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अफगानिस्तान : काबुल प्रशासन के 20 बंदियों को रिहा करेगा तालिबान

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Published : Apr 12, 2020, 8:11 PM IST

तालिबान, अफगानिस्तान के दक्षिणी शहर कंधार में 20 बंदियों को रिहा करने की तैयारी में है. इस घोषणा से पहले अफगान सरकार कई तालिबानी कैदियों को बारी-बारी रिहा करती रही है. पढ़ें पूरी खबर...

काबुल प्रशासन के बंदी
काबुल प्रशासन के बंदी

काबुल : तालिबान, अफगानिस्तान के दक्षिणी शहर कंधार में 20 बंदियों को रिहा करने की तैयारी में है. समूह के प्रवक्ता ने रविवार को यह जानकारी दी. यह रिहाई सरकार के साथ वार्ता से चरमपंथियों के बाहर चले जाने के बाद बड़ी कामयाबी प्रतीत हो रही है.

तालिबान के प्रवक्ता सुहैल शाहीन ने ट्विटर पर कहा, 'आज काबुल प्रशासन के 20 बंदियों को रिहा किया जाएगा.' साथ ही कहा कि इस समूह को कंधार में रेड क्रॉस के प्रतिनिधियों को सौंपा जाएगा.

इस घोषणा से पहले अफगान सरकार कई तालिबानी कैदियों को बारी-बारी रिहा करती रही है. यह घोषणा ऐसे समय में की गई है, जब कुछ वक्त पहले अमेरिका और नाटो बलों के प्रमुख ने अफगानिस्तान में चरमपंथी नेताओं से मुलाकात कर संघर्ष ग्रस्त देश में हिंसा में कमी लाने पर चर्चा की थी.

अमेरिका ने फरवरी में तालिबान के साथ एक प्रमुख समझौता किया था, जिसके तहत अगली गर्मी तक अफगानिस्तान से अमेरिकी एवं विदेशी बलों को वापस बुलाने का वादा किया गया था. बशर्ते चरमपंथी काबुल के साथ वार्ता करें और अन्य शर्तों को मानें.

पढ़ें : देश पर संकट के समय भी राजनीतिक दलों ने नहीं खोला अपना खजाना

इस समझौते के तहत अफगान सरकार को तालिबान के 5,000 तक कैदी रिहा करने थे और बदले में चरमपंथियों को बंधक बनाए गए 1,000 सरकार समर्थकों को रिहा करना था.

काबुल : तालिबान, अफगानिस्तान के दक्षिणी शहर कंधार में 20 बंदियों को रिहा करने की तैयारी में है. समूह के प्रवक्ता ने रविवार को यह जानकारी दी. यह रिहाई सरकार के साथ वार्ता से चरमपंथियों के बाहर चले जाने के बाद बड़ी कामयाबी प्रतीत हो रही है.

तालिबान के प्रवक्ता सुहैल शाहीन ने ट्विटर पर कहा, 'आज काबुल प्रशासन के 20 बंदियों को रिहा किया जाएगा.' साथ ही कहा कि इस समूह को कंधार में रेड क्रॉस के प्रतिनिधियों को सौंपा जाएगा.

इस घोषणा से पहले अफगान सरकार कई तालिबानी कैदियों को बारी-बारी रिहा करती रही है. यह घोषणा ऐसे समय में की गई है, जब कुछ वक्त पहले अमेरिका और नाटो बलों के प्रमुख ने अफगानिस्तान में चरमपंथी नेताओं से मुलाकात कर संघर्ष ग्रस्त देश में हिंसा में कमी लाने पर चर्चा की थी.

अमेरिका ने फरवरी में तालिबान के साथ एक प्रमुख समझौता किया था, जिसके तहत अगली गर्मी तक अफगानिस्तान से अमेरिकी एवं विदेशी बलों को वापस बुलाने का वादा किया गया था. बशर्ते चरमपंथी काबुल के साथ वार्ता करें और अन्य शर्तों को मानें.

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इस समझौते के तहत अफगान सरकार को तालिबान के 5,000 तक कैदी रिहा करने थे और बदले में चरमपंथियों को बंधक बनाए गए 1,000 सरकार समर्थकों को रिहा करना था.

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