मॉस्को : लेबनान की राजधानी बेरूत में हुए भीषण धमाके के बाद रूस के आपदा प्रबंधन मंत्रालय ने मदद के लिए बुधवार को डाक्टरों व राहत कर्मियों को भेजा. रूसी अधिकारी ने यह जानकारी दी.
रूसी अधिकारियों ने बताया कि मोबाइल अस्पताल डॉक्टरों, बचाव कर्मियों और सार्वजनिक स्वास्थ्य निगरानी के साथ पांच विमान को भेजा गया है.
बता दें कि लेबनान की राजधानी बेरूत में मंगलवार को भीषण विस्फोट हुआ था, जिसमें शहर के बंदरगाह का एक बड़ा हिस्सा और कई इमारतें क्षतिग्रस्त हो गई थीं. इसमें 70 से अधिक लोगों की जान चली गई और तकरीब 4,000 लोग घायल हो गए.
रूसी अधिकारियों ने कहा कि कोरोना महामारी के मद्देनजर बचाव दल के सभी सदस्य के पास विशेष सूट और सुरक्षात्मक गियर होंगे.
लेबनान के सामान्य सुरक्षा के प्रमुख अब्बास इब्राहिम ने कहा कि हो सकता है कि धमाका अत्यधिक विस्फोटक सामग्री के कारण हुआ हो, जिसे कुछ समय पहले एक जहाज से जब्त किया गया था और बंदरगाह पर रखा गया था.
कोरोना वायरस और आर्थिक संकट से जूझ रहे देश में विस्फोट के बाद एक नया संकट आ खड़ा हुआ है. विस्फोट के कई घंटे बाद भी एंबुलेंस घायलों को अस्पताल पहुंचा रही थीं. अस्पतालों में घायलों की भीड़ है.
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विस्फोट के बाद कई देश लेबनान की मदद करने के लिए आगे आ रहे हैं. इस घटना पर अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने बेरूत के लोगों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की और कहा कि अमेरिका स्थिति पर करीबी नजर बनाए हुए है.
इस घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दुख जताया है. प्रधानमंत्री कार्यालय ने मोदी के हवाले से ट्वीट कर कहा कि बेरूत में बड़े विस्फोट में हुए जान व माल के नुकसान से वे स्तब्ध और दुखी हैं.