नई दिल्ली: भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्ते तब तक सामान्य नहीं होंगे, जब तक दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय वार्ता शुरू नहीं की जाती. अंतरराष्ट्रीय मामलों के जानकार नंदन उन्नीकृष्णन ने ये बात कही.
इस संबंध में ईटीवी भारत से बात करते हुए नंदन ने कहा कि किर्गिस्तान में होने वाले शंघाई कॉरपोरेशन ऑर्गनाइजेशन (SCO) समिट से भी कुछ खास उम्मीदें नहीं हैं. गौरतलब है कि SCO समिट में सुषमा स्वराज और उनके पाकिस्तानी समकक्ष शाह महमूद कुरैशी भी शिरकत करेंगे.
नंदन ने कहा कि SCO समिट से कोई चमत्कारिक परिणाम की उम्मीद नहीं करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि मुझे सुषमा और कुरैशी के बीच आमना-सामना होने की उम्मीद नहीं है, लेकिन दोनों देशों के बीच किसी तरह का समाधान भी नहीं होगा.
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इस बारे में आगे बात करते हुए नंदन ने कहा कि दोनों देश इस बात पर सहमत रहे हैं कि मुद्दों का समाधान द्विपक्षीय तरीके से ही किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि दोनों देश किसी भी अन्य देश को तीसरे पक्ष के रूप में शामिल नहीं करना चाहते हैं.
गौरतलब है, शंघाई कॉरपोरेशन ऑर्गनाइजेशन को सदस्य देशों के लिए एक उत्कृष्ट मंच का आह्वान करते हुए अफगानिस्तान में बिगड़ते हालात पर चर्चा के लिए ट्रम्प प्रशासन ने देश से सैनिकों को वापस बुलाने पर जोर दिया.
उन्होंने कहा कि SCO में सभी सदस्य देश अफगानिस्तान के पड़ोसी हैं. इसमें अफगानिस्तान भी है इसलिए इसके बारे में चर्चा करने के लिए इससे बेहतर मंच कोई नहीं हो सकता.