नेपीता : म्यांमार में सेना ने तख्तापलट कर स्टेट काउंसलर आंग सान सू ची को नजरबंद कर लिया है. मीडिया में आई खबरों में यह जानकारी दी गई. म्यांमार में सेना के टेलीविजन चैनल ने बताया कि सेना ने एक वर्ष के लिए देश का नियंत्रण अपने हाथों में ले लिया है.
नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी से संपर्क नहीं
ऑनलाइन समाचार पोर्टल 'म्यांमार नाउ' ने अज्ञात सूत्रों के हवाले से बताया कि सू ची और उनकी पार्टी के अध्यक्ष को सोमवार तड़के गिरफ्तार कर लिया गया है. खबरों के अनुसर ऐसा प्रतीत होता है कि नेपीता में संचार के सभी माध्यम काट दिए गए हैं और सू ची की पार्टी नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी से संपर्क नहीं हो पा रहा है.
तख्तापलट की धमकी
पिछले साल के चुनाव के बाद म्यांमार के सांसद सैन्य द्वारा हाल ही में की गई टिप्पणियों को लेकर संसद के पहले सत्र के लिए राजधानी नायपिटाव में इकट्ठा हो रहे थे. इसे व्यापक रूप से तख्तापलट की धमकी के रूप में देखा गया.
चुनाव में धांधली के आरोप
चुनाव में सत्तारूढ़ नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी को 476 में से 396 सीटों पर जीत हासिल हुई थी. सेना के समर्थन वाली यूनियन सॉलिडेरिटी एंड डेवलपमेंट पार्टी को केवल 33 सीटों पर जीत हासिल हुई थी. सेना कई बार सार्वजनिक रूप से चुनाव में धांधली के आरोप लगा चुकी है. साथ ही उसने सरकार और केंद्रीय चुनाव आयोग से नतीजों की समीक्षा करने का भी आग्रह किया था. हालांकि, केंद्रीय चुनाव आयोग ने सभी आरोपो को खारिज कर दिया था.
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संविधान के अनुसार कानूनों का पालन
इसके बाद सेना ने तख्तापलट की संभावना से इनकार कर दिया जिसके बाद से राजनीतिक तनाव पैदा हो गया. मेजर जनरल ज़ॉ मिन टुन ने कहा कि सेना संविधान के अनुसार कानूनों का पालन करेगी.
बख्तरबंद वाहनों की तैनाती
कमांडर-इन-चीफ सीनियर जनरल मिन आंग हलिंग ने बताया कि अगर कानून ठीक से लागू नहीं हो रहे थे तो संविधान को रद्द किया जा सकता है. इसके बाद सड़कों पर बख्तरबंद वाहनों की तैनाती कर दी गई. हालांकि, सेना ने उन बयानों को खारिज कर दिया था, जिन्हें तख्तापलट की चेतावनी माना जा रहा था.