बीजिंग : चीन (china) ने मंगलवार को शंघाई सहयोग संगठन ( SCO) की सराहना करते हुए कहा कि उसने विभिन्न सामाजिक प्रणालियों वाले देशों के बीच सौहार्दपूर्ण संबंधों को प्रोत्साहन देने के लिए एक 'नए सहयोग मॉडल' को बढ़ावा दिया है. भारत भी इस आठ सदस्यीय समूह का सदस्य है.
मंगलवार को एससीओ की स्थापना के 20 वर्ष पूरे हो गए. इसके संस्थापक सदस्यों में चीन, रूस, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान शामिल हैं. भारत और पाकिस्तान को 2017 में संगठन के पूर्ण सदस्य के रूप में शामिल किया गया था.
एससीओ के 20 साल पूरे होने पर चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन ने यहां मीडिया ब्रीफिंग में कहा, 'विगत दो दशकों में, एससीओ ने विकसित अंतरराष्ट्रीय परिदृश्य को सफलतापूर्वक आगे बढ़ाया है, एक नए प्रकार के क्षेत्रीय संगठन के तहत सहयोग और विकास का मार्ग प्रशस्त किया है.'
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उन्होंने कहा कि समूह ने 'नए प्रकार के अंतर्राष्ट्रीय संबंधों के निर्माण के लिए अभ्यास के जरिए महत्वपूर्ण अन्वेषण किया है... विभिन्न सामाजिक प्रणालियों और विकास पथ वाले देशों के सामंजस्यपूर्ण सह-अस्तित्व के एक नए सहयोग मॉडल को बढ़ावा दिया है.' उन्होंने कहा कि एससीओ ने क्षेत्रीय सुरक्षा और स्थिरता की भी रक्षा की है.
प्रवक्ता ने कहा कि सुरक्षा सहयोग को प्राथमिकता के रूप में लेते हुए, एससीओ ने आतंकवाद और चरमपंथ का मुकाबला करने के लिए संधि जैसे महत्वपूर्ण कानूनी उपायों की पुष्टि की तथा आतंकवाद, मादक पदार्थों की तस्करी, सीमा रक्षा और सूचना सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में आपसी सहयोग को बढ़ावा दिया.
उन्होंने कहा कि संगठन ने नियमित रूप से संयुक्त आतंकवाद-रोधी अभ्यास भी किया तथा एससीओ-अफगानिस्तान संपर्क समूह के जरिए अफगानिस्तान में शांति और सुलह प्रक्रिया को बढ़ावा दिया, जिससे क्षेत्रीय देशों के विकास के लिए शांतिपूर्ण और स्थिर माहौल तैयार हुआ.
(पीटीआई-भाषा)