इस्लामाबाद : पाकिस्तान में विपक्ष के नेता और पाकिस्तान मुस्लिम लीग (एन) के अध्यक्ष शहबाज शरीफ ने देश के शीर्ष भ्रष्टाचार निरोधक निकाय राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) के अधिकारियों पर हिरासत में रहने के दौरान उन्हें 'अपमानित' करने के साथ ही क्रूरता का आरोप लगाया है.
एनएबी ने 28 सितंबर को पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के छोटे भाई शहबाज को सात अरब रुपये के धन शोधन मामले में गिरफ्तार किया था. पाकिस्तान की इमरान खान सरकार को हटाने के लिए देशव्यापी आंदोलन चलाए जाने के मद्देनजर विपक्षी दलों ने एक गठबंधन बनाया था, जिसके करीब एक सप्ताह बाद यह गिरफ्तारी की गई थी.
शहबाज ने जवाबदेही अदालत के न्यायाधीश जवादुल हसन के समक्ष सोमवार को कहा, मुझे अपमानित किया गया है और मेरे चिकित्सा इतिहास की जानकारी होने के बावजूद भौतिक रिमांड के दौरान एनएबी के अधिकारियों ने क्रूरता की. शहबाज ने एनएबी अधिकारियों द्वारा उनके साथ 'अमानवीय व्यवहार' किए जाने की भी शिकायत की. एनएबी ने शहबाज को उनके और उनके परिवार के खिलाफ दर्ज धन शोधन और अवैध संपत्ति एकत्र करने के मामले की सुनवाई के लिए अदालत के समक्ष पेश किया था.
शहबाज ने अदालत के समक्ष शिकायत करते हुए कहा मैं पिछले 25 वर्षों से गंभीर पीठ दर्द से पीड़ित हूं. हिरासत के दौरान, एनएबी के अधिकारियों ने शुरुआत में तो मुझे मेज पर भोजन उपलब्ध कराया लेकिन अब वे भोजन को जमीन पर रख देते हैं और ऐसे में इसे झुककर उठाने के लिए मुझे दर्द झेलना पड़ता है. उन्होंने कहा ये सभी कार्य प्रधानमंत्री इमरान खान और उनके सलाहकार मिर्जा शहजाद अकबर के इशारे पर किए जा रहे हैं. अगर मुझे कुछ होता है तो मैं इन दोनों के खिलाफ शिकायत दायर करूंगा.'
पढ़ें :शहबाज शरीफ को 14 दिनों के लिए एनएबी की हिरासत में भेजा गया
न्यायाधीश हसन ने शहबाज द्वारा की गई शिकायतों पर गंभीर चिंता व्यक्त की और एनएबी को चेतावनी दी कि वह ऐसी शिकायतों को फिर से नहीं सुनना चाहते हैं. हालांकि, एनएबी के वकील ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि शहबाज को हवालात में रखने के बजाए डिस्पेंसरी में रखा गया था.