दमिश्क: कई वर्षों के संघर्ष ने सीरिया के तीसरे सबसे बड़े शहर होम्स को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचाया है. यहां की तबाही का असर आज भी लोगों को झंकझोर देता है. बिजली, पानी और धन की कमी के कारण इस शहर का पुनर्निर्माण लंबे समय से रुका हुआ है.
सीरिया की लड़ाई ने होम्स शहर को एक मलबे के ढेर में तब्दील कर दिया है. बता दें, इस शहर पर आईएस का तीन साल से कब्जा रहा था. जिसके बाद यह शहर मलबे में तब्दील हो चुका था.
2011 में सीरिया संकट के बाद से होम्स में 70 प्रतिशत इमारतें नष्ट हो गई थी. होम्स ने राष्ट्रीय सुलह के बाद अपने पुराने शहर और अन्य जिलों में पुनर्निर्माण का कार्य शुरू किया. गौरतलब है कि शहर में गंभीर नुकसान होने कारण इसके पुनर्निर्माण की प्रगति काफि धीमी रही है.
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शहर में सुरक्षा की कमी होने की वजह से बहुत कम निवासी यहां अपने घरों को लौट कर आए हैं. इस संबंध में यहां के एक स्थानीय निवासी कमाल शटवी ने कहा कि यहां किछ परेशानियां हैं लेकिन वह अपने घर लौटकर काफी खुश हैं.
अहम बात है कि शटवी की तरह इस शहर के कई निवासी अपने घरों में लौटकर एक नया जीवन शुरू करने की उम्मीद करते है लेकिन शहर में बुनियादी सुविधाओं और सेवाओं की कमी के कारण वापस चले जाते है.