तान से अपने लोगों को निकलने के लिए सभी देश हर जरूरी कदम उठा रहे हैं. इसी बीच पुर्तगाल के रक्षा मंत्री ने कहा कि उनका देश अफगानिस्तान में तैनात पुर्तगाली बलों के साथ काम करने वाले 243 अफगान नागरिकों और उनके परिवारों को अपने यहां रखने को तैयार हो गया है.
रक्षा मंत्री जोआओ गोम्स क्राविन्हो (Defence Minister Joao Gomes Cravinho) ने कहा कि नाटो अफगान नागरिकों को निकालने में समन्वय कर रहा है क्योंकि पुर्तगाल की ऐसा करने की सैन्य क्षमता नहीं है.उन्होंने सार्वजनिक प्रसारक आरटीपी को बताया कि उन्हें किसी पुर्तगाली नागरिक के अफगानिस्तान में रहने के बारे में जानकारी नहीं है.
वहीं इटली ने भी अफगानिस्तान की राजधानी काबुल से अपने दूतावास के 70 कर्मियों और अफगान कर्मचारियों को बाहर निकाला है.इटली के कर्मचारियों को लेकर निकले विमान के सोमवार को रोम पहुंचने की संभावना है. वह वायु सेना बोइंग KC767 सोमवार दोपहर के आसपास रोम पहुंचने वाले हैं.
(पीटीआई-भाषा)