वेलिंगटन : न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च में शुक्रवार को दो मजिस्दों में हुई गोलीबारी में मृतकों की संख्या बढ़कर 50 हो गई है. पुलिस आयुक्त माइक बुश ने संवाददाताओं को बताया कि क्राइस्टचर्च की दोनों मस्जिदों से शव हटाए जाने के दौरान एक अन्य शव मिला. इसके बाद मृतक संख्या बढ़कर 50 हो गई.
हमले के कारण गमगीन न्यूजीलैंडवासी मृतकों को श्रद्धांजलि देने और शोक प्रकट करने के लिए स्मारक स्थलों पर एकत्र हो रहे हैं. हमले में अपने प्रियजनों को खोने वाले परिजन अब इस बात का इंतजार कर रहे हैं कि अधिकारी उनके शव उन्हें सौंपें, ताकि उन्हें दफन किया जा सके.
इस्लामी मान्यता के अनुसार शवों को मौत के बाद जल्द से जल्द, संभवत: 24 घंटे में दफन किया जाना चाहिए, लेकिन देश के आधुनिक इतिहास में सबसे भयावह आतंकवादी हमले के दो दिन बाद भी परिजन इस बात को लेकर आश्वस्त नहीं हैं कि उन्हें अपने प्रियजनों के शव जल्द मिलेंगे.
बुश ने कहा कि अधिकारियों ने हमले की जद में आए लोगों के परिजनों के साथ एक सूची साझा की है. एक दक्षिणपंथी चरमपंथी के हमले में मारे गए लोगों के शव मस्जिद में ही हैं और उनका पोस्टमार्टम किया जाना है. शवों की अभी पहचान होनी शेष है.
इस बीच, शहर के कब्रिस्तान में कब्रें खोदने का काम शुरू कर दिया गया है.
न्यूजीलैंड के अधिकारियों ने बताया कि 34 लोग अस्पताल में हैं और उनका उपचार किया जा रहा है.
इस बीच, घटनास्थल पर मौजूद अलाबी लतीफ और एक अन्य व्यक्ति की बहादुरी की हर तरफ प्रशंसा हो रही है जिन्होंने मुश्किल घड़ी में चतुराई से काम लेते हुए हमलावर की खाली राइफल से उसके वाहन की पीछे की खिड़की तोड़ दी. इसके कारण पुलिस को हमलावर को पकड़ने में आसानी हुई.
उल्लेखनीय है कि दक्षिणपंथी अतिवादी ब्रेंटन टैरेंट ने जुमे की नमाज के दौरान मस्जिदों पर हमला किया था.
बुश ने बताया कि हमलों के समय पुलिस की घेराबंदी के दौरान गिरफ्तार किए गए दो संदिग्धों का इस हमले से सीधा संबंध नहीं है. दोनों संदिग्धों में से एक महिला है. उसे रिहा कर दिया गया है और दूसरे संदिग्ध के वाहन में हथियार मिले थे, इसलिए वह हिरासत में है.
उन्होंने बताया कि मामले में गिरफ्तार एक अन्य व्यक्ति को सोमवार को अदालत में पेश किया जाएगा, हालांकि ऐसा माना जा रहा है कि वह भी गोलीबारी में शामिल नहीं था.
बुश ने टैरेंट का जिक्र करते हुए कहा, ‘इस समय, हमले के संबंध में केवल एक व्यक्ति पर आरोप लगाए गए हैं.’
हमले में मारे गए लोगों में तीन साल से 77 साल आयु वर्ग के लोग शामिल हैं. इनमें कम से कम चार महिलाएं हैं. मृतकों की पूरी जानकारी की अभी सार्वजनिक पुष्टि नहीं हुई है और यह सूची पूरी नहीं है.