जेद्दा: सऊदी अरब ने पाकिस्तान के पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल डिग्री कार्यक्रमों को अमान्य करार दिया है और यहां रह रहे कई पाकिस्तानी डॉक्टरों से देश छोड़ने या प्रत्यर्पित किए जाने के लिए तैयार रहने को कहा है.
डॉन अखबार में बुधवार को प्रकाशित हुई एक खबर में बताया गया है कि सऊदी अरब के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान के मेडिकल कार्यक्रमों में संरचना आधारित प्रशिक्षण की कमी है जो डॉक्टरों को उच्च पदों पर भर्ती करने के लिए अनिवार्य है.
सऊदी अरब के स्वास्थ्य मंत्रालय के इस फैसले से सैकड़ों डॉक्टर प्रभावित हुए हैं.
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खबर में बताया गया है कि कतर, संयुक्त अरब अमीरात और बहरीन भी पाकिस्तान के मेडिकल कार्यक्रमों को अमान्य करार देने के सऊदी अरब सरकार के फैसले को अपना रहे हैं.
कांग्रेस के कद्दावर नेता जनार्दन द्विवेदी, अभिषेक मनु सिंघवी, ज्योतिरादित्य सिंधिया, दीपेंद्र हुड्डा, और कश्मीर के राजकुमार रहे डॉ. कर्ण सिंह जैसे कई कद्दावर नेताओं ने केंद्र के फैसले के पक्ष में राय जाहिर की है.
कुछ तो यहां तक कहने लगे कि लोकसभा और राज्यसभा में 370 धारा का विरोध कर कांग्रेस ने सही नहीं किया.
कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने यह कहकर कि, जिन्हें कश्मीर की समझ नहीं, कांग्रेस की समझ नहीं वही इस तरह की बात कर रहे हैं, पार्टी के अंदर विद्रोह बढ़ा दिया है.