नई दिल्ली : अमेरिकी सरकार ने बुधवार को घोषणा की कि वह कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में भूटान की सहायता के लिए उसकी शाही सरकार को 15 नए अत्याधुनिक वेंटिलेटर देगी.
भारत में अमेरिका के राजदूत केनेथ आई. जस्टर ने कहा कि सहायता प्रदान करते हुए अमेरिका को खुशी हो रही है, जिसे यूएस एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट (यूएसएआईडी) के माध्यम से वितरित किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि हम अपने देशों के बीच निरंतर सहयोग के लिए तत्पर हैं. हम कोविड-19 महामारी का मुकाबला करने के लिए एक साथ काम कर रहे हैं.
वेंटिलेटर कॉम्पैक्ट है और इन्हें बड़ी आसानी से स्थापित किया जा सकता है. वे देखभाल कार्यो (केयर फंक्शन) की एक श्रृंखला को सपोर्ट करते हैं, जिससे स्वास्थ्य कर्मचारियों को कोविड-19 रोगियों के हालात में उतार-चढ़ाव की जरूरतों का आसानी से पता चल जाता है.
वेंटिलेटर के अलावा, यूएसएआईडी सहायता के एक पैकेज का वित्तपोषण कर रहा है, जिसमें वारंटी भी शामिल है. यह दान कोविड-19 राहत प्रयासों के समर्थन में अप्रैल में भूटान फाउंडेशन को प्रतिबद्ध 10 लाख डॉलर के दान का एक हिस्सा है.
भूटानी सरकार के साथ समन्वय में, यूएसएआईडी और भूटान फाउंडेशन नैदानिक (क्लीनिकल) प्रयोगशाला क्षमताओं और नैदानिक मामले-प्रबंधन को मजबूत कर रहे हैं, स्वास्थ्य देखभाल प्रदाताओं और प्रयोगशाला कर्मियों के लिए वर्चुअल प्रशिक्षण प्रदान कर रहे हैं. कोविड-19 रोकथाम, तत्परता और प्रतिक्रिया पर संचार सामग्री विकसित कर रहे हैं.
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अनुदान में कोविड-19 महामारी से भूटान के आर्थिक सुधार के साथ उसकी सहायता के लिए सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों की सहायता पहल भी शामिल हैं. सितंबर में यूएसएआईडी ने भूटान फाउंडेशन के साथ समन्वय में कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए बुजुर्गों और गर्भवती महिलाओं सहित गरीब समुदायों को वितरित करने के लिए भूटान के स्वास्थ्य मंत्रालय को 200,000 कपड़े के मास्क भी दान किए.
भूटान 1971 में संयुक्त राष्ट्र का सदस्य बना था. भूटान के संयुक्त राज्य अमेरिका सहित संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के किसी भी स्थायी सदस्य के साथ राजनयिक संबंध नहीं हैं.
यद्यपि भूटान और संयुक्त राज्य अमेरिका ने कभी औपचारिक राजनयिक संबंध स्थापित नहीं किए हैं. दोनों देश नई दिल्ली भारत के अमेरिकी दूतावास और न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र में भूटान के मिशन के माध्यम से अनौपचारिक संबंध बनाए रखते हैं.