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जी-7 के सम्मेलन में ब्रैक्जिट सीमा तनाव का मुद्दा उठा

ब्रिटेन और यूरोपीय संघ ब्रैक्जिट के बाद के व्यापार प्रबंधों को लेकर उलझे हुए हैं, जिससे ब्रिटेन के अंग उत्तरी आयरलैंड में सौसेज (मांस का एक विशेष व्यंजन) की पहुंच प्रतिबंधित हो सकती है.

जी-7 सम्मेलन
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Published : Jun 13, 2021, 7:36 PM IST

लंदन : जी 7 सम्मेलन पर ब्रैक्जिट की छाया बने रहने के बीच ब्रिटेन ने यूरोपीय संघ (ईयू) पर यह 'आक्रामक’ दृष्टिकोण अपनाने का आरोप लगाया है कि उत्तरी आयरलैंड पूरी तरह ब्रिटेन का हिस्सा नहीं है .

ब्रिटेन और यूरोपीय संघ ब्रैक्जिट के बाद के व्यापार प्रबंधों को लेकर उलझे हुए हैं जिससे ब्रिटेन के अंग उत्तरी आयरलैंड में सौसेज (मांस का एक विशेष व्यंजन) की पहुंच प्रतिबंधित हो सकती है. यूनाइटेड किंगडम का उत्तरी आयरलैंड एकमात्र वह हिस्सा है जिसकी सीमा 27 देशों के संगठन ईयू से मिलती है.

इस विवाद से उत्तरी आयरलैंड में राजनीतिक तनाव पैदा हो रहा है जहां कुछ लोग अपने आप को ब्रिटिश, तो कुछ आयरिश मानते हैं.

ब्रिटिश मीडिया के अनुसार इंग्लैंड के कार्बिस बे में जब सम्मेलन के मौके पर ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन फ्रांसीसी राष्ट्रपति एमैनुअल मैंक्रो से मिले तो उन्होंने उनसे सवाल किया कि यदि टॉलोजी से सौसेज को पेरिस नहीं पहुंचने दिया जाए तो वह कैसा महसूस करेंगे.

पढ़ें- चीन में गैस पाइप विस्फोट में 12 लोगों की मौत, 100 से ज्यादा लोग घायल

इस पर मैंक्रो ने कहा कि यह तुलना सही नहीं है क्योंकि पेरिस और टॉलोजी तो एक ही देश के हिस्से हैं.

लंदन : जी 7 सम्मेलन पर ब्रैक्जिट की छाया बने रहने के बीच ब्रिटेन ने यूरोपीय संघ (ईयू) पर यह 'आक्रामक’ दृष्टिकोण अपनाने का आरोप लगाया है कि उत्तरी आयरलैंड पूरी तरह ब्रिटेन का हिस्सा नहीं है .

ब्रिटेन और यूरोपीय संघ ब्रैक्जिट के बाद के व्यापार प्रबंधों को लेकर उलझे हुए हैं जिससे ब्रिटेन के अंग उत्तरी आयरलैंड में सौसेज (मांस का एक विशेष व्यंजन) की पहुंच प्रतिबंधित हो सकती है. यूनाइटेड किंगडम का उत्तरी आयरलैंड एकमात्र वह हिस्सा है जिसकी सीमा 27 देशों के संगठन ईयू से मिलती है.

इस विवाद से उत्तरी आयरलैंड में राजनीतिक तनाव पैदा हो रहा है जहां कुछ लोग अपने आप को ब्रिटिश, तो कुछ आयरिश मानते हैं.

ब्रिटिश मीडिया के अनुसार इंग्लैंड के कार्बिस बे में जब सम्मेलन के मौके पर ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन फ्रांसीसी राष्ट्रपति एमैनुअल मैंक्रो से मिले तो उन्होंने उनसे सवाल किया कि यदि टॉलोजी से सौसेज को पेरिस नहीं पहुंचने दिया जाए तो वह कैसा महसूस करेंगे.

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इस पर मैंक्रो ने कहा कि यह तुलना सही नहीं है क्योंकि पेरिस और टॉलोजी तो एक ही देश के हिस्से हैं.

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