श्रीनगर : पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में सतह से हवा में प्रहार करने वाली मिसाइल के लिए स्थान तैयार करने में चीन द्वारा पाकिस्तान की मदद किए जाने की खबरों के बीच भारतीय सेना के एक शीर्ष सैन्य कमांडर ने शनिवार को कहा कि बीजिंग द्वारा इस्लामाबाद को किसी तरह की रणनीतिक मदद दिए जाने का कोई संकेत नहीं है.
हालांकि, सेना की श्रीनगर स्थित चिनार कोर के कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल बीएस राजू ने कहा कि पाकिस्तान और चीन के बीच साजो-सामान को लेकर सहयोग चल रहा है.
लद्दाख में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच जारी गतिरोध के बीच रिपोर्ट्स में खुफिया जानकारी के हवाले से दावा किया गया है कि चीन, पीओके में पाकिस्तान को सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल के लिए स्थान तैयार करने में मदद कर रहा है और उनकी सेनाओं के जवान क्षेत्र में संयुक्त गश्त कर रहे हैं.
लेफ्टिनेंट जनरल राजू ने शहर के पास जम्मू-कश्मीर लाइट इन्फेन्ट्री रेजीमेंट केंद्र में पासिंग आउट परेड से इतर संवाददाताओं से कहा, 'मैंने मीडिया में खबरें देखी हैं. पाकिस्तान चीन की मदद कर रहा है या चीन पाकिस्तान की मदद कर रहा है, हमें इस तरह का कोई संकेत नहीं मिला है.'
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उन्होंने कहा कि लेकिन सीपीईसी (चीन-पाकिस्तान आर्थिक कॉरिडोर) की वजह से पाकिस्तान में चीन की मौजूदगी है. साजो-सामान के संबंध में सैन्य सहयोग है, लेकिन हम किसी तरह की रणनीतिक मदद नहीं देख रहे.
खबरों के मुताबिक, सतह से हवा में प्रहार करने वाली मिसाइल प्रणाली परिचालन के लिए पीओके के लासाडन्ना धोक के पास पॉली पीर में पाकिस्तान की सेना और चीनी सेना निर्माण कार्य में लगी हैं. खबरों के अनुसार, पाकिस्तानी सेना के जवान और दर्जनों आम नागरिक निर्माण स्थल पर काम कर रहे हैं.