यरूशलम : इजरायल में प्रधानमंत्री नेतन्याहू के खिलाफ जनाक्रोश बढ़ता दिख रहा है. लगातार हो रहे विरोध प्रदर्शन के कारण नेतनयाहू की लोकप्रियता काफी कम हो गई है. हजारों इजरायली नागरिक सड़कों पर उतरे और भ्रष्टाचार के आरोप और कोरोना वायरस महामारी से निपटने में नाकाम रहने के लिए नेतन्याहू इस्तीफा की मांग की.
रक्षा सौदे में भ्रष्टाचार के आरोप
शनिवार को प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के विरोध में प्रदर्शनकारियों ने नेतन्याहू 'गो' को नारे लगाए और सभी लोग कानून के तहत समान हैं, के बैनर हाथ में ले रखे थे, जबकि कुछ लोगों ने जर्मन पनडुब्बियों की $ 2 बिलियन की खरीद में हुए भ्रष्टाचार के संबंध में नारेबाजी की.
बच नहीं सकते प्रधानमंत्री
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि नेतन्याहू को अपने खिलाफ लगे भ्रष्टाचार के आरोपों के कारण इस्तीफा दे देना चाहिए. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने जनता का भरोसा खो दिया है और वह देश के साथ धोखाधड़ी, विश्वास के उल्लंघन और रिश्वत लेने के आरोपों से बच नहीं सकते. हालांकि, नेतन्याहू ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को गलत बताया है.
नेतन्याहू की गठबंधन सरकार लकवा ग्रस्त !
उल्लेखनीय है कि अपने प्रतिद्वंद्वी, ब्लू और व्हाइट पार्टी के नेता बेनी गैंट्ज के साथ नेतन्याहू की गठबंधन सरकार मई में पद ग्रहण करने के बाद से लकवा त्रस्त हो गई है और यदि वह मंगलवार को बजट पारित नहीं कर पाते हैं, तो उनकी सरकार स्वतः ही गिर जाएगी.
पढ़ें - नेतन्याहू ने लगवाया कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव का टीका
बता दें कि पिछले छह महीने से अधिक समय से प्रधानमंत्री के आधिकारिक आवास के बाहर हर सप्ताह प्रदर्शनकारी एकत्रित हो रहे हैं, लेकिन हाल के हफ्तों में सर्द मौसम के आगमन के साथ भीड़ थोड़ी कम हो गई है.