बर्लिन : जर्मनी के विदेश मंत्री (German Foreign Minister) ने अफगानिस्तान के लिए अंतरिम सरकार की घोषणा पर संशयपूर्ण तरीके से प्रतिक्रिया दी. तालिबान ने अंतरिम सरकार की घोषणा की जिसमें सारे पुरुष हैं.
मंत्रिमंडल में 1990 के दशक के कट्टरपंथी शासन तथा अमेरिका नीत सैन्य गठबंधन के विरूद्ध 20 साल तक की लड़ाई से जुड़े नेताओं की भरमार है. जर्मनी ने भी इस सैन्य गठबंधन के लिए बड़ी संख्या में सैनिक भेजे थे.
जर्मन विदेश मंत्री हीको मास ने एक बयान में कहा कि उनका देश संयुक्त राष्ट्र के माध्यम से मानवीय सहायता देने को तैयार है और वह तालिबान के साथ अफगानिस्तान से पूर्व कर्मियों एवं अन्य के सुरक्षित ढंग से वापसी को लेकर बातचीत जारी रखेगा.
उन्होंने कहा कि इससे अधिक कोई भी प्रतिबद्धता तालिबान के आचरण पर निर्भर करेगी.
मास ने कहा कि अन्य समूहों की भागीदारी के बगैर अंतरिम सरकार की घोषणा एवं काबुल में महिला प्रदर्शनकारियों एवं पत्रकारों पर हुई हिंसा ऐसे संकेत नहीं हैं जो हमें उसके बारे में आशावान बनाएं.
(पीटीआई-भाषा)