सैन फ्रांसिस्को : ट्विटर ने घोषणा की कि उसने चीनी सरकार से जुड़े 1,70,000 से अधिक खातों को 'भूराजनीतिक संकीर्णता फैलाने' के कारण बंद कर दिया है.
ट्विटर के साथ काम करने वाले विशेषज्ञों ने कहा कि ये खाते हांगकांग विरोध प्रदर्शन, कोरोना वायरस संक्रमण और अन्य विषयों के बारे में भ्रामक बातें फैला रहे थे. कंपनी ने कहा कि खाते 'चीन की कम्युनिस्ट पार्टी' के अनुकूल भूराजनीतिक आख्यानों का प्रसार कर रहे थे. ऐसा करना ट्विटर की नीतियों का उल्लंघन है, इसलिए इन सभी अकाउंट्स को हटा दिया गया है.
बता दें कि ट्विटर आधिकारिक रूप से चीन में ब्लॉक है, लेकिन देश में कई लोग वीपीएन का उपयोग करके इसे एक्सेस करने में सक्षम हैं. ऑस्ट्रेलियाई सामरिक नीति संस्थान के अनुसार, एक लंबे विश्लेषण के बाद ट्विटर ने खातों को बंद करने का निर्णय लिया है. वहीं ट्विटर ने बताया कि खातों में जो ट्वीट किए गए थे, वे मुख्य रूप से चीनी भाषाओं में थे.
स्टैनफोर्ड इंटरनेट वेधशाला के अनुसंधान प्रबंधक रेनी डिएस्टा ने बताया कि बंद किए गए ज्यादातर खाते जनवरी में खोले गए थे और कोविड-19 के बारे में पोस्ट करने में लगे हुए थे.
एसआइओ ने अपने विश्लेषण में लिखा है कि इन खातों से कोविड-19 से जुड़ी चीनी रिसर्च, वायरस के प्रति चीन की प्रतिक्रिया की प्रशंसा और अमेरिकी और हांगकांग के कार्यकर्ताओं का विरोध जैसी सामग्री की भरमार थी. इन खातों का उपयोग चीनी सरकार की प्रशंसा के लिए किया जा रहा था.
स्टैनफोर्ड के शोधकर्ताओं के अनुसार, 23,750 खातों ने सामूहिक रूप से 348,608 बार ट्वीट किया.
अगस्त 2019 में भी ट्विटर ने लगभग 1000 खातों को हटाया था. जिसमें चीन के बीच चल रहे विश्वासघात और हांगकांग में राजनीतिक कलह को दूर करने का पर्याय माना गया.
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कंपनी ने बताया कि उसने रूस और तुर्की से जुड़े कुछ खातों को भी बंद कर दिया है. ट्विटर को 1,000 से अधिक ऐसे खाते मिले, जो सत्तारूढ़ संयुक्त रूस पार्टी को बढ़ावा दे रहे थे. वहीं, तुर्की के ऐसे 7,340 खातों को बंद किया गया है, जो राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन की पार्टी के अनुकूल सामग्री पोस्ट कर रहे थे.