टोक्यो : जापान के मुख्य कैबिनेट सचिव योशीहिदे सुगा (Yoshihide Suga) निवर्तमान प्रधानमंत्री शिंजो आबे की जगह लेने की दौड़ में शामिल हो गए हैं. गौरतलब है कि आबे ने खराब स्वास्थ्य के कारण जापान के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. जिसके बाद उनके उत्तराधिकारी की तलाश शुरू हो गई है. जब तक उनकी पार्टी इस पद के लिए एक नया नेता नहीं चुन लेती है और संसद से औपचारिक मंजूरी नहीं मिल जाती है तब तक आबे पद पर बने रहेंगे.
सूत्रों ने बताया कि सुगा लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (LDP) के नेता के रूप में प्रधानमंत्री की दौड़ में शामिल हो गए हैं. वह जापान के नए प्रधानमंत्री बन सकते हैं.
जापानी सरकार के प्रमुख प्रवक्ता सुगा ने आबे के प्रधानमंत्री पद छोड़ने के एक दिन बाद ही एलडीपी महासचिव तोशीरो निकाई को दल के नेता का चुनाव लड़ने की इच्छा के बारे में बता दिया है.
सूत्रों ने बताया कि एलडीपी के कुछ वरिष्ठ सदस्यों ने सुगा की संकट प्रबंधन क्षमताओं के लिए सराहना की है. सदस्यों का कहना है कि कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई में नीतिगत निरंतरता बनाए रखना महत्वपूर्ण है, जोकि सुगा ने सफलतापूर्वक किया.
सत्तारूढ़ पार्टी के वरिष्ठ सांसदों के अनुसार, दल के नेता का चुनाव 15 सितंबर को या उसके आस-पास हो सकता है. एलडीपी के नीति प्रमुख व पूर्व विदेश मंत्री फुमियो किशिदा और पूर्व रक्षा मंत्री शिगेरु इशिबा ने भी चुनाव में भाग लेने के अपने इरादे का संकेत दिया है.
प्रधानमंत्री आबे ने निकाई को पार्टी लीडर के चुनाव के संबंध में निर्णय लेने का निर्देश दिया है.
शिंजो आबे के साल 2012 में सत्ता संभालने के बाद से सुगा सरकार के शीर्ष प्रवक्ता के रूप में सेवा दे रहे हैं. वह प्रधानमंत्री के सबसे करीबी सहयोगियों में से एक हैं और उन्हें प्रधानमंत्री पद का संभावित दावेदार माना जा रहा था.
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मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सुगा ने पहले आबे का उत्तराधिकारी होने से इनकार करते हुए कहा था कि उन्होंने इसके बारे में कभी सोचा ही नहीं.
जापान के प्रधानमंत्री के रूप में सबसे लंबे समय तक सेवा देने वाले 65 वर्षीय शिंजो आबे खराब स्वास्थ्य के कारण पद छोड़ रहे हैं. वह अल्सरेटिव कोलाइटिस बीमारी से जूझ रहे हैं, जिसके कारण उन्हें 2007 में प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के लिए मजबूर होना पड़ा था.
उन्होंने गत शुक्रवार को कहा था कि वह अपने कर्तव्यों का पालन करते रहेंगे जब तक कि एलडीपी अपने नए नेता का चुनाव नहीं कर लेती है.